December 8, 2025

कोरोना से ज्यादा सांढ़ के आतंक से भयाक्रांत हैं फतुहावासी, ले चुका है जान

फतुहा। इन दिनों फतुहावासी जितने कोरोना के संक्रमित होने से भयभीत नही हैं, उससे कहीं अधिक एक सांढ़ के आतंक से भयभीत हैं। साढ़ कब-किस पर हमला कर गंभीर रुप से जख्मी कर दे, कहना मुश्किल है। कारण कि यह सांढ़ बिल्कुल आतंक का पर्याय बन चुका है। थाना व प्रखंड परिसर में अपना डेरा जमाने वाला यह सांढ़ अब तक तीन दर्जन से अधिक लोगों को चोटिल व जख्मी कर चुका है। कई प्रखंड कर्मी इसके शिकार हो चुके हैं। पुलिस कर्मी भी इसके शिकार हो चुके हैं। दो की तो इलाज के दौरान कुछ दिनों के बाद मौत भी हो चुकी है। प्रखंड परिसर में आनेवाले आगंतुक भी इसके रवैये से भयभीत हैं। यहां तक कि यह रात में भोजन के तलाश में झोपड़ी में प्रवेश कर जाता है तथा तोड़फोड़ कर देता है।
लोगों ने बताया कि कोरोना से यह ज्यादा गंभीर रोग है। कब-किस पर हमला कर अस्पताल पहुंचा दे, कहना मुश्किल है। प्रखंड कार्यालय व थाना के आसपास के लोगों ने इसके आतंक से मुक्ति के लिए वन प्रशासन से इसे यहां हटाए जाने की मांग की है। ऐसा भी नहीं है कि यहां के प्रशासनिक अधिकारी को उसके आतंक की सूचना नहीं है, लेकिन किसी ने इसे यहां से हटाने का प्रयास नहीं किया। जब इस संदर्भ में बीडीओ मृत्युंजय कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वन विभाग को सूचित किया जाएगा।

You may have missed