December 5, 2025

मंत्री मुकेश सहनी की जगह सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुए उनके भाई का मुद्दा विस में उठा, सहनी ने मीडिया के सामने मांगी माफी

पटना। पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री और एमएलसी मुकेश सहनी के भाई के मामले को लेकर शुक्रवार को विधान परिषद् में जबरदस्त हंगामा हुआ। मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी ने बीते गुरुवार को हाजीपुर में एक सरकारी कार्यक्रम में मत्स्य विभाग की योजना के तहत चयनित मछलीपालकों को आइस बॉक्स, मोपेड, बाइक और छोटी मालवाहक गाड़ियां वितरित की थी। इस कार्यक्रम में मुकेश सहनी को जाना था। सदन में विपक्षी सदस्यों ने आरोप लगाया कि मुकेश सहनी ने अपनी जगह अपने भाई संतोष सहनी को भेज दिया। ऐसा कर उन्होंने सरकार और सरकारी कार्यक्रम का मजाक उड़ाया है। विपक्षी सदस्यों का विरोध इस कदर बढ़ गया कि सदन में सीएम नीतीश कुमार को खुद हस्तक्षेप करना पड़ा। इस मामले में सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा। परिषद् में हंगामे और सीएम के संज्ञान के बाद मुकेश सहनी ने मीडिया के सामने इसके लिए माफी मांगी।
सीएम ने विपक्षी नेताओं से भी बातचीत की: हंगामा तेज होने पर मामले में हस्तक्षेप करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी। अगर ऐसा हुआ है तो यह आश्चर्यजनक है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से पूछा कि मामला क्या है। फिर जल संसाधन मंत्री संजय झा को कहा कि आप इस मामले की जांच करें। मुख्यमंत्री ने संजय झा से कहा कि यह गंभीर मामला है, इसे अपने स्तर पर जांच कराइए। मुख्यमंत्री ने इस मामले पर विधान परिषद में विपक्षी नेताओं से भी बातचीत की।
भाजपा के एमएलसी ने भी किया विरोध: सदन में यह मामला राजद के भाई विरेंद्र और ललित यादव ने उठाया। जैसे ही यह मामला सदन में उठा हंगामा होने लगा। विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। राजद के एमएलसी सुबोध राय ने मंत्री मुकेश सहनी को बर्खास्त करने की मांग की। सुबोध राय ने कहा कि मुकेश सहनी ने सरकार को घर की जागीर समझ रखा है। इसके बाद विपक्ष के सारे नेता खड़े होकर मंत्री मुकेश सहनी को बर्खास्त करने की मांग करने लगे। इस मामले का सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी विरोध किया। भाजपा के एमएलसी नवल किशोर यादव ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्था के लिए यह कलंक है। लोकतंत्र लोक लाज से चलता है, हम इसका निंदा करते हैं। कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि मंत्री के बजाय सरकारी योजना का उद्घाटन उनके परिवार के लोग कर रहे हैं, यह सुशासन नहीं, दुशासन का राज है, महा जंगलराज है। उन्होंने कहा कि इस मामले में संबंधित अधिकारियों और मंत्री पर कार्रवाई होनी चाहिए। प्रेमचंद मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने हमें आश्वस्त किया है कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है और वह इसको लेकर वे गंभीर है।
सड़क दुर्घटना में एकल मौत पर भी मुआवजा देने पर सरकार करेगी विचार
बिहार सरकार सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति की भी मौत होने पर उसके परिजनों को अनुग्रह अनुदान देने पर विचार करेगी। विधानसभा में भाजपा के पवन कुमार जायसवाल के अल्पसूचित प्रश्न के उत्तर में आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि सड़क दुर्घटना में एक व्यक्ति के प्रभावित होने पर अनुग्रह अनुदान देने का प्रावधान नहीं है लेकिन सामूहिक सड़क दुर्घटना में मृत व्यक्ति को चार लाख और घायलों को क्षति के अनुरूप अनुग्रह अनुदान देने का प्रावधान है। इस पर भाजपा के जायसवाल और राजद के चंद्रशेखर समेत पक्ष-विपक्ष के सदस्यों ने दुर्घटनाओं में एक व्यक्ति की भी मौत पर मुआवजा देने की मांग की। इसके बाद उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि सभी सदस्यों की भावनाओं को देखते हुए सरकार सड़क दुर्घटना में एकल मृत्यु पर भी अनुग्रह अनुदान देने पर विचार करेगी।

 

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