December 24, 2025

शिक्षा विभाग के एसीएस अब हर दिन 10 स्कूलों को करेंगे वीडियो कॉल, पढ़ाई और बच्चों की उपस्थिति का लेगें जायजा

शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ

  • बच्चों के रीडिंग टेस्ट और गणित की लेंगे जानकारी…विद्यालय में 1 घंटे केवल किताब का होगा पाठ…आदेश जारी

पटना। बिहार में शिक्षा के अंदर सुधार को लेकर लगातार काम किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब शिक्षा विभाग और शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ के द्वारा एक नया फरमान जारी किया है। अब एसीएस के इस फरमान से शिक्षकों में हड़कंप मच गया है, इसकी वजह है कि एससीएस एस. सिद्धार्थ अब वह खुद प्रतिदिन 10 स्कूलों के शिक्षकों से वीडियो कॉल पर बात करेंगे। एससीएस एस. सिद्धार्थ ने सभी शिक्षकों को जानकारी देते हुए कहा है कि अब हर दिन वो 10 स्कूल के शिक्षकों से रूबरू होंगे। वीडियो कॉल पर शिक्षकों से बातचीत करेंगे। इसको लेकर एस. सिद्धार्थ ने अपना नंबर भी जारी  किया है। इसी नबंर से वह बातचीत करेंगे। इसके लिए सभी शिक्षकों को आदेश दे दिया गया है। विद्यालयों के निरीक्षण के लिए प्रतिदिन 10 विद्यालयों के शिक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग आयोजित की जाएगी। एस. सिद्धार्थ लगातार शिक्षकों के लिए नए नए फरमान जारी कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने यह फरमान जारी किया है। एस. सिद्धार्थ ने कॉलिंग नंबर भी जारी किया है। एस सिद्धार्थ के कॉलिंग नबंर 91534 68895 से वीडिय़ो कॉल हर दिन की जाएगी। वीडियो कॉल का उपयोग विद्यालय, बच्चों की उपस्थिति आदि देखने के लिए किया जाएगा, यह प्रत्येक कार्य दिवस में किया जाएगा। बिहार में लाखों की संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति करने के बावजूद सरकारी स्कूलों में कक्षा तीन, पांचवीं और आठवीं के छात्रों की स्थिति में सुधार नहीं हो पाई है। यह बच्चे अभी भी पाठ्य पुस्तक को धाराप्रवाह पढ़ने एवं जोड़, घटाव, गुणा एवं भाग के प्रश्न को सही-सही हल करने में कमजोर पाए गए हैं। इस बात की जानकारी खुद शिक्षा विभाग ने बीते दिन दी थी। शिक्षा विभाग के अनुसार राज्य के 1000 विद्यालयों के वर्ग 03 05 एवं 08 के 25000 छात्रों का आकलन किया गया। उक्त क्रम में यह पाया गया कि पाठ्य पुस्तक को धाराप्रवाह पढ़ने एवं जोड़, घटाव, गुणा एवं भाग के प्रश्न को सही-सही हल करने में और अभ्यास की आश्यकता है। शिक्षा विभाग ने माना है कि अकादमिक सत्र 2024-25 की शेष अवधि में कक्षा 01 से 08 तक के छात्रों में पढ़ने का कौशल और गणितीय कौशल को विकसित किया जाना आवश्यक है ताकि इन छात्रों का आधार मजबूत हो सके एवं वे अगली कक्षा के लिए तैयार हो सकें। शिक्षा विभाग ने कहा है कि शिक्षण सत्र के समाप्त होने में तीन महीने का समय शेष है। ऐसे लगभग 100 दिनों की शेष अवधि में सभी विद्यालयों में प्रतिदिन कक्षा 01 से 08 तक छात्र के लिए बुनियादी गणित एवं गणित के प्रश्नों को त्वरित गति से हल करना अनिवार्य रूप से सिखाया जाय। इसी तरह शिक्षा विद्यालय ने निर्देश दिया है कि सभी विद्यालयो में कक्षा 01 से 08 तक के छात्र के लिए प्रतिदिन एक घण्टा पढ़ाई की कक्षा अनिवार्य रूप से आयोजित की जाय जिसमें प्रत्येक बच्चा को पाठ्‌यपुस्तक पढ़ना सिखाया जाय। शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है छात्रों के स्पेशल क्लास के लिए वर्ग शिक्षक जिम्मेवार होंगे, जो क्रमानुसार कक्षा के प्रत्येक बच्चा से पाठ पढ़वाएँगे एवं गणित के बेसिक प्रश्न हल करवाएँगे। हर सोमवार को होगा टेस्ट छात्राओं के पढ़ने का कौशल और गणितीय कौशल की प्रगति का साप्ताहिक मूल्यांकन प्रत्येक, सोमवार को सम्बन्धित वर्ग शिक्षक द्वारा किया जाएगा। वर्ग शिक्षक छात्रों को रविवार के लिए होमवर्क देंगे, ताकि वे सोमवार के टेस्ट हेतु तैयारी कर सकें। प्रत्येक सोमवार को प्रथम घंटा रीडिंग टेस्ट हेतु एवं दूसरा घंटा गणितीय परीक्षण हेतु निर्धारित होगा। शिक्षा विभाग ने साफ कर दिया है कि एससीईआरटी के परामर्श से टेस्ट पेपर तैयार कराया जायेगा। हालांकि यह भी कहा गया है कि टेस्ट पेपर उपलब्ध कराने की प्रतीक्षा नहीं की जाएगी। तब तक वर्ग शिक्षक अपने स्तर से टेस्ट पेपर तैयार करेंगे एवं तद्‌नुसार छात्रों का मूल्यांकन करेंगे।

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