प्रवासी मजदूरों व छात्राओं का बिहार आना लगातार जारी, 1200 यात्रियों को लेकर दानापुर पहुंची स्पेशल ट्रेन
पटना। लॉकडाउन में देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों व छात्राओं को बिहार आने का क्रम जारी है। पिछले चार दिनों में दानापुर रेलवे स्टेशन पर 4500 मजदूर राजस्थान, कर्नाटक और महाराष्ट्र से पहुंचे और यहां से जिला प्रशासन बस द्वारा उन लोगों को उनके गृह नगर भेज रही है। बुधवार को भी बेंगलुरु से एक स्पेशल ट्रेन 1200 मजदूरों को लेकर पटना के दानापुर पहुंची। इसमें सवार मजदूरों में सबसे अधिक उत्तर बिहार के हैं। जबकि दूसरी ट्रेन मुंबई से सीधे दरभंगा के लिए गई। यह ट्रेन दानापुर रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकी। बुधवार को बेंगलुरु से जो ट्रेन दानापुर पहुंची, उसमें कटिहार के 267, मुजफ्फरपुर के 93, पश्चिमी चंपारण के 90, बांका के 59, अररिया के 58, मधुबनी और भागलपुर के 24-24, दरभंगा के 22 तथा पटना के 16 मजदूर शामिल हैं। इस ट्रेन से आने वाले सभी मजदूरों को अपनी जेब से टिकट के लिए पैसा खर्च करना पड़ा है। बेंगलुरु से आने वाली यह दूसरी ट्रेन है। इससे पहले मंगलवार को भी एक ट्रेन करीब 1200 यात्रियों को लेकर पहुंची थी।
बस से संबंधित जिलों में भेजे जा रहे मजदूर
दानापुर रेलवे स्टेशन पर जितने भी स्पेशल ट्रेन से यात्री उतरे हैं, उन्हें स्क्रीनिंग करके ही जिलों में भेजा जा रहा है। डीएम कुमार रवि ने बताया कि सभी यात्रियों को बस से उनके जिलों में भेज दिया गया है। संबंधित जिलों के डीएम को इसकी सूचना भी दे दी गई है। उनसे कहा गया है कि वे अपने स्तर से भी स्क्रीनिंग कराकर क्वारंटाइन सेंटर में रखेंगे।
बता दें पटना जिले में पिछले 4 दिनों में करीब ढाई सौ मजदूर आए हैं। जिन्हें प्रखंड स्तर पर बने क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। यहां कोटा से भी 800 के करीब छात्र पहुंचे हैं। जिन्हें स्क्रीनिंग के बाद होम क्वारंटाइन में रहने को कहा गया है। मंगलवार को स्पेशल ट्रेन से कोटा से आए छात्रों के अभिभावकों को भी सलाह दी गई है कि अगले 21 दिनों तक वह अपने बच्चों को घर से नहीं निकलने देंगे।


