November 26, 2025

पटना में व्यवसायी से लाखों के आभूषण की ठगी, अपराधियों ने नकली पुलिसकर्मी बनकर बनाया निशाना

पटना। राजधानी पटना में ठगी की एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जहाँ अपराधियों ने पुलिसकर्मी बनकर एक व्यवसायी से लाखों के आभूषण ठग लिए। घटना सोमवार देर शाम कदमकुआं थाना क्षेत्र के नाला रोड स्थित हरिहर मार्ग पर हुई। ठगों ने बेहद योजनाबद्ध तरीके से पूरी वारदात को अंजाम दिया और देखते ही देखते लगभग 15 से 16 लाख रुपये मूल्य के सोने के गहने लेकर फरार हो गए।
बाइक पर आए दो नकली पुलिसकर्मियों ने बनाया निशाना
पीड़ित दिलीप कुमार, जो बाकरगंज के निवासी हैं, घटना के समय नाला रोड से गुजर रहे थे। तभी बाइक सवार दो युवक अचानक उनकी बाइक के सामने आकर रुक गए। दिलीप कुछ समझ पाते, उससे पहले ही एक युवक ने जेब से एक कार्ड निकालकर खुद को पुलिसकर्मी बताया। उसने सख्त लहजे में दिलीप से कहा कि वे इतने भारी सोने के गहने पहनकर भीड़भाड़ वाली जगह पर न चलें क्योंकि इससे चोरी या लूट की वारदात हो सकती है।
झांसे में लेकर उतरवा लिए सोने के गहने
ठग ने दिलीप को आदेश दिया कि वे गले की चेन और अंगूठी उतारकर उसे दें ताकि वह उन्हें सुरक्षित कागज में लपेटकर वापस कर सके। दबाव और डर के माहौल में दिलीप ने बिना कुछ सोचे-समझे अपने सोने के आभूषण उतार दिए। इस दौरान दूसरे युवक ने अपने पैकेट से एक कागज निकाला और उसमें गहने रखने को कहा। दिलीप ने पूरी तरह से भरोसा करते हुए सोना कागज में रख दिया।
चतुराई से असली सोना नकली से बदल दिया
यह पूरी वारदात इतनी सफाई से की गई कि दिलीप को शक होने का मौका भी नहीं मिला। ठगों ने चालाकी के साथ सारा असली सोना निकाल लिया और उसकी जगह नकली आभूषणों वाला पैकेट दिलीप को पकड़ाकर कहा कि घर जाकर इसे खोलें और आगे से इतनी मात्रा में सोना पहनकर बाहर न निकलें। जैसे ही दिलीप ने पैकेट लिया, दोनों अपराधी बाइक स्टार्ट कर तेज रफ्तार से फरार हो गए।
घर पहुंचकर खुली सच्चाई, उड़ गए होश
जब दिलीप घर पहुंचे और पैकेट खोला तो अंदर नकली और सस्ते आभूषण थे। इससे उन्हें समझ में आ गया कि वे एक योजनाबद्ध ठगी के शिकार हो चुके हैं। ठगी की रकम लगभग 15–16 लाख रूपए की बताई गई है। घटना के बाद पीड़ित ने कदमकुआं थाना पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज कराई।
कदमकुआं क्षेत्र में पहले भी हुए हैं ऐसे मामले
स्थानीय लोगों का कहना है कि नाला रोड और उसके आसपास पिछले कुछ महीनों में इसी तरह की कई घटनाएँ सामने आ चुकी हैं। ठगी करने वाले गिरोह पुलिसकर्मी, प्रशासनिक अधिकारी या किसी सरकारी विभाग के कर्मचारी बनकर लोगों को भ्रमित करते हैं और सोना उतरवाकर फरार हो जाते हैं। इस गिरोह का तरीका हमेशा एक जैसा रहता है—पहले पहचान पत्र दिखाना, फिर सुरक्षा के नाम पर दबाव बनाना और फिर नकली पैकेट थमाकर भाग जाना।
सीसीटीवी से जालसाजों की तलाश में पुलिस
कदमकुआं थानाध्यक्ष अर्जुन कुमार ने बताया कि पीड़ित दिलीप कुमार की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। दोनों ठग बाइक पर थे और हेलमेट पहने हुए थे, जिससे पहचान मुश्किल हो रही है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि अपराधियों की बाइक, नंबर प्लेट या चेहरे का कोई सुराग मिल सके। सदर डीएसपी-1 रंजन कुमार ने कहा कि फोन, लैपटॉप और कैमरा फीड की मदद से अपराधियों की लोकेशन और पहचान की कोशिश की जा रही है। पुलिस टीम अलग-अलग एंगल्स से जांच कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही गिरोह पकड़ा जाएगा।
पुलिस ने दी आम लोगों को चेतावनी
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई व्यक्ति वर्दी पहनकर या कार्ड दिखाकर सोना उतरवाने की कोशिश करे, तो तुरंत 112 या स्थानीय थाना को सूचना दें। वास्तविक पुलिसकर्मी कभी भी इस तरह घर या सड़क पर किसी आम नागरिक से गहने उतरवाने का आदेश नहीं देती है। ऐसे मामलों में सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है।
गिरोह का नेटवर्क बड़ा, राजधानी में सक्रिय होने की आशंका
पुलिस को शक है कि यह गिरोह वर्षों से सक्रिय है और महानगरों से लेकर छोटे शहरों तक ठगी की घटनाएं करता है। हाल के दिनों में पटना के राजेंद्रनगर, पाटलिपुत्रा, कंकड़बाग और कदमकुआं जैसे क्षेत्रों में इसी तरह की घटनाएं सामने आई हैं। इससे स्पष्ट है कि गिरोह काफी संगठित और प्रशिक्षित है। पटना में बढ़ते ठगी के मामलों ने पुलिस-प्रशासन को सतर्क कर दिया है। नकली पुलिसकर्मी बनकर ठगी की यह घटना जहां सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, वहीं आम लोगों को भी सतर्क रहने का संदेश देती है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे।

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