बजट सत्र : महंगाई के खिलाफ विपक्ष का प्रदर्शन, सिर पर गैस और गले में प्याज की माला पहनकर किया हंगामा, सुरक्षा पर उठे सवाल
पटना। बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के 8वें दिन विधानसभा की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके पहले मंगलवार को कार्यवाही शुरू होने से पहले विधानमंडल परिसर में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। बढ़ती महंगाई को लेकर सरकार के खिलाफ वाम दलों और राजद के विधायकों ने नारेबाजी करते हुए केंद्र व राज्य सरकार को घेरा। इस दौरान राजद की कई महिला विधायक सिलेंडर लेकर सदन परिसर में पहुंच गई। वहीं राजद विधायक भाई बीरेंद्र समेत अन्य प्याज की माला पहनकर हंगामा किए। वहीं सिलेंडर लेकर सदन के परिसर में घुसने के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे कि विधानमंडल परिसर में गैस सिलेंडर लेकर कोई कैसे घुस गया। सुरक्षाकर्मियों ने विधायकों को सिलेंडर के साथ अंदर आने की इजाजत कैसे दी।
सरकार महंगाई के बारे में सोंचे


उधर, विधान परिषद के बाहर भी बढ़ती महंगाई को लेकर कांग्रेस के एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा और समीर कुमार सिंह हाथ में पोस्टर लेकर दोनों सरकार का विरोध करते नजर आए। रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को सरकार से वापस लेने की मांग की। प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों से लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। यह देश की सबसे बड़ी समस्या बन गई है। बिहार सरकार पेट्रोल और डीजल पर 26 और 19 प्रतिशत वैट लेती है। इसके ऊपर फिर 29 प्रतिशत सरचार्ज लेती है। सरकार को महंगाई के बारे में सोचना चाहिए।
इलेक्ट्रिक बस से सदन पहुंचे सीएम, विधानमंडल परिसर में हुई दुर्घटनाग्रस्त

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद समेत नीतीश मंत्रिमंडल के अन्य सदस्य इलेक्ट्रिक बस के शुभारंभ के बाद उसी बस से विधानसभा पहुंचे। लेकिन अपने पहले ही सफर में बस विधानमंडल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। परिसर में उद्यान की रेलिंग से टक्कर होने के बाद दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं इस मामले पर कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि यह शुभ संकेत नहीं है। परिवहन विभाग की तैयारी सही नहीं कही जा सकती है। सीएम को शुभारंभ करने के लिए इतनी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी। वो भी इलेक्ट्रिक बस से सदन आने की क्या जरूरत थी।
रोजगार मांगने पर छात्रों की पिटाई

भाकपा माले के विधायक महबूब आलम ने कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन के बाहर कहा कि 19 लाख रोजगार का वादा करके यह सरकार सत्ता में आई है। रोजगार मांगने पर छात्रों की पिटाई की गई। तीन विधायकों को अपमानित किया गया। छात्रों पर गंदा पानी का बौछार किया गया। सीएम नीतीश कुमार चाहते हैं कि पीएम मोदी की तरह बिहार में भी जुमलेबाजी की तर्ज पर सरकार चलाएं। बजट भी पास हो गया, लेकिन कहीं भी 19 लाख रोजगार की बात नहीं कही गई। वहीं माले विधायक संदीप सौरव ने कहा कि सीएम के जन्मदिन पर बिहार के नौजवानों को सोमवार को लाठी मिली। नीतीश कैबिनेट में दो उपमुख्यमंत्री हैं। किसी ने भी छात्रों से बातचीत करना उचित नहीं समझा।

