पटना में पत्नी से विवाद के बाद पति ने की आत्महत्या, फांसी लगाकर दी जान
पटना। बाढ़ थाना क्षेत्र के दयाचक में रविवार देर शाम एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, युवक अपनी पत्नी से फोन पर बात कर रहा था, इसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। बातचीत बढ़ने पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई और बताया जा रहा है कि इसी मानसिक तनाव के बीच युवक ने अपनी जान दे दी।
किराए के घर में मिलता है युवक का शव
मृतक की पहचान चलिसकुरवा गांव निवासी मनीष कुमार के रूप में हुई है। मनीष दयाचक में किराए के एक मकान में पिछले कुछ महीनों से रह रहे थे। रात करीब लोकल समय पर जब परिवार का एक सदस्य उनसे मिलने पहुँचा, तो उसने कमरे का दरवाज़ा खोलकर देखा कि मनीष का शव फंदे से लटका हुआ है। यह दृश्य देखकर वह घबरा गया और तुरंत आसपास के लोगों को बुलाया। स्थानीय लोगों ने मिलकर शव को नीचे उतारा और पुलिस को सूचना दी।
पत्नी से फोन पर हुई कहासुनी
परिजनों और दोस्त गौरव कुमार के अनुसार, घटना से ठीक पहले मनीष अपनी पत्नी से फोन पर बात कर रहे थे। बातचीत के दौरान किसी विषय को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद कहासुनी बढ़ गई। परिजनों का कहना है कि फोन पर हुए इस तनावपूर्ण संवाद के बाद मनीष बेहद बेचैन और आहत महसूस कर रहे थे। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि विवाद किस बात को लेकर हुआ था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उस समय फोन पर क्या बातचीत हुई थी।
शादी को केवल छह महीने हुए थे
मनीष की शादी छह महीने पहले बख्तियारपुर के अलीपुर गांव में हुई थी। कुछ दिनों पहले पत्नी अपने मायके गई हुई थी और करीब 15 दिनों से मनीष घर में अकेले रहते थे। घटनास्थल की स्थिति देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि अकेलेपन और घरेलू तनाव का प्रभाव मनीष की मानसिक स्थिति पर पड़ा होगा। परिजनों का कहना है कि शादी के बाद से पति-पत्नी के बीच कुछ मतभेद चल रहे थे।
बेरोजगारी भी बन रही थी तनाव का कारण
परिवार के अनुसार, मनीष बेरोजगार थे और बिहार पुलिस में भर्ती की तैयारी कर रहे थे। वे सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहते थे और पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी की तलाश भी कर रहे थे। नौकरी न मिल पाने और वैवाहिक संबंधों में तनाव, दोनों कारणों से वे पिछले कुछ समय से मानसिक दबाव में थे।
दोस्त गौरव का कहना है कि मनीष कभी-कभी अपनी परेशानियां दोस्तों से साझा किया करते थे, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि बात इतनी बढ़ जाएगी।
पुलिस ने मोबाइल जब्त कर जांच शुरू की
सूचना मिलने पर बाढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कमरे की तलाशी ली और घटनास्थल की बारीकी से जांच की। मनीष का मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया गया है, ताकि कॉल रिकॉर्ड, चैट और अन्य डिजिटल प्रमाणों के आधार पर घटना की वास्तविक वजह का पता लगाया जा सके। पुलिस ने कहा है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि की जाएगी।
परिवार में मातम, गांव ले जाया गया शव
घटना के बाद मनीष के घर में मातम छा गया। परिजन और रिश्तेदार रात में ही शव को लेकर अपने गांव चलिसकुरवा के लिए रवाना हो गए। गांव में भी यह खबर फैलते ही लोग दुखी हो उठे, क्योंकि मनीष को एक शांत स्वभाव और मिलनसार व्यक्ति के रूप में जाना जाता था।
मानसिक तनाव और परिवारिक विवाद की बढ़ती घटनाएँ
स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में घरेलू विवाद और मानसिक तनाव के कारण ऐसे मामले बढ़े हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि तनावपूर्ण परिस्थितियों में अकेले रहना कई बार व्यक्ति की भावनाओं को प्रभावित करता है। ऐसे मामलों में परिवार और समाज को लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। पटना में हुई इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि पारिवारिक तनाव और बेरोजगारी जैसी समस्याएँ किस तरह लोगों की मानसिक स्थिति को प्रभावित कर सकती हैं। मनीष की मौत का कारण चाहे जो भी हो, यह घटना परिवार और समाज के लिए एक बड़ा संदेश है कि तनावग्रस्त व्यक्ति की भावनात्मक स्थिति को गंभीरता से समझना आवश्यक है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही घटना के पीछे की सच्चाई सामने आएगी।


