बिहार बोर्ड ने बड़ी संख्या में छात्रों का प्रवेश पत्र रोका, 2400 स्कूलों ने नहीं जमा किया परीक्षा एवं पंजीयन शुल्क
पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के लगातार निर्देश के बावजूद राज्य के 2400 स्कूलों ने अभी तक परीक्षा एवं पंजीयन शुल्क जमा नहीं किया है। ऐसे में उन छात्र-छात्राओं का प्रवेश पत्र बोर्ड ने रोक लिया है। अब स्कूलों को बोर्ड की ओर से शुल्क जमा करने को 20 जनवरी तक अंतिम मौका दिया गया है। बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर उसके बाद भी स्कूलों द्वारा बोर्ड को परीक्षा या पंजीयन शुल्क जमा नहीं किया जाएगा तो इसके लिए सीधे-सीधे स्कूल के प्राचार्यों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। मैट्रिक की मुख्य परीक्षा में 14 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों के शामिल होने की उम्मीद है।
20 से 22 जनवरी के बीच होगी प्रायोगिक परीक्षा
बिहार बोर्ड द्वारा आगामी 20 से 22 जनवरी तक मैट्रिक की प्रायोगिक परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में सभी परीक्षार्थियों का शामिल होना अनिवार्य है। जो परीक्षार्थी प्रायोगिक परीक्षा में शामिल नहीं होंगे, उन्हें मुख्य परीक्षा में भी बैठने की इजाजत नहीं होगी। ऐसे में सभी छात्रों को मैट्रिक की प्रायोगिक परीक्षा में शामिल होना होगा।
इंटर की प्रायोगिक परीक्षा शुरू
बिहार बोर्ड के इंटर स्तरीय स्कूल-कालेजों में प्रायोगिक परीक्षा शुरू हो गई है। शास्त्रीनगर बालक हाईस्कूल के प्राचार्य धीरज कुमार का कहना है कि पहले दिन जीव विज्ञान की परीक्षा थी। शुक्रवार को रसायन एवं भौतिकी की प्रायोगिक परीक्षा होगी। यहां 20 जनवरी से पहले प्रायोगिक परीक्षा खत्म हो जाएगी। बोर्ड द्वारा इंटर की प्रायोगिक परीक्षा के लिए बीस जनवरी तक अवधि निर्धारित की गई है। मिलर स्कूल, श्रीचंद्र हाईस्कूल, बांकीपुर गर्ल्स स्कूल में पहले से ही प्रायोगिक परीक्षा चल रही है।


