नालंदा में शराब बनाने वाली मिनी फैक्टरी का हुआ भंडाफोड़, होमियोपैथिक दवाई से बनाई जाती थी शराब
पटना। बिहार में शराबबंदी को लेकर सीएम नीतीश कुमार सख्ती बरतने का दावा कर रहे हैं लेकिन दूसरी ओर आये दिन शराब से जुड़ी कोई ना कोई खबर सामने आ रही है। इस बीच नालंदा जिले से बड़ी खबर आ रही है, जहां शराब बनाने वाली मिनी फैक्टरी का खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार, नालंदा जिले के दीपनगर थाना के मेघि नगमा गांव में में उत्पाद विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शराब बनाने वाली मिनी फैक्टरी का खुलासा किया है। यहां होमियोपैथिक दवाई से शराब बनता था। उत्पाद विभाग ने भारी मात्रा में शराब बरामद किया है। वहीं अवैध शराब बनाने की दवाई के साथ एक शराब माफिया को भी उत्पाद विभाग ने गिरफ्तार किया है।

एक्साइज इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह की माने तो नए साल को लेकर एक्साइज विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर छापेमारी की जा रही है। और बाहर से शराब नहीं आ रहा है। जिसकी वजह से शराब माफियाओं ने नई तकनीक से शराब बनाने का काम शुरू किया है। एक्साइज इंस्पेक्टर ने बताया कि दीपनगर थाना इलाके के नगमा गांव में शराब बनाने वाली मिनी फैक्टरी का खुलासा हुआ है जबकि विकास कुमार नामक युवक को गिरफ्तार किया गया है। नालंदा जिले के नगमा गांव में होम्योपैथिक मेडिसिन से विदेशी शराब का निर्माण हो रहा था। जहां से उत्पाद विभाग ने रॉयल स्टैग की खाली बोतल और 180 बॉटल होम्योपैथिक मेडिसिन बरामद किया है। जिसके माध्यम से यह लोग विदेशी शराब का निर्माण करते थे। ऐसे में पुलिस के सामने एक बार फिर चुनौती खड़ी हो गई है।
बता दे की कुछ दिन पहले दरभंगा स्थित डीएमसीएच के हॉस्टल में पुलिस को शराब का खजाना मिला था। जहां डीएमसीएच के हॉस्टल से पुलिस ने 99 कार्टन शराब बरामद किया। इसके अलावे समस्तीपुर में शराब के साथ ASI गिरफ्तार हुआ। विभूतिपुर में तैनात अरुण पटेल को गिरफ्तार किया गया। एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने इसकी पुष्टि की। ASI अरुण पटेल पर शराब कारोबारी से सांठगांठ का आरोप है।

