भागलपुर में तेज रफ्तार गाड़ी ने युवक को मारी टक्कर, मौके पर मौत, ड्राइवर फरार
भागलपुर। जिले के स्नोखर थाना क्षेत्र में बुधवार देर रात हुई सड़क दुर्घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया। 24 वर्षीय शुभम कुमार की मौत ने न केवल परिवार को गहरे शोक में डूबो दिया, बल्कि स्थानीय लोगों को भी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने को मजबूर कर दिया है। तेज रफ्तार और बिना पंजीकृत चलने वाली जुगाड़ गाड़ियों का खतरा इस क्षेत्र में नई बात नहीं है, लेकिन इस दुर्घटना ने स्थिति की गंभीरता को और स्पष्ट कर दिया है।
दुर्घटना कैसे हुई
घटना बुधवार देर रात की है जब शुभम कुमार नाश्ता करने के बाद घर लौट रहा था। चंडिका स्थान के पास पहुंचते ही पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार जुगाड़ गाड़ी ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि शुभम मौके पर ही गिर पड़ा और उसकी वहीं मौत हो गई। स्थानीय लोगों के अनुसार वाहन की गति काफी ज्यादा थी और ड्राइवर वाहन से नियंत्रण खो बैठा, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
दुर्घटना के तुरंत बाद ड्राइवर गाड़ी वहीं छोड़कर फरार
दुर्घटना के तुरंत बाद ड्राइवर गाड़ी वहीं छोड़कर फरार हो गया। यह घटना क्षेत्र में संचालित जुगाड़ गाड़ियों पर निगरानी की कमी को दर्शाती है। ऐसे वाहन आमतौर पर बिना नंबर प्लेट और बिना किसी पंजीकरण के चलते हैं, जिससे दुर्घटनाओं के बाद इनका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। ग्रामीणों के अनुसार ऐसे वाहन लंबे समय से तेज रफ्तार में चलते हैं, लेकिन प्रशासनिक नियंत्रण की कमी के कारण लोगों की जान पर खतरा बना रहता है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
दुर्घटना की खबर मिलते ही ग्रामीणों ने स्नोखर थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त जुगाड़ गाड़ी को जब्त कर लिया है और फरार चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने शुभम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया। अधिकारियों का कहना है कि ड्राइवर की पहचान के लिए आसपास के क्षेत्रों में पूछताछ की जा रही है और संभवतः जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है।
परिजनों का आक्रोश और मांग
मृतक शुभम के पिता पिंकू प्रसाद सिंह ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए आरोपी चालक की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। परिवार का कहना है कि शुभम परिवार का सहारा था और उसकी अचानक मौत ने उन्हें आर्थिक और मानसिक रूप से तोड़ दिया है। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया है कि दोषी चालक को कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में ऐसे हादसों पर रोक लग सके।
स्थानीय लोगों की चिंता
इलाके के निवासियों ने इस दुर्घटना के बाद अपनी चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि इस मार्ग पर अक्सर बिना नंबर की जुगाड़ गाड़ियां तेज गति से दौड़ती रहती हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ी रहती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि प्रशासन को ऐसे वाहनों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और नियमित जांच को सुनिश्चित करना चाहिए। कई लोगों ने यह भी कहा कि सड़क पर सुरक्षा चिन्हों और स्पीड ब्रेकरों की कमी भी हादसों का एक कारण है।
प्रशासन के लिए चुनौती
ऐसी दुर्घटनाओं ने जिला प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। बिना पंजीकरण वाले वाहनों का बढ़ता उपयोग और उनकी अनियंत्रित गति न केवल आम लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि कानून-व्यवस्था की दृष्टि से भी गंभीर समस्या है। प्रशासन को चाहिए कि ऐसे वाहनों की गतिविधियों पर सख्त रोक लगाए और आवश्यक लाइसेंसिंग तथा पंजीकरण प्रक्रिया को सख्ती से लागू करे।
सामाजिक स्तर पर असर
शुभम की मौत ने पूरे गांव के माहौल को गमगीन कर दिया है। स्थानीय युवा और बुजुर्ग सभी इस घटना को लेकर दुखी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन ने पहले ही ऐसे वाहनों पर नियंत्रण किया होता तो शायद यह हादसा टल सकता था। यह घटना संदेश देती है कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज के सभी वर्गों को मिलकर ऐसी स्थितियों पर ध्यान देना होगा। अंततः, इस दुखद घटना ने सड़क सुरक्षा से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शुभम की मौत से पूरा गांव शोक में है, और प्रशासन के लिए चुनौती है कि वह जल्द से जल्द आरोपी को पकड़कर न्याय सुनिश्चित करे। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस और सख्त कदम उठाए जाएँ ताकि किसी और परिवार को इस तरह के दर्द का सामना न करना पड़े।


