बिहार में जारी सियासी घमासान के बीच राजेन्द्र सिंह की BJP में हुई घरवापसी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दिलाई सदस्यता

पटना। शराबबंदी पर एनडीए के घटक दलों में बढ़ती खटास के बीच भाजपा के पूर्व उपाध्याक्ष राजेन्द्र प्रसाद सिंह की पार्टी में घरवापसी हो गई। राजेन्द्र सिंह, पिछले विधानसभा चुनाव में दिनारा से प्रत्याशी रह चुके हैं। रविवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ अस्पताल रोड स्थित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल के आवासीय कार्यालय पर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश अध्यक्ष ने माला पहनाकर राजेंद्र सिंह का स्वागत किया। वही संजय जायसवा ने इस अवसर पर कहा की राजेंद्र सिंह पार्टी के मजबूत नेता हैं। पार्टी से थोड़े दिनों के लिए दूर चले गये थे। आज घर वापसी हुई है। वे पूर्व में पार्टी के प्रदेश महामंत्री व उपाध्यक्ष के पद पर रह चुके हैं। इन्होंने दक्षिण बिहार में जबर्दस्त काम किया है। अब ये फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पार्टी को नई ऊंचाइयों तक पहुचाएंगे। वहीं राजेंद्र सिंह ने कहा कि मैं कागज में भाजपा से दूर था। मेरे दिल में हमेशा भाजपा ही रही है। आज फिर से घर वापसी कर खुद को खुश महसूस कर रहा हूं।

पिछले विधानासभा चुनाव में राजेन्द्र प्रसाद सिंह रोहतास जिले की दिनारा सीट से लोजपा के उम्मीदवार थे। बीजेपी में वापसी पर उन्होंने कहा- ‘इसे मेरी मूर्खता कहें या गुस्सा, अपने क्षेत्र के लोगों के व्याप्क हित में मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया। अब मैं लोगों और अपने समर्थकों की इच्छा के अनुरूप अपनी मूल पार्टी में वापस आ गया हूं।’ राजेन्द्र सिंह, विधानसभा चुनाव में राजद के विजय मंडल से 8,228 वोटों के अंतर से हार गए थे। इसके पहले वह चार दशक तक आरएसएस और उसके अनुषांगिक संगठनों में काम कर चुके थे। 2004 से 2013 के बीच वह यूपी के काशी और अवध प्रांत में भाजपा के मंत्री, 2013 से 2015 तक झारखंड में संगठन मंत्री रहे। 2019 से 2020 तक वह भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर रहे।
बता दे की 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने पर उन्होंने भाजपा छोड़कर लोजपा ज्वाइन कर ली थी। राजेन्द्र सिंह का पार्टी में स्वागत करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने उन्हें दक्षिणी बिहार का सबसे बड़ा नेता बताया। उन्होंने कहा, ‘अतीत में विभिन्न पदों पर रहते हुए उन्होंने पार्टी की सेवा की। पुराने मतभेदों को भुलाते हुए वह दोबारा पार्टी में आए हैं। हम तहेदिल से स्वागत करते हैं।’ इस बारे में पूछे जाने पर लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने कहा, ‘राजेन्द्र प्रसाद विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी में निष्क्रिय हो गए थे। अब यह साफ हो गया है कि उन्होंने अपने निहित स्वार्थों के लिए पार्टी ज्वाइन की थी।