मनमोहन सिंह के लिए ‘आप’ ने की भारत रत्न की मांग, संजय सिंह बोले- शानदार काम किया, वे सम्मान के हकदार

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से देशभर में शोक की लहर है। उनके निधन को राष्ट्रीय क्षति के रूप में देखा जा रहा है। राजनीतिक दलों के नेताओं, खासतौर पर कांग्रेस और अन्य दलों ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है। डॉ. सिंह का व्यक्तित्व एक प्रख्यात अर्थशास्त्री, कुशल वित्त मंत्री और देश के सम्मानित प्रधानमंत्री के रूप में पहचाना जाता है।
आम आदमी पार्टी की मांग
इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने डॉ. मनमोहन सिंह के लिए भारत रत्न की मांग की है। संजय सिंह ने कहा कि डॉ. सिंह ने प्रधानमंत्री के रूप में 10 वर्षों तक देश की सेवा की और भारत को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह एक उत्कृष्ट अर्थशास्त्री थे, जिनकी पहचान पूरी दुनिया में थी। उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और विकास की दिशा में कई बड़े फैसले लिए। उनके कार्यकाल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया। ऐसे में उन्हें भारत रत्न मिलना ही चाहिए।”
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान
डॉ. सिंह का जीवन देश के लिए प्रेरणा और योगदान का प्रतीक रहा है। एक अर्थशास्त्री के रूप में उन्होंने 1991 में आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा मिली। वित्त मंत्री के रूप में उनके द्वारा उठाए गए साहसिक कदमों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को उदारीकरण और वैश्वीकरण की ओर अग्रसर किया। प्रधानमंत्री के रूप में, उन्होंने 2004 से 2014 तक देश की सेवा की। इस दौरान उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और आधारभूत संरचनाओं में सुधार के लिए कई योजनाओं को लागू किया। मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) और भारत-अमेरिका परमाणु समझौता उनकी प्रमुख उपलब्धियों में शामिल हैं।
सर्वसम्मति से सम्मान की मांग
डॉ. सिंह की उपलब्धियों को न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी सराहा गया। उनकी सादगी, ईमानदारी और ज्ञान का हर क्षेत्र में सम्मान किया गया। ऐसे में, संजय सिंह द्वारा भारत रत्न की मांग को एक उचित कदम माना जा सकता है। डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन और योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक है। भारत रत्न, देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, उनके जैसे महान व्यक्तित्व को सम्मानित करने का एक सही प्रतीक होगा। उनका जीवन न केवल राजनीतिक क्षेत्र में बल्कि देश के विकास की दिशा में भी एक अमूल्य धरोहर है।

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