डीजीपी की चेतावनी, जो कानून तोड़ेगा, उसे किसी कीमत पर नहीं बख्सा जाएगा

पटना। बिहार के चार जिलों में बुधवार को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई और जिस तरह से लॉकडाउन के बीच कोरोना योद्धाओं स्वास्थ्यकर्मियों एवं पुलिसकर्मियों को टारगेट किया गया, उसे देखते हुए डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने गुरुवार को हमला करने वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई स्वास्थ्य कार्यकर्ता, चिकित्सा अधिकारी, सरकारी कर्मचारी, मजिस्ट्रेट या पुलिसकर्मी के साथ दुर्व्यवहार करता है तो हम इसे बहुत सख्ती से लेंगे, चाहे वह किसी भी जाति या धर्म क्यों न हो, इसका हम कतई परवाह नहीं करेंगे। जो कानून तोड़ेगा, उसे किसी कीमत पर नहीं बख्सा जाएगा।

बता दें बुधवार को बिहार के चार जिलों में लोगों ने स्वास्थ्यकर्मियों और पुलिसकर्मियों को टारगेट करते हुए उनपर हमला किया था। औरंगाबाद के गोह थाना क्षेत्र के अकौनी गांव में कोरोना के संदिग्ध मरीज की जांच करने पहुंची मेडिकल टीम और पुलिस बल पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया था। जिसमें मेडिकल स्टाफ और एसडीपीओ समेत 12 लोग जख्मी हो गए थे। वहीं पूर्वी चम्पारण जिले के हरसिद्धि प्रखंड के जागापाकड़ पंचायत के भैया टोला में ग्रामीणों ने बीडीओ, स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों और पुलिस के जवानों पर हमला कर दिया था। जबकि बेगूसराय के मुख्य बाजार में लोगों ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाकर हंगामा किया था। इस दौरान लोगों ने पथराव भी किया था। जहानाबाद के काको बाजार में लॉकडाउन का उल्लंघन करने को लेकर पुलिस और पब्लिक के बीच भिड़ंत की खबर सामने आयी थी।