November 19, 2025

प्रदेश में जल्द शुरू होगी कड़ाके की ठंड, विभाग का अलर्ट जारी, ठंडी हवाओं से बदलेगा मौसम

पटना। बिहार में ठंड का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में ही लोगों को दिसंबर–जनवरी जैसी सर्दी महसूस होने लगी है। पिछले एक सप्ताह से तापमान में तेज उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, जिसके कारण आमजन के जीवन पर ठंड का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और कड़ाके की ठंड शुरू होने का अलर्ट जारी किया है। राज्य के कई जिलों में न्यूनतम तापमान 5 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है, जो मौसम विशेषज्ञों के अनुसार सामान्य से कम है।
तापमान में गिरावट से बढ़ी ठिठुरन
बिहार में बीते सात दिनों से न्यूनतम तापमान एक अंक में बना हुआ है। मंगलवार की रात पारा गिरकर 8.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान माना जा रहा है। ठंडी हवाओं के कारण लोगों को सुबह और शाम के समय अधिक ठिठुरन महसूस हो रही है। सर्दी का असर इतना बढ़ गया है कि सुबह जल्दी और रात में बाजारों में भीड़ कम हो रही है और लोग गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं। हालांकि पछुआ हवा की रफ्तार में थोड़ी कमी देखी गई है, जिससे मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि तापमान में हल्की बढ़ोतरी हो सकती है और ठंड में कुछ राहत मिल सकती है।
सुबह-शाम धुंध और दिन में खिली धूप
मौसम सेवा केंद्र के अनुसार बुधवार से सुबह और शाम में घना धुंध छाए रहने की संभावना है। धुंध के कारण दृश्यता में गिरावट होगी, जिससे सड़क यातायात प्रभावित हो सकता है। वहीं दोपहर के समय धूप खिलने की संभावना है, जिससे लोगों को ठंड से कुछ राहत मिलेगी। लेकिन राहत का यह असर अधिक देर तक नहीं रहेगा। शाम होते ही तापमान फिर से गिरने लगेगा और ठंडी पछुआ हवा ठिठुरन बढ़ाएगी। मौसम विभाग के अनुसार पछुआ हवा की रफ्तार 25 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
बारिश का अलर्ट और मौसम का बदलता मिजाज
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में बारिश का भी अलर्ट जारी किया है। दिन का अधिकतम तापमान 26 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है, जबकि न्यूनतम तापमान 12 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। पछुआ हवा की रफ्तार कम होने से जहां तापमान में गिरावट रुक सकती है, वहीं प्रदूषण बढ़ने की आशंका भी रहती है। हवा स्थिर हो जाने से धूल-कण हवा में ही जमे रहते हैं और एयर क्वालिटी इंडेक्स तेजी से बिगड़ने लगता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय वायरस भी तेजी से फैलते हैं, इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
कोहरा और ओस का असर खेती पर भी
सुबह के समय ओस की मात्रा बढ़ने और घना कोहरा छाने से खेतों में खड़ी सब्जियों की फसल प्रभावित हो रही है। खासकर पत्ता गोभी, फूल गोभी, धनिया और मटर जैसी फसलें ओस की नमी से नुकसान का सामना कर रही हैं। किसान इस स्थिति से चिंतित हैं और कृषि विभाग ने भी किसानों को उचित सलाह जारी की है।
राज्य का तापमान और आंकड़े
पिछले 24 घंटे में राज्य में दिन का सबसे अधिक तापमान पूर्णिया में 31.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि सबसे कम तापमान कैमूर जिले के अधौरा प्रखंड में 8.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह आंकड़े साफ बताते हैं कि बिहार में तापमान का अंतर बहुत अधिक है और मौसम कभी भी करवट ले सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को सुबह-शाम गर्म कपड़े पहनने, बुजुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से ठंड से बचाने तथा घरों में पर्याप्त गर्माहट बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं। बिहार में कड़ाके की ठंड का दौर आने वाला है। मौसम विभाग के अलर्ट के अनुसार आने वाले दिनों में न केवल ठंड बढ़ेगी, बल्कि धुंध और प्रदूषण का असर भी तेज होगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने, गर्म कपड़ों का प्रयोग करने, अनावश्यक यात्रा से बचने और मौसम विभाग के ताजा अपडेट पर नजर रखने की सलाह दी जा रही है। सर्दी का यह दौर धीरे-धीरे और कड़ा होता जाएगा और प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में जनवरी जैसी ठंड समय से पहले ही महसूस होने लगी है।

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