December 23, 2025

पटना में ठंड को लेकर स्कूलों की टाइमिंग बदली, सुबह 9 बजे से चलेगी कक्षाएं, 25 तक लागू रहेगा आदेश

पटना। जिले में लगातार गिरते तापमान और ठंडी हवाओं के कारण आम जनजीवन पर असर साफ दिखाई देने लगा है। खासकर सुबह और शाम के समय ठंड काफी बढ़ गई है, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ने लगी थीं। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने एक अहम फैसला लिया है। बच्चों की सुरक्षा और सेहत को प्राथमिकता देते हुए पटना के जिला दंडाधिकारी ने जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों की समय-सारणी में अस्थायी बदलाव का आदेश जारी किया है।
जिला प्रशासन का फैसला और उसका उद्देश्य
जिला प्रशासन का यह निर्णय पूरी तरह एहतियाती कदम के रूप में देखा जा रहा है। ठंड के मौसम में छोटे बच्चों पर इसका प्रभाव अधिक पड़ता है। सुबह के समय घना कोहरा, ठंडी हवा और कम तापमान बच्चों को बीमार कर सकता है। कई मामलों में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस से जुड़ी समस्याएं सामने आती हैं। इन्हीं जोखिमों को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों के संचालन समय में बदलाव का फैसला किया है, ताकि बच्चों को अत्यधिक ठंड से बचाया जा सके।
नए आदेश के अनुसार स्कूलों की समय-सारणी
जिला दंडाधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार पटना जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में सुबह 9 बजे से पहले और दोपहर 4 बजकर 30 मिनट के बाद किसी भी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधि पर रोक रहेगी। इसका सीधा अर्थ यह है कि अब स्कूलों में कक्षाएं सुबह 9 बजे के बाद ही शुरू की जा सकेंगी और सभी गतिविधियां 4:30 बजे तक समाप्त करनी होंगी। इस आदेश के दायरे में प्री-स्कूल, नर्सरी, किंडरगार्टन और आंगनबाड़ी केंद्र भी शामिल हैं। यानी छोटे बच्चों के लिए संचालित सभी शैक्षणिक और देखभाल केंद्रों को भी इस समय-सारणी का पालन करना अनिवार्य होगा।
बोर्ड और प्री-बोर्ड परीक्षाओं को मिली छूट
हालांकि प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि बोर्ड परीक्षा और प्री-बोर्ड परीक्षा से जुड़ी गतिविधियों को इस आदेश से मुक्त रखा गया है। जिन स्कूलों में पहले से निर्धारित कार्यक्रम के तहत बोर्ड या प्री-बोर्ड की विशेष कक्षाएं या परीक्षाएं चल रही हैं, वे अपने तय समय के अनुसार संचालित की जा सकेंगी। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो। इस तरह प्रशासन ने एक संतुलन बनाने की कोशिश की है, ताकि एक ओर छोटे बच्चों की सेहत सुरक्षित रहे और दूसरी ओर परीक्षा से जुड़े छात्रों की पढ़ाई में बाधा न आए।
आदेश की अवधि और कानूनी आधार
जिला प्रशासन द्वारा जारी यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है और यह 25 दिसंबर 2025 तक प्रभावी रहेगा। मौसम की स्थिति को देखते हुए यदि जरूरत पड़ी तो इसकी अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। आदेश भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत जारी किया गया है। इस कानूनी प्रावधान के तहत जिला प्रशासन को यह अधिकार प्राप्त है कि वह आपात या विशेष परिस्थितियों में जनहित को ध्यान में रखते हुए ऐसे आदेश जारी कर सके। डीएम ने यह भी स्पष्ट किया है कि आदेश का उल्लंघन करने वाले स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है।
स्कूल प्रबंधन के लिए निर्देश
जिला प्रशासन ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों के प्रबंधन को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे इस आदेश का पूरी तरह पालन करें। स्कूलों से यह अपेक्षा की गई है कि वे अपनी समय-सारणी में तुरंत बदलाव करें और इसकी जानकारी अभिभावकों तक पहुंचाएं। स्कूलों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि बच्चे निर्धारित समय से पहले या बाद में स्कूल में न रहें। ठंड को देखते हुए स्कूल परिसर में बच्चों के लिए आवश्यक सावधानियां बरती जाएं, जैसे कि खुले मैदान में गतिविधियों को सीमित करना और बच्चों को ठंड से बचाने के उपाय करना।
अभिभावकों से की गई अपील
जिला प्रशासन ने अभिभावकों से भी विशेष अपील की है। अभिभावकों से कहा गया है कि वे ठंड के मौसम में बच्चों की सेहत का खास ध्यान रखें। बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर ही स्कूल भेजें और स्कूलों द्वारा जारी किए गए नए समय-सारणी की जानकारी लेकर ही बच्चों को घर से भेजें। प्रशासन का कहना है कि स्कूल समय में बदलाव का उद्देश्य केवल बच्चों की सुरक्षा है, इसलिए इसमें सभी का सहयोग जरूरी है।
ठंड के मौसम में सतर्कता की जरूरत
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। सुबह और शाम के समय तापमान में और गिरावट की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों के लिए विशेष सावधानी बरतना जरूरी है। स्कूलों की समय-सारणी में किया गया यह बदलाव इसी सतर्कता का हिस्सा है। प्रशासन का मानना है कि इस फैसले से बच्चों को ठंड के प्रतिकूल प्रभाव से बचाने में मदद मिलेगी और अभिभावकों को भी राहत महसूस होगी। पटना जिला प्रशासन का यह कदम बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया गया एक जरूरी और समयोचित निर्णय माना जा रहा है।

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