September 18, 2025

बिहार में फिर चढ़ा सियासी तापमान : भाजपा सांसद ने शराबबंदी की खोली पोल, पुलिस को नाकारा और घूसखोर तक कहा

औरंगाबाद। बिहार में पूर्ण शराबबंदी के दावों की हवा कोई और नहीं बल्कि जदयू की सहयोगी पार्टी भाजपा निकालने में जुटी है। बता दें इसके पहले भाजपा नेताओं ने नीतीश कुमार को कानून व्यवस्था, शराबबंदी को लेकर घेर चुके हैं। अब बिहार के औरंगाबाद से भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह ने नीतीश सरकार की पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाकर बिहार के सियासी तापमान को और बढ़ा दिया हैं। शनिवार की शाम सांसद ने इसके खिलाफ धरना भी दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में शराबबंदी के बावजूद पुलिस के सरंक्षण में खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है। इस बयान के बाद सांसद के आरोपों पर सरकार के बचाव में भाजपा के ही वरिष्ठ नेता और पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह उतर आये हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये सांसद सुशील कुमार सिंह पर ही आरोपों की बौछार कर दी।
बताते चलें रास्ता जाम करने तथा शराब का सेवन करने के आरोप में भाजपा कार्यकर्ता शिवनारायण साव, डाकबंगला निवासी गुडडू चौधरी तथा माड़ीपुर निवासी देवनन्दन राम को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शिवनारायण साव को गिरफ्तार व मारपीट करने के विरोध में शनिवार को भाजपा सांसद सुशील कुमार सिंह, एमएलसी राजन कुमार सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने थाना के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान धरने को संबोधित करते हुए सांसद ने नीतीश कुमार की पुलिस को नाकारा और घूसखोर बताते हुए बिहार में पूर्ण शराबबंदी की पोल खोल कर रख दी। उन्होंने खुद को प्रत्यक्षदर्शी बताते हुए कहा कि यहां तक कह दिया कि थाना प्रभारी खुद अपने क्षेत्र में शराब बेचवाने का काम करते हैं। सांसद ने कहा कि पुलिस द्वारा जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया, उसने कभी शराब का सेवन किया ही नहीं है। आश्चर्य की बात है कि डॉक्टर द्वारा भी बगैर ब्रेथ एनेलाइजर के अल्कोहल की पुष्टि कर दी गई, जो सरासर गलत है। सांसद ने पुलिस की बर्बर पिटाई की घोर निंदा की। हालांकि देर रात थाने से ही जमानत देकर छोड़ दिया गया।
इस मामले पर औरंगाबाद एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि संबंधित मामले में सांसद की ओर से मेमोरेंडम दिया गया है। मामले की जांच एसडीपीओ को सौंपी गयी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद विधि के तहत कार्रवाई होगी।
इधर, बिहार में चढ़े सियासी तापमान को कंट्रोल करने के लिए सरकार के पक्ष में भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह उतर आए। श्री सिंह ने सोशल मीडिया के जरिये वर्तमान सांसद पर कई आरोप लगाए। उन्होंने सांसद द्वारा बीते चुनाव में पैसा तक बांटने का आरोप लगाया है। यही नहीं, सत्ताधारी दल के नेता को क्या करना चाहिए यह भी सीख सांसद को दी है। उन्होंने यह भी कहा है कि किसी भी ईमानदार छवि के पुलिस अधिकारी का सत्ताधारी न तो तबादला करा सकते और न ही निलंबित करा सकते हैं।

You may have missed