किसान कांग्रेस ने बिहार के किसानों की फसल क्षति मुआवजा की रखी मांग, वर्ना करेंगे आंदोलन
पटना। अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं संगठन के प्रभारी सुरेन्द्र सोलंकी ने कहा है कि बिहार सरकार किसान विरोधी सरकार है। बिहार में रबी की फसल के समय लगातार ओलावृष्टि और वर्षा से गेहूं, आम एवं मक्का की फसल क्षति हुई है, इतना ही नहीं किसानों के कटे हुए गेहूं वर्षा के कारण खेत में और खलिहान में बर्बाद हो गये, उससे किसान निराश और हताश हैं। गन्ना किसानों का भुगतान समय से नहीं होने के कारण किसानों के सामने भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। बिहार के कृषि मंत्री किसानों की फसल की क्षति का मुआवजा नहीं देना चाह रहे हैं, सरकार झूठा आंकड़ा पेश करके फसल क्षति मुआवजा देने से किसानों को वंचित रखना चाहती है।
उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ लॉकडाउन में किसानों से कीमत से अधिक पैसा वसूलने का भी मामला सामने आया है। पीड़ित किसान द्वारा आवेदन थाने में देने एवं इसकी पुष्टि जांच प्रतिवेदन में कृषि पदाधिकारी द्वारा किये जाने के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं होना सरकार के किसान विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।
श्री सोलंकी ने कहा कि किसान कांग्रेस शुरू से ही किसानों के हित में लड़ाई लड़ी है, ऐसी परिस्थिति में जब बिहार सरकार किसानों की हकमारी और शोषण कर रही है, किसान कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि बिहार सरकार किसानों को फसल क्षति का मुआवजा देने की घोषणा अति शीघ्र करे नहीं तो किसान कांग्रेस लॉकडाउन का पालन करते हुए आंदोलन करने के लिए बाध्य होगी।


