December 3, 2025

पटना जंक्शन इलाके में ऑटो और ई-रिक्शा की एंट्री बैन, विरोध में सड़क पर उतरे ड्राइवर, हड़ताल का ऐलान

पटना। जंक्शन के आसपास ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के उद्देश्य से प्रशासन ने सोमवार से एक बड़ा निर्णय लागू किया है। इस फैसले के तहत जंक्शन क्षेत्र की परिधि में किसी भी प्रकार की भाड़े वाली गाड़ी, जैसे ऑटो और ई-रिक्शा की एंट्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस निर्णय से जहां ट्रैफिक पुलिस को उम्मीद है कि भीड़भाड़ कम होगी, वहीं ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने इसे अपने रोज़गार पर सीधा प्रहार बताया है और इसके विरोध में सड़क पर उतर आए हैं।
ऑटो और ई-रिक्शा चालकों का प्रदर्शन
स्टेशन परिसर में एंट्री बंद होने की सूचना मिलते ही पटना जिला ऑटो ई-रिक्शा संघ समेत कई संगठनों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सोमवार सुबह से ही बड़ी संख्या में चालक सड़क पर बैठ गए और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इससे दिनभर आम नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। संघ के प्रदेश अध्यक्ष पप्पू कुमार यादव ने कहा कि यह फैसला न केवल चालकों के रोजगार को प्रभावित कर रहा है, बल्कि यात्रियों के लिए भी असुविधा पैदा कर रहा है। उन्होंने बताया कि संघ ने स्वेच्छा से शहर में ऑटो और ई-रिक्शा परिचालन बंद करने का फैसला लिया है और मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
ट्रैफिक व्यवस्था में किया गया बड़ा बदलाव
रविवार को पटना कमिश्नर, एसएसपी और ट्रैफिक एसपी ने संयुक्त रूप से पटना जंक्शन क्षेत्र का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद यातायात को बेहतर बनाने के मकसद से कई बदलावों को लागू करने का निर्णय लिया गया। अब से पटना जंक्शन की सीमा में सिर्फ निजी वाहनों को प्रवेश की अनुमति होगी। भाड़े वाले ऑटो, रिक्शा और अन्य वाणिज्यिक वाहन स्टेशन के ठीक सामने तक नहीं जा सकेंगे। इसका उद्देश्य स्टेशन के सामने होने वाली अव्यवस्थित भीड़ को कम करना है।
कंकड़बाग से आने वाले सार्वजनिक वाहनों के लिए नया रूट
कंकड़बाग की ओर से पटना जंक्शन आने वाले ऑटो और ई-रिक्शा को अब नया रूट फॉलो करना होगा। इन गाड़ियों को चिरैयाटांड़ पुल के ऊपर से जीपीओ गोलंबर, आर ब्लॉक गोलंबर, फिर मल्टी लेवल पार्किंग हब की ओर ले जाया जाएगा। वहां से वे निर्धारित पार्किंग क्षेत्र में रुक सकेंगे। जंक्शन से कंकड़बाग की ओर लौटने वाले वाहनों के लिए भी नया मार्ग निर्धारित किया गया है। इसके तहत मल्टी लेवल पार्किंग से निकले ऑटो पाया नंबर चार के सामने से जीपीओ नीचे, फिर आर ब्लॉक गोलंबर होते हुए चिरैयाटांड़ पुल के ऊपर से कंकड़बाग की ओर जाएंगे।
कई क्षेत्रों में पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा परिचालन
प्रशासन ने साफ कर दिया है कि एक्जीबिशन रोड के दोनों ओर ऑटो और ई-रिक्शा का परिचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा पटना जंक्शन गोलंबर के ऊपर से जीपीओ गोलंबर के नीचे तक नो पार्किंग क्षेत्र घोषित किया गया है। इस पूरे हिस्से में किसी भी सार्वजनिक वाहन को रुकने की अनुमति नहीं होगी। प्रशासन का कहना है कि यह कदम जंक्शन क्षेत्र में होने वाली अव्यवस्था, जाम और सुरक्षा जोखिमों को देखते हुए उठाया गया है। रेलवे स्टेशन शहर का सबसे व्यस्त क्षेत्र है और वहां अनियंत्रित पार्किंग और वाहनों की भीड़ के कारण अक्सर आपात स्थिति में भी रास्ता साफ नहीं रह पाता।
चालकों की समस्याएं और आशंकाएं
उधर ऑटो और ई-रिक्शा चालक इस नए नियम को अपने लिए संकट मान रहे हैं। कई चालकों का कहना है कि स्टेशन पर यात्रियों को लेने-छोड़ने के बाद ही उनकी रोजी-रोटी चलती है। नई व्यवस्था के कारण उन्हें अपेक्षित सवारी नहीं मिलेगी, जिससे आय पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। चालकों का आरोप है कि प्रशासन ने बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था की घोषणा किए यह निर्णय लागू कर दिया। ऐसे में उनकी आजीविका संकट में पड़ गई है। यही कारण है कि सभी संघों ने संयुक्त रूप से हड़ताल की घोषणा की है।
यात्रियों को उठानी पड़ रही है परेशानी
प्रदर्शन और रूट बदलावों का असर आम यात्रियों पर भी पड़ा है। स्टेशन पहुंचने और लौटने में लोग अधिक दूरी तय करने और अधिक समय खर्च करने को मजबूर हैं। कई यात्रियों ने कहा कि अचानक लागू किए गए इस नियम से उन्हें असुविधा हुई है और प्रशासन को बेहतर विकल्प उपलब्ध कराने चाहिए थे। पटना जंक्शन क्षेत्र में ट्रैफिक सुधार के उद्देश्य से लिया गया यह निर्णय एक बड़ा बदलाव है। जहां प्रशासन इसे शहर की व्यवस्था सुधारने का प्रयास मान रहा है, वहीं ऑटो और ई-रिक्शा चालक इसे अपने रोजगार पर हमला मानकर विरोध कर रहे हैं। हड़ताल और विरोध के चलते स्थिति और जटिल हो सकती है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि प्रशासन और चालक संघ आपसी संवाद से समाधान निकाल पाते हैं या नहीं।

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