November 12, 2025

मुजफ्फरपुर में दो ऑटो और स्कॉर्पियो में भीषण टक्कर, पांच महिलाएं और ऑटो चालक घायल

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बुधवार की सुबह कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं से भरी दो ऑटो और एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो के बीच भीषण टक्कर हो गई। यह हादसा सरैया थाना क्षेत्र के बखरा गुदरी बाजार के पास हुआ, जिसमें पांच महिलाएं और एक ऑटो चालक गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी लोग गंगा स्नान के लिए रेवा घाट जा रहे थे। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोगों ने तुरंत घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए स्कॉर्पियो चालक को हिरासत में ले लिया है।
गंगा स्नान के लिए जा रही थीं महिलाएं
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है, और इसी उद्देश्य से बुधवार सुबह कई श्रद्धालु रेवा घाट की ओर जा रहे थे। जानकारी के अनुसार, जैतपुर-रेपुरा से चार महिलाओं को लेकर एक ऑटो रेवा घाट की ओर जा रही थी। उसी समय पीछे से तेज रफ्तार स्कॉर्पियो ने ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो आगे खड़ी दूसरी ऑटो से जा भिड़ी, जिसमें बसौली गांव की एक महिला सवार थी। एक ही पल में सड़क पर चीख-पुकार मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे, जबकि दोनों ऑटो सड़क किनारे पलट गए। हादसे में दोनों ऑटो चालकों और पांच महिलाओं को गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को सड़क से हटाया और पुलिस को सूचना दी।
स्कॉर्पियो की तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह
आंखों देखे गवाहों के अनुसार, स्कॉर्पियो काफी तेज रफ्तार से चल रही थी। बखरा गुदरी बाजार के पास सड़क थोड़ी संकरी है और वहां सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ लगी थी। इसी बीच स्कॉर्पियो चालक ने नियंत्रण खो दिया और आगे चल रहे ऑटो को पीछे से टक्कर मार दी। घायल ऑटो चालक मुन्ना कुमार भगत, जो बड़का बसौली (जैतपुर) का रहने वाला है, ने बताया कि “हम लोग धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे क्योंकि सड़क पर भीड़ थी। तभी पीछे से स्कॉर्पियो इतनी तेजी से आई कि कुछ समझ ही नहीं आया। यात्रियों को बचाने की कोशिश में हमारी ऑटो आगे चल रही दूसरी ऑटो से जा टकराई। मुन्ना भगत ने कहा कि “हादसे के बाद सभी लोग बुरी तरह डर गए थे। महिलाओं की हालत देखकर मैं खुद भी सहम गया। अगर कुछ ही सेकंड का अंतर होता, तो बड़ा नुकसान हो सकता था।”
स्थानीय लोगों ने दिखाई तत्परता
हादसे के तुरंत बाद आसपास के लोगों ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। कुछ लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जबकि अन्य घायलों को सड़क किनारे ले गए और पानी पिलाया। स्कॉर्पियो चालक भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन भीड़ ने उसे पकड़ लिया। बाद में स्थानीय लोगों ने आरोपी चालक को पुलिस के हवाले कर दिया। सरैया थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) सरैया भेजा। डॉक्टरों के अनुसार, सभी घायल खतरे से बाहर हैं, लेकिन कुछ को सिर और हाथ-पैर में गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने तीनों वाहनों को जब्त कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।
हादसे के समय मचा अफरा-तफरी
घटना के बाद सड़क पर लंबा जाम लग गया। गंगा स्नान के लिए जा रहे अन्य श्रद्धालु भी कुछ समय के लिए फंस गए। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि इलाके में रोजाना भारी वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई सख्त निगरानी नहीं रहती। स्थानीय दुकानदार सुरेश साह ने कहा, “यह सड़क बहुत व्यस्त रहती है, खासकर त्योहारों और पर्वों पर। लेकिन कोई ट्रैफिक पुलिस तैनात नहीं रहती। अगर आज भी थोड़ी निगरानी होती, तो यह हादसा नहीं होता।”
एक अन्य हादसा भी उसी इलाके में
इसी दौरान उसी क्षेत्र के सुपना गांव में भी एक और दुर्घटना हुई। यहां गंगा स्नान के लिए जा रहे एक अधेड़ व्यक्ति भगत जी की बाइक अचानक फिसल गई और वे सड़क किनारे गिर पड़े। वे कुछ देर तक बेहोश रहे, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों के मुताबिक, उन्हें हल्की चोटें आई हैं और उनकी हालत स्थिर है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
सरैया थाने के प्रभारी ने बताया कि स्कॉर्पियो चालक को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि वाहन की रफ्तार बहुत अधिक थी और भीड़भाड़ वाले इलाके में सावधानी नहीं बरती गई। पुलिस ने कहा है कि ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने और दुर्घटना में घायल करने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। तीनों वाहनों को जब्त कर लिया गया है और उन्हें तकनीकी जांच के लिए भेजा गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ब्रेक फेल जैसी कोई तकनीकी समस्या तो नहीं थी।
सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर से बिहार में सड़क सुरक्षा की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों का मुख्य कारण तेज रफ्तार और लापरवाही भरा वाहन संचालन माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि त्योहारों और पर्वों के दौरान ट्रैफिक नियंत्रण के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। कार्तिक पूर्णिमा जैसे शुभ दिन पर हुआ यह हादसा कई परिवारों के लिए दर्दनाक याद बन गया। गंगा स्नान के उत्साह में निकले श्रद्धालुओं के सफर में यह घटना सुरक्षा व्यवस्थाओं की पोल खोलती दिखी। हालांकि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाया और आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि सड़क सुरक्षा के प्रति जरा सी लापरवाही किसी भी पल भारी पड़ सकती है। मुजफ्फरपुर प्रशासन ने अब ऐसे धार्मिक अवसरों पर अतिरिक्त सुरक्षा और यातायात नियंत्रण की रणनीति तैयार करने का संकेत दिया है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों और श्रद्धालु सुरक्षित रूप से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।

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