अखिल भारतीय मिल्ली परिषद के राज्य अधिकारियों की हुई महत्वपूर्ण बैठक
फुलवारी शरीफ। अखिल भारतीय मिल्ली परिषद, बिहार प्रांत के राज्य अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक रविवार को फुलवारी शरीफ में आयोजित की गई। राष्ट्र के सामने आने वाले मुद्दों, राष्ट्र की एकता और उर्दू भाषा को बढ़ावा देने और सरकारी संस्थानों में उर्दू सीटों की बहाली पर चर्चा की गयी। इसमें अखिल भारतीय मिल्ली काउंसिल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना अनीस-उर-रहमान कासमी, परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हजरत मौलाना अन्नाना रहमान कासमी, राज्याध्यक्ष डॉ. मौलाना अतीकुर रहमान, उपाध्यक्ष मौलाना अबुल कलाम कासमी शम्सी, महासचिव मौलाना मुहम्मद आलम कासमी आदि अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया और अपनी बहुमूल्य सलाह दी।
परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना अनीस-उर-रहमान कासमी ने बताया कि उर्दू बिहार की दूसरी आधिकारिक भाषा है, इसलिए बिहार सरकार को इसके प्रचार में आने वाली बाधाओं को दूर करना चाहिए और उर्दू के सभी स्तरों, प्राथमिक विद्यालयों, हाई स्कूलों, कॉलेजों, उर्दू के सभी सरकारी विज्ञापनों में सभी रिक्त पदों को भरना चाहिए। सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजों आदि और जहां भी सरकारी साइन बोर्ड हैं, यह भी उर्दू लिपि में लिखा जाना चाहिए, सभी सरकारी वेबसाइटों को भी उर्दू में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उर्दू भाषी समुदाय को भी सरकारी घोषणाओं और परियोजनाओं का पूरा लाभ उठाना चाहिए। यह भी तय किया गया कि तमाम जिलों की जिला समितियों का गठन जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए और तालाबंदी की समाप्ति के बाद अगस्त के महीने में राज्य स्तर पर एक बड़ी बैठक आयोजित की जानी चाहिए।


