सिंगापुर से 4,475 आक्सीजन कंसेंट्रेटर मशीन मिला, 500 मशीन बिहार को डिस्पैच
अर्जित ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री का किया आभार प्रकट

भागलपुर। भाजयुमो के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य सह भागलपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी अर्जित शाश्वत चौबे ने कहा कि भागलपुर को बहुत जल्द आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध कराया जाएगा, जो केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के प्रयास से टेमासेक फाउंडेशन सिंगापुर ने 20 हजार यूनिट भारत को प्रदान किया है। अभी सिंगापुर से कुल 4,475 मशीन केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुआ है, जिसमें से 500 मशीन मंत्री चौबे ने बिहार को डिस्पैच करवा दिया है।
अर्जित ने बताया कि कोरोना संक्रमण के एडवांस स्टेज पर फेफड़ों में निमोनिया हो जाता है एवं लंग्स काम करना बंद कर देता है। इससे अधिकांश मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है, जिसके लिए उन्हें शुद्ध आक्सीजन की जरूरत पड़ती है। समय पर शुद्ध आक्सीजन मिल जाने से फेफड़ा अपना कार्य करता रहता है और दवा के द्वारा निमोनिया को कंट्रोल कर लिया जाता है। आक्सीजन से कंट्रोल नहीं होने की दशा में वेंटिलेटर मशीन का सहारा लेकर कृत्रिम स्वासन कार्य चलाया जाता है, ताकि फेफड़े के जरिये हार्ट और ब्रेन को आक्सीजन मिलता रहे। अर्जित ने बताया कि टेमासेक फाउंडेशन सिंगापुर द्वारा प्रदान किया गया कंसंट्रेटर आक्सीजन मशीन गैस सिलिंडर से नाइट्रोजन गैस को अलग कर शुद्ध आक्सीजन मरीज को प्रदान करता है। साथ ही पल्स रेत, हार्ट रेट, बीपी एवं आक्सीजन सैचुरेशन भी बताने में सक्षम है ताकि मरीज की सभी प्रकार की मॉनिटरिंग किया जा सके। उन्होंने बताया कि पहले लाट में से 500 मशीन दिल्ली से केंदीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहार के लिए भेज दिया है, जिसमें से भागलपुर के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अनुमंडलीय अस्पताल, सदर अस्पताल, मेडिकल कॉलेज को पर्याप्त आक्सीजन कंसंट्रेटर इस सप्ताह के अंत में पहुंच जाएगा। वर्तमान स्थिति में मरीजों के स्वास्थ्य संवर्धन में इस मशीन के जरिये लाभप्रद काम हो पाएंगे और सुदूर ग्रामीण एवं सेमी अर्बन एरिया व शहरी स्वास्थ केंद्रों पर मरीजों का बेहतरीन इलाज हो सकेगा। वहीं अर्जित ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से बात कर भागलपुर में कोरोना का व्यापक प्रसार को देखते हुए यहां जल्द से जल्द पहले लाट में से कम से कम 50 आक्सीजन कंसेंट्रेटर भेजने का आग्रह किया है। इधर, कोरोना संक्रमण बचाव दल के माध्यम से अभी तक 1005 लोगों ने उनके कॉल सेंटर पर कॉल कर स्वास्थ्य चिकित्सा की जानकारी एवं चिकित्सीय परामर्श लिया एवं सैकड़ों मरोजों का कोरोना जाच कराया गया।

