मसौढ़ी में शादी की नीयत से फरार प्रेमी युगल बरामद, एफआईआर दर्ज

मसौढ़ी। पटना जिले के मसौढ़ी थाना क्षेत्र में एक प्रेमी युगल के अचानक लापता हो जाने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मामला उस समय तूल पकड़ गया जब लड़की के पिता ने मसौढ़ी थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ अपनी पुत्री के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई। हालांकि, पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मंगलवार को दोनों को सकुशल बरामद कर लिया और मामले का सफलतापूर्वक उद्भेदन कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, युवती अपने घर से बाजार करने मसौढ़ी आई थी, लेकिन देर शाम तक घर वापस नहीं लौटी। परिजनों ने पहले उसे आसपास और रिश्तेदारों के यहां तलाशा, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो लड़की के पिता ने मसौढ़ी थाना में मामला दर्ज कराया। एफआईआर में उन्होंने आशंका जताई कि उनकी पुत्री का अपहरण कर लिया गया है और यह कृत्य शादी की नीयत से किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मसौढ़ी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और तकनीकी जांच के आधार पर युवती और युवक को खोज निकाला। पुलिस ने बताया कि दोनों को मंगलवार को एक अन्य जिले से बरामद किया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई कि दोनों बालिग हैं और एक-दूसरे से प्रेम करते हैं। वे परिवार की सहमति के बिना शादी करना चाहते थे, इसलिए घर से भागने का फैसला किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, युवती अपने प्रेमी के साथ स्वेच्छा से गई थी। हालांकि, एफआईआर में अपहरण का आरोप लगाया गया था, इसलिए दोनों को थाने लाकर पूछताछ की गई और मेडिकल परीक्षण सहित अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि चूंकि युवती बालिग है और उसकी सहमति से यह सब हुआ है, इसलिए मामला अब कानून के दायरे में जांच के अनुसार ही आगे बढ़ेगा। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। कुछ लोगों ने प्रेम संबंधों में पारिवारिक संवाद की कमी को ऐसी घटनाओं का कारण बताया, वहीं कुछ ने लड़कियों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। मसौढ़ी थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। लड़की के पिता द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर प्रारंभिक कार्रवाई की गई थी, लेकिन अब सच्चाई सामने आ चुकी है। जरूरत पड़ने पर मामला न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा, जहां कानून के मुताबिक फैसला होगा। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि समाज में प्रेम संबंधों को लेकर संवाद की कितनी आवश्यकता है। पारिवारिक समझ और समय पर संवाद शायद ऐसी घटनाओं को टाल सकता है, जो बाद में कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन जाती हैं। पुलिस ने अंत में अपील की है कि परिजन अपनी संतान के साथ संवाद बनाए रखें और किसी भी परिस्थिति में जल्दबाजी में निष्कर्ष पर न पहुंचे।
