सरस मेला को लेकर पटना में चार दिन ट्रैफिक में होंगे विशेष बदलाव, कई रूट होंगे डाइवर्ट, भीड़ का होगा नियंत्रण
पटना। राजधानी पटना में गांधी मैदान स्थित सरस मेला के दौरान उमड़ने वाली भारी भीड़ और बढ़ते यातायात दबाव को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने चार दिनों के लिए विशेष यातायात व्यवस्था लागू करने का फैसला लिया है। यह विशेष ट्रैफिक प्लान 20 और 21 दिसंबर तथा 27 और 28 दिसंबर को दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक प्रभावी रहेगा। पुलिस प्रशासन का उद्देश्य है कि सरस मेला देखने आने वाले लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और शहर की यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे।
भीड़ और जाम की आशंका को देखते हुए फैसला
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, सरस मेला के दौरान विशेषकर शनिवार और रविवार को गांधी मैदान और उसके आसपास के इलाकों में भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं। इससे करगिल चौक, अशोक राजपथ, एग्जीबिशन रोड और स्टेशन रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इन्हीं परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने पहले से ही एक व्यापक ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान तैयार किया है, ताकि यातायात सुचारू रूप से चलता रहे और आपात स्थिति से निपटा जा सके।
ऑटो और ई-रिक्शा के लिए विशेष व्यवस्था
ट्रैफिक पुलिस ने ऑटो और ई-रिक्शा के परिचालन को लेकर सख्त निर्देश जारी किए हैं। अशोक राजपथ से गांधी मैदान की ओर आने वाले ऑटो और ई-रिक्शा को डबल डेकर के पास से ही वापस अशोक राजपथ की ओर मोड़ दिया जाएगा। किसी भी परिस्थिति में इन वाहनों को करगिल चौक पर रुकने की अनुमति नहीं होगी। जेपी गोलंबर से छज्जूबाग की दिशा में ऑटो और ई-रिक्शा का परिचालन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
बसों के लिए बदला गया रूट
करगिल चौक की ओर से आने वाली सभी बसों को एग्जीबिशन रोड होकर चलना होगा। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि इससे करगिल चौक पर अनावश्यक भीड़ और जाम की स्थिति से बचा जा सकेगा। बस चालकों को निर्देश दिया गया है कि वे निर्धारित रूट का सख्ती से पालन करें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
जंक्शन जाने वाले यात्रियों के लिए वैकल्पिक मार्ग
करगिल चौक से पटना जंक्शन की ओर जाने वाले ऑटो और ई-रिक्शा को भी वैकल्पिक मार्ग दिया गया है। अब ये वाहन रामगुलाम चौक से एग्जीबिशन रोड या एसपी वर्मा रोड होते हुए बुद्ध मार्ग के रास्ते जंक्शन पहुंचेंगे। इससे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी और मुख्य चौराहों पर दबाव कम होगा।
गंगा पथ से आने वाले वाहनों के लिए वन-वे व्यवस्था
गंगा पथ की ओर से आने वाले वाहनों के लिए भी विशेष नियम लागू किए गए हैं। चिल्ड्रेन पार्क से करगिल चौक की ओर वाहनों को वन-वे में चलने की अनुमति होगी। वहीं करगिल चौक से चिल्ड्रेन पार्क की ओर किसी भी वाहन के प्रवेश पर पूरी तरह रोक रहेगी। इस व्यवस्था से करगिल चौक पर ट्रैफिक का दबाव कम करने में मदद मिलेगी।
निजी वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था
सरस मेला में आने वाले दर्शकों के लिए निजी वाहनों की विशेष पार्किंग व्यवस्था की गई है। निजी वाहन गांधी मैदान के गेट नंबर-12 से प्रवेश करेंगे। वाहन पार्किंग के लिए गेट नंबर-10 के सामने चिन्हित खाली स्थान का उपयोग किया जाएगा। वापसी के समय वाहन गेट नंबर-10 से बाहर निकलेंगे। ट्रैफिक पुलिस ने स्पष्ट किया है कि गांधी मैदान के चारों ओर सड़क किनारे पार्किंग पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी।
ठेला और फुटपाथ दुकानदारों की एंट्री पर रोक
भीड़ नियंत्रण को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने बड़ा फैसला लिया है। दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे तक गांधी मैदान और उसके आसपास की सड़कों पर ठेला, खोमचा और फुटपाथ दुकानदारों की एंट्री पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। पुलिस का कहना है कि सड़क किनारे लगने वाली अस्थायी दुकानें जाम का बड़ा कारण बनती हैं, इसलिए यह कदम जरूरी है।
सुरक्षा और निगरानी के पुख्ता इंतज़ाम
ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस भी मेले के दौरान सक्रिय रहेगी। प्रमुख चौराहों पर अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से भीड़ और यातायात की निगरानी की जाएगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
आम लोगों से सहयोग की अपील
ट्रैफिक पुलिस ने आम नागरिकों, वाहन चालकों और मेले में आने वाले लोगों से अपील की है कि वे निर्धारित ट्रैफिक प्लान का पालन करें। अनावश्यक रूप से निजी वाहनों का उपयोग न करें। सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता दें। ट्रैफिक पुलिस के निर्देशों का पालन करें। सरस मेला के दौरान पटना में लागू की जा रही यह विशेष यातायात व्यवस्था भीड़ नियंत्रण और सुरक्षित आवागमन की दिशा में एक अहम कदम है। यदि लोग प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, तो न सिर्फ जाम से बचा जा सकता है, बल्कि मेले का आनंद भी बिना किसी परेशानी के उठाया जा सकता है। आने वाले चार दिन राजधानी के लिए चुनौतीपूर्ण होंगे, लेकिन बेहतर समन्वय से व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने की पूरी तैयारी की गई है।


