मणिपुर में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, पांच उग्रवादी गिरफ्तार, हथियार समेत रेडियो बरामद

इम्फाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर लंबे समय से उग्रवादी गतिविधियों और अलगाववादी आंदोलनों की चपेट में रहा है। हाल ही में मणिपुर पुलिस और सुरक्षा बलों ने राज्य में सक्रिय उग्रवादी संगठनों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई थौबल, ककचिंग, इम्फाल वेस्ट और टेन्गनूपाल जिलों में की गई, जिससे राज्य में चल रही अवैध गतिविधियों को बड़ा झटका लगा है।
विभिन्न संगठनों से जुड़े उग्रवादी गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए पांचों उग्रवादी विभिन्न प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों से जुड़े हुए थे। इन पर स्थानीय लोगों, व्यापारिक संस्थानों और यहां तक कि स्कूलों से भी जबरन वसूली करने के आरोप हैं। ककचिंग जिले के लैंगमीडोंग मनीग लाइकाई इलाके से यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी ऑफ कांगलेपाक (UPPK) का एक सदस्य पकड़ा गया है। उस पर इम्फाल स्थित स्कूलों से जबरन धन उगाही का आरोप है। उसके पास से .32 कैलिबर की एक पिस्तौल भी बरामद की गई है, जो उसके आपराधिक मंसूबों की पुष्टि करती है।
थौबल और टेन्गनूपाल में भी दबिश
थौबल जिले के मेलग्राउंड इलाके से कांगलेपाक कम्युनिस्ट पार्टी (नयन गुट) का एक सदस्य भी गिरफ्तार किया गया है। यह संगठन मणिपुर में लंबे समय से सक्रिय है और इसकी गतिविधियों में राज्य विरोधी हिंसा शामिल रही है। वहीं, टेन्गनूपाल जिले के भारत-म्यांमार सीमा के पास स्थित शांगटोंग इलाके से प्रीपैक (प्रो) और प्रीपैक से जुड़े दो अन्य उग्रवादियों को पकड़ा गया है। यह क्षेत्र सीमा के समीप होने के कारण उग्रवादियों की आवाजाही और प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
इम्फाल वेस्ट में केसीपी (पीडब्लूजी) सदस्य की गिरफ्तारी
इम्फाल वेस्ट जिले के लैंगोल गेम गांव में छापेमारी कर केसीपी (पीपुल्स वॉर ग्रुप) के एक सदस्य को भी गिरफ्तार किया गया है। यह संगठन राज्य में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने और युवाओं को बरगलाने में सक्रिय रहा है। केसीपी पर पहले भी शिक्षा संस्थानों से धन वसूली, धमकी और हिंसा फैलाने जैसे कई आरोप लग चुके हैं।
संचार उपकरणों की भारी बरामदगी
इम्फाल ईस्ट जिले के बरूनी हिल क्षेत्र में खालों नामक स्थान पर सुरक्षा बलों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की। यहां से सुरक्षा बलों ने संचार उपकरणों की एक बड़ी खेप बरामद की है। इसमें तीन वाहनों में इस्तेमाल होने वाले रेडियो सेट, 13 हैंडहेल्ड वायरलेस डिवाइस, सात एंटेना, सोलर चार्जर कनवर्टर, तीन सोलर प्लेट और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल हैं। इन उपकरणों का इस्तेमाल उग्रवादी गुट आपसी संपर्क और रणनीतिक गतिविधियों के लिए कर रहे थे।
उग्रवाद पर कड़ा प्रहार
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन गिरफ्तारियों और जब्त की गई सामग्रियों से उग्रवादी गुटों को बड़ा झटका लगा है। इससे उनके नेटवर्क को कमजोर करने में मदद मिलेगी। राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने यह स्पष्ट किया है कि वे मणिपुर में शांति बहाल करने और उग्रवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। किसी भी उग्रवादी संगठन या आपराधिक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा।
राज्य की सुरक्षा और नागरिकों की रक्षा सर्वोपरि
राज्य पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आम नागरिकों को भयमुक्त वातावरण मिले। उग्रवादी गुटों द्वारा की जाने वाली जबरन वसूली, धमकी और हिंसा को हर स्तर पर रोका जाएगा। सरकार के अनुसार जो भी संगठन या व्यक्ति मणिपुर की शांति में बाधा बनेंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। मणिपुर में यह ताजा कार्रवाई राज्य सरकार की सक्रियता और सुरक्षा बलों की सतर्कता को दर्शाती है। लंबे समय से उग्रवादी गतिविधियों से प्रभावित इस राज्य में अब स्थायित्व और शांति लाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इन गिरफ्तारियों से एक तरफ जहां उग्रवादियों के हौसले पस्त होंगे, वहीं दूसरी ओर आम लोगों में सुरक्षा की भावना भी मजबूत होगी। अगर इसी तरह से लगातार निगरानी और कार्रवाई होती रही, तो मणिपुर को उग्रवाद मुक्त बनाने का सपना जल्द साकार हो सकता है।
