मस्तु वर्मा-सुनील हत्याकांड में पुलिस के हाथ खाली, दहल गया था सिटी का इलाका, बड़े गैंगस्टर पर शक की सूई
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पटना। गत 18 दिसंबर को पटना सिटी में हुए मस्तु वर्मा हत्याकांड मामले में अभी तक पटना पुलिस के हाथ खाली हैं। घटना के 8 दिन बीत जाने के बाद भी इस मामले में पुलिस को कोई कामयाबी हासिल नहीं हो सकी है। पुलिस के द्वारा इस मामले में अभी तक किसी संलिप्त अपराधी की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है। उल्लेखनीय है कि पिछले 18 दिसंबर को पटना सिटी के बाईपास इलाके में कसेरा धर्मकांटा के पास पटना सिटी के दबंग जमीन कारोबारी मस्तु वर्मा तथा उसके एक अन्य साथी सुनील की अपराधियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। जिस वक्त मस्तु वर्मा तथा उसके साथी सुनील की गोलियों से भूनकर हत्या की जा रहे थी, उस समय गाड़ी में सुनील की पत्नी-बहन समेत दो बच्चे भी बैठे हुए थे। पटना सिटी इलाके में हुए इस डबल मर्डर की घटना से पूरा इलाका दहल गया था।
मस्तु वर्मा पटना सिटी का चर्चित चेहरा था। मस्तु पर भी कुछ आपराधिक मामले दर्ज थे। मगर मस्तु वर्मा के परिजनों का कहना है कि किसी भी मामले में उसकी संलिप्तता पुलिस साबित नहीं कर सकी थी। पिछले कुछ वर्षों से मस्तु वर्मा जमीन का कारोबार कर रहा था। हत्या के एक सप्ताह पूर्व उसे ग्लोबल कायस्थ कमिटी का अध्यक्ष भी बनाया गया था। इसी कमिटी के द्वारा दिल्ली में आयोजित एक कांफ्रेंस में भाग लेने के लिए मस्तु वर्मा दिल्ली जा रहा था। राजेंद्र नगर स्टेशन जाने के क्रम में पटना सिटी के बाईपास इलाके में उसके तथा उसे स्टेशन छोड़ने के लिए जा रहे उसके साथी सुनील की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में अभी तक पुलिस ने किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। परिजनों का मानना है कि मस्तु वर्मा के बढ़ते कद से उसके कई दुश्मन बन गए थे। पटना सिटी इलाके के कई बड़े अपराधी उसके जान के दुश्मन बने हुए थे। पटना पुलिस इस मामले को गैंगवार की घटना से जोड़कर देख रही है।
सूत्रों के अनुसार पटना पुलिस घटना के दिन मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मामले की छानबीन कर रही है। मगर अभी तक किसी अपराधी का गिरफ्तार नहीं होना पुलिस के सक्रियता पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। पटना सिटी इलाके में मजबूत दबदबा रखने वाले मस्तु वर्मा की अदावत पिछले एक दशक से कई अपराधिक शख्सियतों के साथ रह चुकी है। पुलिस पुराने रिकॉर्ड को खंगाल रही है। माना जा रहा है कि सीसीटीवी फुटेज तथा पुराने अदावतों को ध्यान में रखते हुए पुलिस जल्द ही इस घटना को अंजाम देने वाले कुख्यात हत्यारों तक पहुंचने का दावा कर रही है।
मस्तु वर्मा को जानने वालों के अनुसार, उसने लंबे समय तक पटना पुलिस के लिए भी काम किया है। जिसके कारण उसके कई अपराधी दुश्मन बने हुए थे। इस मामले में शक की सूई पटना सिटी इलाके के पुराने गैंगस्टर पर जा रही है। 90 के दशक से लेकर अभी तक अपराध जगत में सक्रिय रहे इस गैंगस्टर का पटना सिटी के अपराध जगत में अभी भी दबदबा कायम है। डबल मर्डर के घटना में अपराधियों के गोलियों का शिकार होने वाला दूसरा शख्स सुनील कुमार मोबाइल का व्यवसायी बताया जाता है। घटना के वक्त उसकी पत्नी बहन तथा बच्चे भी उसी गाड़ी में सवार थे। उसके परिजनों का रो-रोकर अभी बुरा हाल है। इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं होने से मस्तु वर्मा तथा उसके साथी सुनील के परिजनों में पुलिस के कार्यशैली को लेकर निराशा पनप रही है।


