भागलपुर : जिले भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया बकरीद,
त्याग और बलिदान का जज्बा पैदा कराता है कुर्बानी : फकरे हसन

भागलपुर। वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर जारी लॉकडाउन के बीच जिले भर में शनिवार को बकरीद हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। लोगों ने बकरीद की नमाज अपने घरों में पढ़ी, फिर कुर्बानियों का सिलसिला शुरू हुआ। शाह मार्केट स्थित शाह मंजिल परिसर में खानकाह पीर दमड़िया के सज्जादानशीं शाह हसन मानी, नाईब सज्जादानशीं सैयद शाह फकरे आलम हसन ने अपने परिवार के साथ बकरीद की नमाज अदा की।
इस मौके पर सैयद शाह फकरे आलम हसन ने कहा कि मजहब-ए-इस्लाम में दो ईदें है। एक ईद-उल-फितर और दूसरा ईद-उल-अजहा है। ईद-उल-अजहा के मुबारक मौके पर ही इस्लाम धर्म के मानने वाले हज जैसे अजीमुशान फर्ज़ की अदायगी के लिए शहर-ए-मक्का में जमा होते हैं। ईद-उल-अजहा में पूरी दुनिया के मुसलमान दो रेकत नमाज पढ़कर कुर्बानी करते हैं। उन्होंने कहा कि कुर्बानी का मकसद त्याग और बलिदान का जज्बा पैदा करना है। अल्लाह के हुक्म के आगे गलत रास्तों को छोड़कर नेकियों के रास्ते पर चलना है। इस खुशी के मौके पर रिश्तेदारों, दोस्तों और गरीब व असहाय लोगों को जरूर शामिल करना चाहिए।
अंत में उन्होंने अपने संदेश में कहा कि यह त्योहार आपसी सौहार्द और भाईचारा का पैगाम भी अपने साथ लाया है? साथ ही साथ कोरोना महामारी को देखते हुए उन्होंने साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने और लॉकडाउन में केंद्र व बिहार सरकार द्वारा दिए गए नियमों का पालन करना जरूरी बताया और कहा कि किसी भी देश और वहां की जनता की तरक्की और उन्नति के लिए जरूरी है कि पूरे समाज के लोगों के अंदर त्याग और बलिदान का पूरा जज्बा मौजूद रहे।

