आधुनिक चिकित्सा विज्ञान का आधार है पैथोलौजी-डा सी पी ठाकुर,हेल्थ इंस्टिच्युट में आयोजित हुई वैज्ञानिक संगोष्ठी

फुलवारीशरीफ । पैथोलौजी, आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की बुनियाद है। इसी जाँच से रोगों का पता चलता है और रोगों की सही जानकारी मिलने पर हीं सही उपचार संभव है। यदि जाँच ग़लत हो तो उपचार ग़लत शुरू हो जाता जिसके परिणाम घातक हो सकते हैं।यह बातें शुक्रवार को विश्व पैथोलौजी दिवस के अवसर पर बेउर के इंडियन इंस्टीच्युट औफ़ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च के मेडिकल लेबोरेटरी विभाग के तत्त्वावधान में आयोजित समारोह और वैज्ञानिक संगोष्ठी का उद्घाटन करते हुए पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सह राज्यसभा सदस्य डा सी पी ठाकुर ने कही।

समारोह के मुख्य अतिथि और बिहार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि, यदि समय रहते रोगों की सही जाँच हो जाती है, तो उसका उपचार भी शीघ्रता और सरलता से हो सकता है। इससे पैथोलौजी के महत्त्व को समझा जा सकता है। इसीलिए यह भी आवश्यक है कि, जाँच में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाए और इसके गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण पर बल दिया जाए।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए, संस्थान के निदेशक-प्रमुख डा अनिल सुलभ ने कहा कि, वर्ष 2014 में पैथोलौजिस्टों के अन्तर्राष्ट्रीय संगठन रॉयल कौलेज औफ़ पैथोलौजिस्ट्स ने 15 नवम्बर को आयोजित अपने अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पैथोलौजी के महत्त्व से संसार को अवगत कराने के उद्देश्य से पूरी दुनिया में प्रत्येक 15 नवम्बर को ‘विश्व पैथोलौजी दिवस’ मनाने का निर्णय लिया। तबसे प्रत्येक 15 नवम्बर को यह दिवस मनाया जाता है। प्रसिद्ध माइक्रोबायोलौजिस्ट डा बी के सिन्हा तथा प्रो सरदार जगजीत सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

इस अवसर पर बैचलर औफ़ मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलौजी की प्रथम वर्ष की छात्रा रिया राज को सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर ‘बेस्ट स्टूडेंट अवार्ड’ प्रदान किया गया। इसी पाठ्यक्रम की तृतीय वर्ष की छातरा मेनका रानी को सर्वोच्च प्राप्तांक हासिल करने पर यह पुरस्कार दिया गया। अहमद रज़ा और समैया आरा को भी अपने-अपने वर्ष में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने के लिए तथा प्रभाष कुमार गांधी को ९४ प्रतिशत उपस्थिति के लिए ‘बेस्ट अटेंडेंस अवार्ड’ से पुरस्कृत किया गया।

अतिथियों का स्वागत संस्थान के प्रबंध निदेशक आकाश कुमार, धन्यवाद-ज्ञापन मेडिकल लैब टेक्नोलौजी विभाग के प्रभारी मधेश्वर शर्मा तथा मंच संचालन संतोष कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ भौतिक चिकित्सक डा एन के सिन्हा, डा उदय शंकर प्रसाद, डा नीलू रानी, डा अनूप कुमार गुप्ता, प्रफ़ेसर प्रभात कुमार, प्रो समिता झा, प्रो संजीत कुमार, डा अंजु कुमारी समेत बड़ी संख्या में संस्थान के शिक्षक, कर्मी और छात्रगण उपस्थित थे।

About Post Author

You may have missed