बांका में जमीनी विवाद में दो पक्षों में मारपीट, लाठी-डंडों से किया हमला, पांच की हालत गंभीर
बांका। जिले के रजौन थाना क्षेत्र स्थित मालती गांव में गुरुवार को जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प ने पूरे इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। पुरानी जमीन को लेकर चल रहे विवाद ने अचानक ऐसा रूप ले लिया कि दोनों ओर से लाठी-डंडों और लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया गया, जिसके परिणामस्वरूप पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इनमें से एक घायल को गंभीर स्थिति में भागलपुर मायागंज अस्पताल रेफर किया गया है, जबकि अन्य का इलाज रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।
विवाद की शुरुआत
स्थानीय लोगों के अनुसार दोनों पक्षों के बीच जमीन को लेकर लंबे समय से तनाव बना हुआ था। गुरुवार को यह तनाव उस समय हिंसा में बदल गया जब गांव के कुछ लोगों और अरविंद पंजियार के परिवार के बीच कहासुनी शुरू हो गई। अरविंद पंजियार के 16 वर्षीय बेटे हैप्पी कुमार ने बताया कि गांव के कुछ लोगों ने अचानक गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। उन्होंने विरोध किया तो विवाद और बढ़ गया और देखते ही देखते लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया।
पहला हमला और गंभीर चोटें
हैप्पी कुमार ने बताया कि विरोध करने पर दूसरे पक्ष के लोगों ने उन पर लोहे की रॉड और डंडों से वार किए। इस हमले में उनके सिर पर गंभीर चोट लग गई और शरीर पर भी कई जगह घाव हो गए। जब उनके भाई मोनू कुमार और अन्य परिजन बीच-बचाव करने आए, तो उन्हें भी मारपीट का सामना करना पड़ा। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि कई लोगों के लिए अपनी जान बचाना भी मुश्किल हो गया।
दूसरे पक्ष के आरोप
दूसरे पक्ष के रोशन कुमार और छोटू पंजियार ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार भी जमीनी विवाद को लेकर पहले गाली-गलौज हुई, जिसके बाद उनके साथ भी लाठी-डंडों से हमला किया गया। उनका कहना है कि विरोध करने पर उन पर अचानक हमला कर दिया गया, जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आईं। दोनों पक्षों के घायलों को उनके परिजनों द्वारा तुरंत रजौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां सभी को प्राथमिक उपचार दिया गया।
एक घायल को मायागंज रेफर
हैप्पी कुमार की स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत रेफर करने का निर्णय लिया। उन्हें भागलपुर के मायागंज अस्पताल भेजा गया है, जहां उनका उपचार जारी है। अन्य घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है और उनके परिवार के सदस्य अस्पताल में पूरी तरह उनकी देखभाल में लगे हुए हैं।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की जानकारी मिलने पर रजौन थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। थाना अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से लिखित शिकायतें दर्ज कराई गई हैं। पुलिस इन शिकायतों के आधार पर मामले की विस्तृत जांच कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट है कि विवाद पुराना था और मौके पर अचानक ही स्थिति हिंसक हो गई। पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर जल्द कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय तनाव और चिंताएं
ग्रामीणों ने बताया कि मालती गांव में जमीनी विवाद पिछले कई महीनों से चल रहे हैं, लेकिन गुरुवार की घटना ने माहौल को और बिगाड़ दिया है। दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, जिसके चलते गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन ऐसे विवादों पर पहले से ध्यान दे और उचित मध्यस्थता की व्यवस्था करे ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
घटना से सीख और जरूरत
यह घटना बताती है कि जमीनी विवाद कितनी तेजी से हिंसक रूप ले सकते हैं और छोटे-से विवाद से भी बड़ी हानि हो सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि विवाद अक्सर वर्षों तक चलते हैं, और इनका समाधान न होने पर हालात गंभीर बन जाते हैं। प्रशासन को चाहिए कि ऐसे मामलों में पंचायत स्तर पर समझौता तंत्र को मजबूत करे और जमीनी रिकॉर्ड की स्पष्टता सुनिश्चित करे। मालती गांव में हुई इस घटना ने पूरे इलाके में असुरक्षा की भावना को बढ़ाया है। घायलों का इलाज जारी है और पुलिस जांच कर रही है। उम्मीद है कि दोषियों पर कार्रवाई होगी और गांव में जल्द शांति बहाल होगी।


