RCP का LJP पर कटाक्ष : हमलोग किसी को तोड़ते नहीं हैं; आप जो बोइएगा वही काटिएगा

  • आरसीपी सिंह की पार्टी के 8 प्रकोष्ठों के साथ की बैठक

पटना। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने सोमवार को जदयू मुख्यालय स्थित कर्पूरी सभागार में पार्टी के कुल 8 प्रकोष्ठों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान श्री सिंह ने सभी प्रकोष्ठों से कहा कि उनकी गतिविधि बूथ तक दिखनी चाहिए। जब तक उनके प्रयासों का लाभ आमलोगों को न मिले, तब तक उसका कोई अर्थ नहीं। कभी ये न भूलें कि समाज से जुड़कर ही उसे बदला जा सकता है। साथ ही अपने अतीत और इतिहास का ज्ञान हमें जरूर हो ताकि उससे प्रेरणा लेकर भविष्य के लिए ऊर्जा हासिल कर सकें। कोरोना को लेकर उन्होंने कहा कि इसके विरुद्ध जागरुकता अभियान के महायज्ञ में अपना योगदान जरूर दें।
लोजपा के सभी सांसद दुखी थे
बैठक के उपरांत मीडिया से बातचीत में लोजपा के टूटने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि हमलोग किसी को तोड़ते नहीं हैं। आप जो बोइएगा वही काटिएगा। आपको जब नेतृत्व मिलता है, सबको सम्मान देना होता है, इज्जत देनी होती है, सबको साथ लेकर चलना होता है। मनमानी से काम नहीं चलता। स्व. रामविलास पासवान का अपना व्यक्तित्व था, उन्हें लोग नेता मानते थे। लेकिन उनके बाद मनमानी की जा रही थी। इसी रवैये के कारण लोकसभा चुनाव में बिहार में 40 में 39 सीटें जीतने वाले एनडीए को विधानसभा चुनाव में भारी क्षति हुई। उनके व्यवहार और निर्णयों से उनकी पार्टी के सभी सांसद दुखी थे और अंत में उन्होंने अपना रास्ता अलग कर लिया। आपकी नीयत में खोट था इसलिए चार महीने के अंदर ही आपका पर्दाफाश हो गया। आपके लोग समझ गए कि आप पार्टी को नेतृत्व नहीं दे सकते।
पशुपति एनडीए के ही हिस्सा थे
वहीं केन्द्रीय मंत्रिमंडल में जदयू के शामिल होने के सवाल पर श्री सिंह ने कहा कि अगर हमारी पार्टी को निमंत्रण मिलता है तो हम निश्चित रूप से हिस्सा लेंगे। वहीं पशुपति पारस के जदयू में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे एनडीए के ही हिस्सा थे और बिहार की एनडीए सरकार के सम्मानित मंत्री भी थे। वे हमारे यहां रहें, हमारे सहयोगी के यहां रहें या अलग रहें, ये उनका अपना निर्णय होगा। हम उनका स्वागत करेंगे।
हम केवल एनडीए के साथियों से संपर्क में
आरजेडी के विधायकों के संपर्क में होने के सवाल पर आरसीपी सिंह ने कहा कि हम केवल एनडीए के साथियों से संपर्क में रहते हैं। आरजेडी के विधायकों के जदयू में आने के संबंध मे पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अगर कोई कहीं दुखी है और इस कारण कोई निर्णय लेता है तो इसमें हम क्या कर सकते हैं। अगर ऐसी कोई बात आएगी तो देखा जाएगा। हमारा ध्यान केवल इस बात पर है कि हमारा जनाधार, हमारा संगठन कैसे मजबूत हो। नीतीश कुमार ने जो काम किया है, उसका हमें और भी अच्छा परिणाम मिले, हमें ये देखना है। हर पार्टी की अपनी ताकत और कमजोरी होती है। जो पार्टी अपनी कमजोरी को आंककर ठीक कर लेती है, वही आगे बढ़ती है।
ये प्रकोष्ठ शामिल हुए
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के साथ ही महासचिव डॉ. नवीन कुमार आर्य, अनिल कुमार, चंदन कुमार सिंह, सुनील कुमार, डॉ. अमरदीप एवं मनीष बरियार मौजूद रहे। वहीं, आज की बैठक में जो प्रकोष्ठ शामिल हुए, वे हैं अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, महिला अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, बुनकर प्रकोष्ठ, कलमजीवी प्रकोष्ठ, सवर्ण प्रकोष्ठ, तकनीकी प्रकोष्ठ, सहकारिता प्रकोष्ठ और समाज सुधार सेनानी प्रकोष्ठ।

You may have missed