गोपालगंज : विपक्ष को रूपनचक के पीडित परिवार से नहीं मिलने देना वर्तमान सरकार की एक बड़ी साजिश : उपेंद्र कुशवाहा
गोपालगंज। गोपालगंज जिले में पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा के आगमन को लेकर गोपालगंज जिला प्रशासन ने हथुआ अनुमंडल स्थित जेपी यादव के परिवार से मिलने पर रोक लगा दिया। इस क्रम में उपेंद्र कुशवाहा और हथुआ अनुमंडल पदाधिकारी के बीच हुई वार्ता के बाद उपेंद्र कुशवाहा का काफिला भोरे के लिए निकल गया, जहां पूर्व से निश्चित कार्यक्रम के तहत पहुंचे कुशवाहा ने कोल्ड स्टोरेज व्यवसाई स्वर्गीय रामाश्रय सिंह के परिजनों से मुलाकात की और उनका हाल चाल जाना ।
उपेंद्र कुशवाहा ने गऊदाराम कोल्ड स्टोरेज में मीडिया को संबोधित करते हुए नीतीश सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा बिहार में अपराध अपने चरम सीमा पर पहुँच गया है। उन्होंने कहा कि बढ़ते अपराध के आवाज को उठाने पर वर्तमान सरकार के द्वारा विपक्ष के आवाज को दबाने की पूरी साजिश हो रही है, जो लोकतंत्र पर खतरा है। आज सत्ता में बैठे लोग बिहार में खुलेआम हत्या करवा रहे हैं और सरकार उन पर अंकुश लगाने की जगह उनका मनोबल बढ़ाने में जुटी हुई है। आज सत्ताधारियों के कारण ही गोपालगंज के हथुआ के रूपनचक में एक ही परिवार के 3 लोगों की गोली मारकर निर्मम हत्या कर दी गई, जबकि चौथा व्यक्ति आज भी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने पटना पीएमसीएच अस्पताल पहुंचकर पीड़ित से हाल चाल जाना है। विपक्ष में होने के नाते हमलोगों ने जब पीड़ित का हाल जानने के लिए उसके घर जाने का प्रयास किया तो बिहार के नीतीश सरकार के द्वारा गोपालगंज के हथुआ में पुलिस बैरिकेडिंग लगाकर हमें रोक दिया गया।
इससे पता चलता है कि सत्ता के चूर में सरकार विपक्ष के आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है लेकिन इतिहास बताता है कि जब-जब सत्ता जाने की बारी आती है तो सत्ता का आतंक बढ़ जाता है। आज सत्ता का आतंक बिहार में चरम सीमा पर पहुंच गया है।
वहीं कहा, पीड़ित परिवार से मिलने आना और घटनास्थल पर जाने से रोकना, इसके पीछे सरकार की बड़ी साजिश दिखाई दे रही है। मौके पर रालोसपा जिला अध्यक्ष अरविंद सिंह, भोरे व्यवसाई हरिनारायण सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


