December 5, 2025

बिहार के सभी जिलों में कांग्रेस का धरना, किसानों के मांगों के समर्थन में हर लड़ाई लड़ेंगे : मदन मोहन

पटना। किसानों के मुद्दें पर कांग्रेस लगातार केंद्र सरकार को घेर रही है और इसी कड़ी में प्रदेश भर में धरने के आयोजन किया गया। बिहार कांग्रेस कमिटी द्वारा राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में तीनों कृषि कानूनों की वापसी के लिए गुरूवार को धरना दिया गया। पटना महानगर और पटना ग्रामीण कांग्रेस कमिटी द्वारा गर्दनीबाग में धरना का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पटना महानगर के अध्यक्ष शशि रंजन यादव और संचालन डॉ. आशुतोष शर्मा ने की।
एक-एक कार्यकर्ता किसानों के साथ
धरने में शामिल होने पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों के हक के लिए लड़ाई लड़ती रहेगी। उन्होंने कहा कि जब तक ये तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी नहीं हो जाती, तब तक पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता किसानों के साथ मुस्तैदी से उनके हक की लड़ाई लड़ता रहेगा।
कृषि कानून की सबसे बड़ी मार बिहार जैसे राज्यों पर पड़ेगी
वहीं बतौर मुख्य अतिथि प्रभारी सचिव वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि कानून की सबसे बड़ी मार बिहार जैसे राज्यों को पड़ेगी। क्योंकि यहां पहले से ही न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीददारी नहीं होती, जिससे पूंजीपतियों द्वारा बिहार के किसानों की फसलों पर गिद्ध दृष्टि बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद सुनिश्चित हो और कृषि प्रधान राष्ट्र के बहुसंख्यक किसान निडर होकर खेती करें, तभी देश का कल्याण हो सकता है।
केंद्र सरकार किसानों के मांगों के प्रति असंवेदनशील
इस दौरान पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता निखिल कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के वाजिब मांगों के प्रति असंवेदनशील हो गयी है। दिल्ली की सीमाओं पर किसान कई महीनों से डेरा डाले हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मोदी सरकार तानाशाहों की तरह व्यवहार कर रही है।
5 अप्रैल को सभी प्रखंडों पर धरना
मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आज प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर पार्टी ने तीनों काले कृषि कानूनों के खिलाफ धरना दिया है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस आगामी 5 अप्रैल को सभी प्रखंडों पर धरना देगी। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों के वाजिब हक को ये सरकार वापस नहीं देती तब तक कांग्रेस नके हक की लड़ाई को बुलंद करती रहेगी।
ये रहे उपस्थित
धरने में पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, नरेन्द्र कुमार, विधायक सिद्धार्थ सौरभ, छत्रपति यादव, सुबोध कुमार, असित नाथ तिवारी, कुमार आशीष, ब्रजेश प्रसाद मुनन, गुंजन पटेल, राजेश कुमार सिन्हा, उमाकांत सिंह, अरविंद लाल रजक, सुधा मिश्र, सुनील कुमार सिंह, शशि कान्त तिवारी, मंजीत आनंद साहू, रीता सिंह, रूपम यादव, प्रदुमन यादव, दुर्गा प्रसाद, परवेज अहमद, सत्येन्द्र कुमार सिंह, ध्रुव नारायण सिंह, राजेंद्र चौधरी, इन्द्रमणि देवी, फिरोज हसन, रूमा सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए।

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