एक रात की बारिश ने खोली नीतीश सरकार की पोल : ललित सिंह
पटना/भागलपुर। पिछले वर्ष हुए जल प्रलय से बुरी तरह बर्बाद हुआ पटना शहर इस वर्ष के मानसून में भी रात भर के बारिश में ही लगभग डूबने के कगार पर पहुंच गई। रात भर की बारिश ने बिहार के नीतीश सरकार के उस दावों के ढोल की पोल खोल कर रख दी है, जो वह अपने मुंह से सदैव बजाते रहते हैं। उक्त बातें हैं वंचित समाज पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह चुनाव अभियान समिति के चेयरमैन ललित मोहन सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि बरसात ने नीतीश सरकार के ढोल की ताल पर साज चढा़ने वाले पटना नगर निगम की भी कलई खोल कर उनकी सच्चाई सामने रख दी है। उन्होंने अफसोस करते हुए कहा कि नीतीश कुमार अपने आदत के अनुसार गाल बजाने में माहिर है, यही कारण है कि पिछले साल हुए जल प्रलय के बाद भी बिहार सरकार नहीं चेत सकी। नतीजतन गुरुवार की रात भर की बारिश ने पटना के अधिकांश इलाकों को पुन: जलजमाव की स्थिति में पहुंचा दिया।
गौरतलब है कि इसे लेकर नीतीश कुमार ने बहुत सारे दावे किए थे, लेकिन गुरुवार को रात भर की बारिश ने शहरवासियों की जो हालात बयां की है, उसकी सच्चाई कुछ और ही कह रही है। ललित मोहन सिंह ने बताया कि रात भर की बारिश ने दानापुर से लेकर कंकड़बाग तक के महत्वपूर्ण इलाकों को जलमय कर दिया है। शहरवासियों में इस बात को लेकर बेहद आक्रोश है कि पिछले साल आए जल प्रलय के बावजूद सरकार इस साल एहतियात नहीं बरत सकी और आदतन लोगों को झांसे में रखकर आज उनके तथा उनके बाल-बच्चों सहित पूरे परिवार के जीवन को बर्बादी व तबाही के मोड़ पर ला खड़ा किया है। उन्होंने बताया कि पटना में कई इलाकों में रात भर हुई बारिश से झील की स्थिति बन गई है, जिससे पटना का राजेंद्र नगर इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां बहादुरपुर, रामपुर समेत कई मोहल्ले पूरी तरह से जलमग्न हो गए वहीं दूसरी ओर पटना के ही राजबंशी नगर इलाके में भी कई घरों में पानी घुस गया है। यही हाल पुनाईचक समेत अन्य इलाकों का भी रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पटना तो केवल झांकी है, पूरा बिहार अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि इस बार बिहार की स्थिति मानसून के दौर में बद से बदतर होंगे। उन्होंने नीतीश कुमार से अपील किया है कि चुनाव से पूर्व वे इस्तीफा देकर राजनीति से संन्यास ले लें, अन्यथा बिहार की जनता इस बार उन्हें कहीं का नहीं छोड़ेगी।


