November 17, 2025

पटना में बाइक सवार से गाली-गलौज करने वाले 2 पुलिसकर्मी निलंबित, वायरल वीडियो के आधार पर हुई कार्रवाई

पटना। राजधानी पटना में पुलिस द्वारा की गई बदसलूकी का मामला सामने आया है, जिसके बाद शहर की कानून-व्यवस्था और पुलिस व्यवहार पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद नदी थाना में पदस्थापित दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। वीडियो में पुलिसकर्मी एक युवक के साथ गाली-गलौज करते और थप्पड़ मारते नजर आए, जिसके आधार पर दोनों को निलंबित कर दिया गया है।
वायरल वीडियो से खुली कार्रवाई
14 नवंबर को शूट किए गए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कच्ची दरगाह–बिद्दुपुर सिक्स लेन पर एक बाइक राइडर को पुलिसकर्मी रोकते हैं। बाइक पूरी तरह रुकने से पहले ही एक पुलिसकर्मी अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगता है। इसके बाद दूसरे पुलिसकर्मी द्वारा युवक को थप्पड़ मारते भी देखा जाता है। वीडियो वायरल होने के बाद वरीय पुलिस अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान लिया और लापरवाही व दुर्व्यवहार के आरोप में सब-इंस्पेक्टर देवकांत बंटी और पीटीसी विश्वनाथ कुमार को निलंबित कर दिया। विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि मौके पर इतना आक्रामक रवैया अपनाने की वजह क्या थी।
बाइक राइडर पर भी कार्रवाई
हालांकि मामले में केवल पुलिसकर्मियों पर ही कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़ित बाइक राइडर अभिषेक राजपूत (19) को भी खतरनाक स्टंट और जोखिम भरी ड्राइविंग करने के लिए चालान का सामना करना पड़ा। पुलिस ने उस पर 7000 रुपये का जुर्माना लगाया है। अभिषेक ने माना कि वह स्टंट कर रहा था और उसकी गलती के कारण सड़क पर खतरा उत्पन्न हो सकता था। वीडियो सामने आने के बाद युवक ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि वह आगे से ऐसा स्टंट नहीं करेगा और यातायात नियमों का पालन करेगा।
घटना कैसे हुई
घटना स्थल कच्ची दरगाह–बिद्दुपुर सिक्स लेन बताया जा रहा है, जहां इन दिनों वाहनों की आवाजाही काफी तेज रहती है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दो पुलिसकर्मी इलाके की नियमित गश्ती कर रहे थे। उसी दौरान उन्हें बाइक पर तेज रफ्तार में करतब दिखाते अभिषेक को देखकर शक हुआ और उन्होंने बाइक रोकने का इशारा किया। जैसे ही बाइक रुकने लगी, एक पुलिसकर्मी ने बिना किसी संवाद या चेतावनी के अभद्र भाषा का प्रयोग शुरू कर दिया। इसके बाद दूसरे पुलिसकर्मी ने युवक को थप्पड़ मार दिया। यह पूरा दृश्य वीडियो में रिकॉर्ड हो गया, जो बाद में सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया।
पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया
वायरल वीडियो के बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से तुरंत कार्रवाई की गई। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि किसी भी परिस्थिति में पुलिसकर्मियों का ऐसा व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि अनुशासन का पालन पुलिस बल की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है और जनता के प्रति जिम्मेदार और संवेदनशील आचरण प्राथमिक अपेक्षा है। दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और आगे की जांच के बाद विभागीय दंड तय किया जाएगा। वरिष्ठ अधिकारियों ने यह भी कहा कि ऐसे मामलों से पुलिस की छवि खराब होती है और इसलिए ऐसे व्यवहार के लिए कोई जगह नहीं है।
युवक की माफी और भविष्य के लिए चेतावनी
अभिषेक ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह स्वीकार करता है कि स्टंट करना उसकी गलती थी। उसने कहा कि सड़क पर ऐसा स्टंट दूसरों की जान को खतरे में डाल सकता है, इसलिए वह आगे से ऐसा नहीं करेगा। पुलिस द्वारा लगाए गए चालान का भुगतान भी उसने कर दिया। अभिषेक ने यह भी कहा कि वह चाहता था कि पुलिस उसे समझाती, न कि गाली या मारपीट करती। इस घटना ने सड़क सुरक्षा और पुलिस व्यवहार दोनों पर नए सिरे से चर्चा छेड़ दी है। पटना की यह घटना दो महत्वपूर्ण संदेश देती है—पहला, सड़क पर स्टंट और खतरनाक ड्राइविंग किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं की जा सकती, क्योंकि इससे गंभीर हादसे हो सकते हैं। दूसरा, कानून लागू करने वाले पुलिसकर्मियों को भी शालीनता और अनुशासन का पालन करना चाहिए। वीडियो के आधार पर हुई त्वरित कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि पुलिस विभाग अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगा। मगर यह भी उतना ही महत्वपूर्ण है कि सड़क पर सभी नागरिक नियमों का पालन करें, ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके और पुलिस और जनता के बीच आपसी विश्वास बनाए रखा जा सके।

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