नए साल में बिहार में चलेगा कोरोना टीकाकरण का विशेष अभियान, जानिए पूरा मामला

पटना। नए साल में बिहार में कोरोना टीकाकरण का नया अभियान चलेगा। इसके तहत जनवरी में एक करोड़ 12 लाख टीके दिए जाएंगे। इस अभियान में 15 से 18 वर्ष के किशोरों को दिया जाने वाला कोरोना टीका और 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों, हेल्थ वर्कर एवं फ्रंटलाइन वर्कर को दिया जाने वाला बूस्टर डोज भी शामिल है। तीन जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों 15-18 वर्ष के किशोरों के टीकाकरण अभियान की शुरुआत होगी। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने गुरुवार को जूम एप के माध्यम से प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार 15 से 18 वर्ष के 83.46 लाख किशोरों को कोरोना टीका की खुराक दी जाएगी। वहीं, 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के 18.92 लाख बुजुर्गों एवं 5.24 लाख हेल्थ वर्कर एवं 5.06 लाख फ्रंटलाइन वर्करों को भी कोरोना टीका की बूस्टर डोज दी जाएगी। बूस्टर डोज के तहत दिए जाने वाले टीका के नाम की जानकारी केंद्र द्वारा अभी नहीं दी गयी है।

जनवरी के पहले सप्ताह में जीनोम सिक्वेंसिंग

ओमीक्रोन की पहचान को लेकर जनवरी के पहले सप्ताह में जीनोम सिक्वेंसिंग राज्य में शुरू होगी। संक्रमित मरीजों के इलाज में टेली मेडिसन की भी सहायता ली जाएगी।

440 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता

भवन निर्माण सचिव कुमार रवि ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण के पीक के दौरान राज्य में 377 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत थी जबकि वर्तमान में 440 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की उपलब्धता है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर अस्पतालों में बेड व दवा इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है।

15 से 18 वर्ष के बच्चों को कोवैक्सीन की खुराकें दी जाएगी

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 15 से 18 वर्ष के बच्चों को कोवैक्सीन की खुराक दी जाएगी। राज्य में वर्तमान में 14 लाख कोवैक्सीन टीका उपलब्ध है, शेष टीका आने वाले दिनों में केंद्र द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। 28 दिनों के बाद कोरोना टीका की पहली खुराक लेने वाले बच्चों को दूसरी खुराक दी जाएगी। वर्ष 2007 या उसके पूर्व की जन्मतिथि वाले बच्चे टीका ले सकेंगे। इसके लिए कोविन पोर्टल के माध्यम से 1 जनवरी से पंजीकरण शुरू होगा। सीधे टीकाकरण केंद्र पर पहुंचने वाले बच्चों को भी टीका लगेगा।

बुजुर्गो को गंभीर बीमारी के दस्तावेज के बिना भी मिलेगा टीका

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना टीका का बूस्टर डोज लेने वाले 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों को गंभीर बीमारी के दस्तावेज के बिना भी टीका दिया जाएगा। डॉक्टर की सलाह के अनुसार गंभीर बीमारी है तो वे टीका ले सकेंगे। वैसे व्यक्ति जिन्होंने 9 माह पूर्व या 39 सप्ताह पूर्व कोरोना टीका की दूसरी खुराक ली है उन्हें बूस्टर डोज लेने के लिए योग्य माना जाएगा।

हेल्थ वर्कर व फ्रंट लाइन वर्कर ले सकेंगे बूस्टर डोज

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर हेल्थ वर्कर एवं फ्रंटलाइन वर्कर को भी बूस्टर डोज दी जाएगी। इनके लिए भी योग्यता समान रहेगी। इनमें सभी पुलिसकर्मी व अन्य विभागों के फ्रंटलाइन कर्मी शामिल होंगे। फ्रंटलाइन वर्कर में शामिल पत्रकारों को भी बूस्टर डोज दी जाएगी।

पटना व गया में तेजी से बढ़े मामले

बिहार में गुरुवार को 132 नये कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गयी। पटना व गया में संक्रमण में तेजी दर्ज की गयी। पटना में 60 नये कोरोना संक्रमित मिले जबकि गया में 46 नये संक्रमितों की पहचान हुई। इसके पूर्व राज्य में 11 जुलाई को 136 नये संक्रमित मिले थे। पिछले 24 घंटे के अंदर राज्य में 1 लाख 62 हजार 39 सैंपल की कोरोना जांच की गयी और कोरोना की संक्रमण दर बढ़कर 0.08 फीसदी हो गयी।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इसके अतिरिक्त मुंगेर में 5, बक्सर, जमुई व जहानाबाद में 3-3, मधेपुरा, रोहतास व अन्य राज्य से आने वाले 2-2 व्यक्तियों तथा दरभंगा, कटिहार, खगड़िया, लखीसराय, सहरसा व सारण में 1-1 नये कोरोना संक्रमित मिले। एक दिन पूर्व राज्य में 77 नये कोरोना संक्रमित मिले थे। राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 333 हो गयी जबकि इसके पूर्व 7 अगस्त को राज्य में 320 सक्रिय मरीज थे। वहीं, पिछले 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 14 संक्रमित मरीज स्वस्थ हो गए और स्वस्थ होने की दर घटकर 98.29 फीसदी हो गयी। राज्य में इस दौरान किसी संक्रमित की मौत नहीं हुई। राज्य में अबतक 7 लाख 26 हजार 738 संक्रमितों की पहचान हो चुकी है जबकि इनमें 7 लाख 14 हजार 308 संक्रमित स्वस्थ हो चुके है जबकि अबतक 12096 संक्रमितों की मौत हुई है।

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