प्रवासियों को वापस लाने के लिए बिहार सरकार ने खड़े किए हाथ, स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग
पटना। देश के विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारी मजदूर और छात्रों को वापस लाने में बिहार सरकार ने अपनी असमर्थता जाहिर की है। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार से स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की है। बता दें केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद सुशील मोदी ने कहा था कि हमारे पास संसाधन की कमी है। हम छात्रों और मजदूरों को वापस लाने में असर्मथ हैं।

कोरोना से मुकाबला : केंद्र सरकार से बिहारी छात्रों और मज़दूरों को लाने हेतु विशेष ट्रेन चलाने का अनुरोध। pic.twitter.com/4K5xTTC422
— Sushil Kumar Modi (मोदी का परिवार ) (@SushilModi) April 30, 2020
गुरुवार को मोदी ने एक ट्वीट करते हुए लिखा, ‘मैं भारत सरकार से अपील करता हूं कि वे स्पेशल ट्रेन चलाए ताकि प्रवासियों को वापस लाया जा सके।’ इससे पहले उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने रेल चलाने की इजाजत नहीं दी है। ऐसे में अन्य राज्यों में फंसे बिहार के छात्रों और श्रमिकों को बस से आना होगा। उन्होंने कहा, बिहार सरकार के पास इतनी बसें ही नहीं हैं कि हम विभिन्न राज्यों से लोगों को वापस लाएं। हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि हम अन्य राज्य सरकारों से इस मामले पर बातचीत करेंगे और आपसी सहमति के मुताबिक फैसला लिया जाएगा।
बता दें बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रवासियों के लिए नई गाइडलाइंस जारी की थी, जिस पर सुशील मोदी ने इस फैसले के लिए अमित शाह और पीएम मोदी को धन्यवाद दिया था। सुशील मोदी ने कहा था कि प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई मुख्यमंत्रियों की बैठक में इस मुद्दे को बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने उठाया था। अब केंद्र सरकार ने इसके लिए दिशा निर्देश जारी कर दिया है। गृह मंत्रालय के इस फैसले से बिहार के छात्रों और मजदूरों को वापस लाने में मदद मिलेगी।

