December 24, 2025

पटना में सभी पार्कों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे, असामाजिक गतिविधियों पर लगेगी रोक, 24 घंटे होगी निगरानी

पटना। राजधानी पटना के पार्क अब केवल सैर-सपाटे और मनोरंजन के स्थल ही नहीं रहेंगे, बल्कि सुरक्षा, जागरूकता और आधुनिक व्यवस्था का भी उदाहरण बनेंगे। शहर के सभी पार्कों में जल्द ही सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना पर काम शुरू किया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य पार्कों में आने वाले नागरिकों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराना और असामाजिक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करना है। संबंधित विभाग की बैठक में इस योजना को लेकर विस्तार से चर्चा की गई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
पार्कों को सामाजिक जीवन का केंद्र बताया
बैठक के दौरान मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पार्क केवल हरियाली के स्थल नहीं हैं, बल्कि ये शहर के सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन के अहम केंद्र होते हैं। सुबह की सैर करने वाले बुजुर्ग, खेलने वाले बच्चे, योग और व्यायाम करने वाले युवा तथा शाम को टहलने आने वाले परिवार—सभी के लिए पार्क एक साझा सार्वजनिक स्थान हैं। ऐसे में यहां सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं की उपेक्षा किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं होगी।
सीसीटीवी कैमरों से बढ़ेगी सुरक्षा
सुरक्षा को लेकर कुम्हरार विधायक संजय कुमार गुप्ता द्वारा दिए गए सुझाव पर मंत्री ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए सभी पार्कों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि कैमरों की संख्या और उनकी लोकेशन इस तरह तय की जाए, जिससे पार्क के हर कोने पर प्रभावी निगरानी संभव हो सके। 24 घंटे निगरानी से छेड़खानी, चोरी, नशाखोरी और अन्य असामाजिक गतिविधियों पर रोक लगेगी। साथ ही किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई में भी मदद मिलेगी।
नागरिकों में बढ़ेगा भरोसा
सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था से पार्कों में आने वाले लोगों में सुरक्षा की भावना मजबूत होगी। खासकर महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग खुद को अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे। अधिकारियों का कहना है कि निगरानी व्यवस्था से न केवल अपराध पर अंकुश लगेगा, बल्कि पार्कों का वातावरण भी अधिक अनुशासित और शांतिपूर्ण बनेगा। इससे लोग बिना किसी भय के सुबह-शाम पार्कों का उपयोग कर सकेंगे।
मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने का निर्देश
बैठक में यह भी निर्देश दिया गया कि पार्कों में पेयजल, स्वच्छता और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाए। कई पार्कों में या तो ये सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं या फिर उनकी स्थिति खराब है। मंत्री ने स्पष्ट किया कि पार्कों का उपयोग हर उम्र के लोग करते हैं, इसलिए सुविधाएं भी उसी स्तर की होनी चाहिए। नियमित सफाई, स्वच्छ शौचालय और पीने के साफ पानी की व्यवस्था को प्राथमिकता देने को कहा गया है।
जानकारी और जागरूकता के केंद्र बनेंगे पार्क
पार्कों को केवल मनोरंजन तक सीमित न रखते हुए उन्हें जानकारी और जागरूकता के केंद्र के रूप में विकसित करने का भी निर्णय लिया गया। मंत्री ने निर्देश दिया कि पार्कों में लगे पेड़ों और पौधों के नाम तथा उनके औषधीय या पर्यावरणीय महत्व से जुड़ी जानकारी बोर्ड पर अंकित की जाए। इससे लोग न केवल प्रकृति के करीब आएंगे, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के महत्व को भी समझ सकेंगे। बच्चों और युवाओं के लिए यह एक प्रकार की खुली पाठशाला साबित हो सकती है।
हरियाली बढ़ाने के लिए विशेष योजना
बैठक में हरियाली बढ़ाने को लेकर भी विस्तृत चर्चा हुई। पटना-डोभी (गयाजी) राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर पौधरोपण के लिए सर्वे कराने और फलदार पौधों को प्राथमिकता देने की रणनीति बनाई गई। अधिकारियों का कहना है कि इससे न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि आसपास के इलाकों में हरियाली भी बढ़ेगी। फलदार पौधों से स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ मिलने की संभावना भी जताई गई है।
किसानों को अभियान से जोड़ने की पहल
हरियाली अभियान को लंबे समय तक टिकाऊ बनाने के लिए स्थानीय किसानों को इससे जोड़ने की योजना बनाई गई है। किसानों की भागीदारी से पौधरोपण की देखरेख बेहतर ढंग से हो सकेगी और यह अभियान केवल सरकारी प्रयास तक सीमित न रहकर जनभागीदारी का रूप ले सकेगा। इससे रोजगार के अवसर भी सृजित हो सकते हैं और पर्यावरण संरक्षण को सामाजिक आंदोलन का स्वरूप मिलेगा।
वन संरक्षण से जुड़े प्रस्तावों की समीक्षा
बैठक में वन (संरक्षण) अधिनियम के तहत लंबित प्रस्तावों की भी समीक्षा की गई। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसे प्रस्तावों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, ताकि विकास कार्यों में अनावश्यक देरी न हो। साथ ही यह भी ध्यान रखा जाए कि विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बना रहे। सरकार का उद्देश्य है कि विकास कार्य पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना पूरे किए जाएं।
सुरक्षा और पर्यावरण का समन्वय
इस पूरी पहल से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार पटना के पार्कों को एक नए स्वरूप में विकसित करना चाहती है। सीसीटीवी कैमरों से सुरक्षा, बेहतर सुविधाओं से सुविधा और जागरूकता अभियानों से शिक्षा—इन तीनों का समन्वय पार्कों को आधुनिक सार्वजनिक स्थल के रूप में स्थापित करेगा।
शहरवासियों को मिलेगा बेहतर अनुभव
यदि यह योजना धरातल पर प्रभावी ढंग से लागू होती है, तो आने वाले समय में पटना के पार्क शहरवासियों के लिए और भी आकर्षक बनेंगे। सुरक्षित वातावरण, स्वच्छता, हरियाली और जानकारी से भरपूर ये पार्क न केवल सुकून का स्थान होंगे, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय चेतना को भी मजबूत करेंगे। सरकार की यह पहल राजधानी के शहरी जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।

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