November 17, 2025

भारत बंद का बिहार में मिलाजुला असर : पटना में महागठबंधन नेताओं का प्रदर्शन तो कही सड़क जाम व आगजनी

पटना। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को किसान संगठनों ने भारत बंद बुलाया था। बिहार में लेफ्ट के साथ-साथ महागठबंधन की पार्टियां राजद, कांग्रेस समेत अन्य पार्टियों ने भी इस बंद को समर्थन दिया। सोमवार सुबह से ही बंद कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए। राजधानी पटना समेत बिहार के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में प्रदर्शनकारियों ने यातायात को बाधित किया। कटिहार, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, सहरसा, बेगूसराय, बेतिया, समस्तीपुर, भोजपुर, नालंदा, सीवान, बक्सर, जहानाबाद, अरवल और वैशाली में महागठबंधन के कार्यकर्ता सड़क पर उतर टायर जलाकर आगजनी की और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते किसान विरोधी कानूनों को वापस लेने की मांग की।
डाकबंगला चौराहा तीन घंटा रहा जाम
महागठबंधन की पार्टियों और विभिन्न मजदूर-छात्र व महिला संगठनों ने पटना के डाक बंगला चौराहा को चारों तरफ से जाम कर दिया। सुबह 11:30 बजे के करीब जुलूस डाक बंगला चौराहा पहुंचा। इसमें राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, अब्दुलबारी सिद्दीकी, जयप्रकाश नारायण यादव, श्याम रजक, मृत्युंजय तिवारी आदि के साथ माले के धीरेन्द्र झा, एपवा की सरोज चौबे, शशि यादव, कुमुद गुप्ता, सीपीआई नेता रामनरेश पांडेय, कांग्रेस के एमएलसी समीर सिंह आदि सहित कई नेता-कार्यकर्ता डाकबंगला चौराहा पर पहुंचे। जाम के कारण आमलोगों को काफी फजीहत झेलनी पड़ी। लोगों को लिंक सड़कों का सहारा लेकर आना-जाना पड़ा। इसके बाद से लेकर दोपहर डेढ़ बजे तक इलाका जाम से प्रभावित रहा। एपवा की कई महिलाएं अपने नवजात को गोद में लेकर बंद में पहुंची थीं। 70-80 साल के बुजुर्ग भी नजर आए। बुद्ध स्मृति पार्क से लेकर डाक बंगला चौराहा तक सबों ने मार्च किया और फिर डाकबंगला चौराहा पर कई नेताओं का भाषण हुआ।


पटना के बाढ़ में नहीं दिखा भारत बंद का असर
वहीं पटना के बाढ़ शहरी क्षेत्र में भारत बंद का असर नहीं दिखा। आम दिनों की तरह आज भी शहर में जनजीवन सामान्य देखे गए। सुबह से ही सभी तरह के वाहनों का आवाजाही जारी रहा। अधिकांशत: दुकानें खुली रही। 10 बजे के बाद कुछ बंद समर्थक सड़क पर देखे गए। राजद और वाम दलों ने जहां कुछ समय के लिए बाढ़ के कचहरी चौक पर एनएच 31 को अवरुद्ध कर सरकार विरोधी नारे लगाए गए, वहीं सदर अस्पताल चौक पर जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कुछ देर के लिए सड़क को बाधित कर सरकार विरोधी नारे लगाए गए। हालांक बंद का असर सुदूर टाल क्षेत्र के बेलछी प्रखंड में देखने को मिला। जहां वाम दल नेता नंदलाल दास के नेतृत्व में बेलछी-बिंद मार्ग को घंटो जाम कर सरकार विरोधी नारे लगाए गए।


गांधी सेतु पर दो घंटे बाधित रही यातायात
वैशाली में राजद कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन से उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले गांधी सेतु पर यातायात बाधित हो गया। राजद के प्रदेश महासचिव सह महुआ विधायक डॉ. मुकेश रौशन अहले सुबह सैकड़ों समर्थकों के साथ हाजीपुर के रामाशीष चौक पर उतर आए। चौक जाम होने की वजह से महात्मा गांधी सेतु भी जाम हो गया। हालांकि, सदर एसडीपीओ राघव दयाल दलबल के साथ पहुंचे और कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत करवाने की कोशिश की। इतने पर भी हंगामा शांत नहीं हुआ तो विधायक डॉ. रोशन को उनके समर्थकों के साथ हिरासत में ले लिया गया। पुलिस उन्हें यातायात थाना ले गई, जहां विधायक और उनके समर्थकों ने नारेबाजी की। करीब 2 घंटे बाद गांधी सेतु पर जाम खत्म हो गया।


आरा-सासाराम मुख्य मार्ग को किया जाम
माले विधायक सुदामा प्रसाद के नेतृत्व में आरा बस स्टैंड के पास आरा-सासाराम मुख्य मार्ग को जाम कर प्रदर्शनकारी सरकार के विरोध में नारेबाजी किया। बेगूसराय में सुबह से ही वामदलों के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए। कार्यकर्ताओं ने एनएच-31 को जाम कर दिया। नवादा के प्रजातंत्र चौक पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान संघ सुबह से ही रोड पर उतर कर सड़क को जाम कर केंद्र सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी किया।
अन्य जिलों में भी सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारी
वहीं बिहार के खगड़िया में कांग्रेस, राजद सहित महागठबंधन के तमाम घटक दलों के नेताओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। इससे एनएच-31 घंटों तक जाम रहा। जहानाबाद में बंद समर्थकों ने ट्रेनें रोकी। गया-पटना रोड एनएच-83 को किया जाम। बेगूसराय में महागठबंधन कार्यकर्ता सड़क पर उतर एनएच-31 को जाम कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मुजफ्फरपुर में राजद विधायक इसराइल मंसूरी और जिलाध्यक्ष रमेश गुप्ता के नेतृत्व में जगह-जगह प्रदर्शन किया। रकार्यकर्ताओं ने कांटी के पास नेशनल हाइवे को जाम कर दिया।

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