भागलपुर : शिक्षकों को अप्रैल माह का वेतन नहीं मिलने पर राजद नेता ने जताई नाराजगी
भागलपुर। योजना मद में पदस्थापित प्रधानाध्यापक, स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक और पंचायत प्रखंड शिक्षक तीनों में से किसी को भी अप्रैल महीने का वेतन के लिए भागलपुर को आवंटन निर्गत नहीं किए जाने से कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के संभावित राजद प्रत्याशी डॉ. नितेश यादव ने चिंता प्रकट की है और इसकी कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना और लॉक डाउन से पीड़ित शिक्षा कर्मियों को वेतन नहीं मिलने से इनका जीना दुर्लभ और मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने इससे प्रभावित लगभग 700 शिक्षकों की दयनीय दशा पर अफसोस जताते हुए कहा कि बिहार में पिछले 15 सालों से ऐसी हुकूमत चल रही है, जिनमें शिक्षाविदों को एक ऐसा बंधुआ मजदूर समझा जा रहा है, जो वेतन न मिलने के बावजूद भी सरकारी हुकूमत के आगे अपना मुंह नहीं खोल पाते हैं। उन्होंने कहा कि आज यही कारण है कि सरकारी स्कूलों की व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है और लोग सरकारी स्कूल से निजी स्कूल की ओर भागे जा रहे हैं। सरकारी स्कूलों में बच्चों को स्लेट के बदले प्लेट पकड़ा कर बंधुआ मजदूर समझे जाने वाले शिक्षकों को उनके लिए भोजन बनाने की ड्यूटी में लगा दिया गया है। इन शिक्षकों की बदहाली पर बोलने वाला अब तक इस क्षेत्र में कोई जनप्रतिनिधि नहीं हुआ, यह बहुत दुख का विषय है। उन्होंने कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के निवर्तमान एमएलसी डॉक्टर एनके यादव को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्होंने भी अपने 6 साल के कार्यकालों में इन शिक्षकों पर कोई ध्यान नहीं दिया, बस पूरा समय वादाखिलाफी नेता बनकर क्षेत्र के विकासोन्मुख फंड का दुरुपयोग कर अपने को ऊंचे कद के नेता साबित करने में पूरा समय उन्होंने निकाल दिया।
उन्होंने बताया कि हर हाल में सरकार को इन शिक्षकों को भी वेतन देने होंगे, जो बाकी हैं। साथ ही डॉ. नीतेश विभागीय लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी सख्ती से कार्रवाई करने की मांग कही।


