December 5, 2025

PATNA : खेसारी व अक्षरा के पहुंचने से पहले कार्यक्रम रद्द, लोगों ने छपाक वाटर पार्क में की तोड़फोड़ व पथराव, बड़ा सवाल….

कोरोना को लेकर लगी रोक के बावजूद किसके इजाजत से हो रहा था कार्यक्रम, बड़े पैमाने पर बेचे गये थे टिकट


फतुहा। रविवार को पटना के फतुहा थाना क्षेत्र के फोरलेन पर स्थित छपाक वाटर पार्क में कोरोना को लेकर लगी रोक के बावजूद भोजपुरी फिल्म अभिनेता खेसारी लाल यादव और अभिनेत्री अक्षरा सिंह के साथ होली पर बड़े कार्यक्रम का आयोजन होना था। इसके लिए आयोजकों द्वारा बड़े पैमाने पर टिकट भी बेचे गये थे। यह कार्यक्रम दिन बारह बजे से शुरू होनी थी। समय के पहले इस कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों टिकट खरीदार के साथ-साथ स्थानीय लोग भी पहुंच गए। हजारों की भीड़ देख स्थिति न संभल पाने के डर से आयोजकों ने खेसारी व अक्षरा के पहुंचने से पहले ही कार्यक्रम को रद्द कर दिया।


कार्यक्रम के रद्द होने के साथ ही वाटर पार्क के बाहर खड़े लोग आक्रोशित हो गए और जमकर बवाल काटने लगे। भीड़ ने वाटर पार्क के बाहर तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी। इतना ही नहीं, आक्रोशित भीड़ ने वाटर पार्क के अंदर पथराव भी शुरू कर दिया। वहां पर लगे पोस्टर बैनर फाड़ डाले तथा टिकट के पैसे की वापसी के लिए पार्क के काउंटर पर भी तोड़फोड़ किया। सारे आयोजक पार्क के अंदर छिप गये। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। एसडीओ व एसडीपीओ भी पहुंचे तथा उपद्रवियों को खदेड़ा। इससे लोग और आक्रोशित हो गए और फतुहा थाने की गश्ती गाड़ी के भी शीशे फोड़ डाले। इसके बाद पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्की लाठीचार्ज भी करना पड़ा। इसके बावजूद भी भीड़ वहां से हटने का नाम नहीं ले रहे थे तथा बार-बार खेसारी व अक्षरा को बुलाने की मांग कर रहे थे। करीब पांच घंटे तक वाटर पार्क रणक्षेत्र बना रहा। लेकिन शाम होते ही पुलिस किसी तरह आक्रोशित लोगों को समझा बुझाकर वापस किया।
विदित हो कि विक्रांत इंटरटेनमेंट कंपनी के तरफ से वाटर पार्क में अक्षरा व खेसारी यादव के संग होली के रंग कार्यक्रम आयोजित की जानी थी। इसके लिए कंपनी के द्वारा एक हजार, पन्द्रह सौ व दो हजार रुपये की हजारों टिकट बेचे गये थे। लेकिन सवाल यह है कि कोरोना को लेकर हाल ही में जिला प्रशासन के द्वारा बड़े कार्यक्रम के आयोजन व होली मिलन समारोह पर रोक लगा दी गई थी। फिर किसके आदेश से हजारों की भीड़ जमा कर ऐसे कार्यक्रम का परमिशन दिया गया। जब इस संदर्भ में आयोजकों के साथ-साथ एसडीओ, एसडीपीओ से पूछा गया तो उनलोगों ने कोई जवाब नहीं दिया। वहीं थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम को रद्द करने की पहले ही अनुशंसा करने का अनुरोध किया गया था लेकिन आयोजक नहीं माने। उन्होंने बताया कि आयोजक स्थानीय प्रशासन को फिल्म शूटिंग करने की बात कही थी।

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