December 6, 2025

PATNA : राघोपुर की लाइफलाइन कच्ची दरगाह-रुस्तमपुर पीपा पुल खुला, अब 5 महीने के लिए नाव ही सहारा

फतुहा। लगातार हो रही बारिश व गंगा में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए राघोपुर के लिए लाइफलाइन कही जाने वाली कच्ची दरगाह-रुस्तमपुर पीपा पुल को बुधवार को खोल दिया गया। हालांकि बीते दिनों आयी यास तूफान से पीपा पुल का गार्डर खिसक जाने व एप्रोच पथ क्षतिग्रस्त हो जाने से पिछले कई दिनों से इस पुल के जरिए होने वाले परिचालन को बंद कर दिया गया था। लोगों ने इसे मरम्मत करा परिचालन को शुरू करने की मांग भी की थी। लेकिन पीपा पुल आथोरिटी के द्वारा मरम्मत नहीं कराया गया था, लेकिन लगातार हो रही बारिश व गंगा में बढ़ते हुए जलस्तर को देखते हुए आथोरिटी के द्वारा पीपा पुल को खोल दिया गया। पीपा पुल के खुलते हीं पटना के कच्ची दरगाह व दियारा क्षेत्र के राघोपुर के बीच संपर्क टूट गया। अब दियारा क्षेत्र के लोगों के आवागमन के लिए नाव ही परिचालन का एक मात्र उपाय रह गया है। दियारा क्षेत्र के लोगों को आवागमन हेतु अगले पांच महीने के लिए नाव का ही सहारा लेना होगा। लाखों की आबादी वाली दियारा क्षेत्र के राघोपुर व उसके आसपास के इलाके के लिए अगले चार पांच महीने परेशानियों का सामना करना पडेगा। विदित हो कि पुर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान राघोपुर के लोगों के आवागमन के लिए कच्ची दरगाह व रुस्तमपुर के बीच पीपा पुल का सौगात दिया था। इसके बाद से यह पीपा पुल राघोपुर के लिए लाइफलाइन बन गई थी। बीच-बीच में गंगा के जलस्तर बढने पर तथा किसी जहाज को पार कराने को लेकर पीपा पुल को खोला जाता रहा है। हालांकि अब गंगा के उपर बिदुपुर से कच्ची दरगाह के बीच सिक्स लेन पुल का निर्माण कराया जा रहा है। लेकिन निमार्णाधीन होने के कारण राघोपुर के लोगों के लिए फिलवक्त पीपा पुल ही आवागमन का एक मात्र रास्ता है, जिसे बरसात के दिनों में खोल दिया जाता है। जिला प्रशासन ने गंगा में नाव के परिचालन पर रोक लगा रखी है। लेकिन पीपा पुल के खुल जाने पर स्थानीय प्रशासन द्वारा उन्हीं नाव के परिचालन का आदेश दिया गया है, जो जिला प्रशासन से रजिस्टर्ड है। अवैध नाव के परिचालन की अनुमति नहीं होगी।

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