मुख्यमंत्री आवास में नीतीश से मिलने पहुंचे चिराग और सम्राट, शपथग्रहण और कैबिनेट गठन पर हुआ मंथन
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए की ऐतिहासिक जीत के बाद राज्य में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। चुनाव परिणाम घोषित होने के अगले ही दिन पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास में राजनीतिक गतिविधियां काफी तेज हो गईं। एक-एक कर एनडीए के शीर्ष नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने पहुंचे और आगामी शपथग्रहण समारोह तथा कैबिनेट गठन को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा की।
सीएम आवास पर लगी राजनीतिक हलचल
सुबह होते ही जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए। उनकी इस मुलाकात को सत्ता गठन से जुड़ी तैयारियों का महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है। इसके तुरंत बाद लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान भी नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे। उनके साथ पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल भी मौजूद था। पिछले 24 घंटों में यह लगातार दूसरा दिन रहा जब मुख्यमंत्री आवास में नेताओं की आवाजाही बढ़ी रही। पटना स्थित एक अणे मार्ग पर राजनीतिक विमर्श का यह दौर इस बात का संकेत है कि एनडीए में नई सरकार की संरचना को लेकर मंथन अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है।
नई सरकार के शपथग्रहण पर चर्चा
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री और एनडीए के नेताओं के बीच हुई बैठक में शपथग्रहण की संभावित तारीख पर चर्चा हुई। इसके साथ ही किन चेहरों को नई कैबिनेट में जगह मिल सकती है और किस तरह से विभागों का बंटवारा हो सकता है—इस पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया। जदयू और भाजपा के साथ लोजपा(रा), हम और रालोमो जैसे सहयोगी दलों की हिस्सेदारी पर भी बातचीत होने की जानकारी सामने आई है। चिराग पासवान ने मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि वह नीतीश कुमार को एनडीए की बड़ी जीत के लिए धन्यवाद देने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में गठबंधन ने ऐतिहासिक परिणाम हासिल किए हैं और यही एनडीए की एकजुटता का परिचायक है।
चिराग का विपक्ष पर पलटवार
मीडिया से बातचीत में चिराग पासवान ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महागठबंधन लगातार लोजपा और जदयू के बीच तकरार की झूठी अफवाह फैलाता रहा, लेकिन चुनाव ने यह साबित कर दिया कि एनडीए पूरी तरह एकजुट है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जदयू और लोजपा(रा) दोनों ने एक-दूसरे के उम्मीदवारों को मजबूत समर्थन दिया, जिसका परिणाम सबके सामने है। चिराग का यह बयान एनडीए में किसी भी तरह के मतभेद की अटकलों को सिरे से खारिज करता है। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार ने भी मुलाकात के दौरान सभी सहयोगी दलों की भूमिका की सराहना की है और एनडीए के विस्तार में हर घटक दल की अहम भूमिका रही है।
श्याम रजक का बड़ा बयान
जदयू के वरिष्ठ नेता श्याम रजक भी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि पूरा एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में एकजुट है। उनका कहना था कि गठबंधन के सभी घटक दलों ने नीतीश को नेता मानकर ही चुनाव लड़ा था और आने वाले दिनों में वही मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। श्याम रजक ने कहा कि विपक्ष यह भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा था कि एनडीए में नेतृत्व को लेकर असहमति है, लेकिन चुनाव नतीजों और उसके बाद की गतिविधियों ने यह साफ कर दिया है कि एनडीए मजबूती से एकजुट है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में सरकार गठन से जुड़ी औपचारिकताओं की घोषणा भी हो जाएगी।
सरकार गठन की उलटी गिनती शुरू
चुनाव नतीजों के बाद से ही एनडीए के शीर्ष नेतृत्व के बीच बैठकों का दौर जारी है। मुख्यमंत्री आवास पर नेताओं का आना-जाना बताता है कि नई सरकार के स्वरूप और नीतिगत प्राथमिकताओं को लेकर विस्तृत मंथन हो रहा है। एनडीए की भारी जीत ने गठबंधन के आत्मविश्वास को बढ़ाया है, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर पार्टियों की सहमति ने राजनीतिक स्थिरता का संकेत दिया है। राजनीति के जानकारों का मानना है कि एनडीए अगले कुछ दिनों में शपथग्रहण समारोह की तारीख की घोषणा कर सकता है। इसके साथ ही कैबिनेट में अनुभवी और नए चेहरों का संतुलन देखने को मिलने की भी संभावना है। पटना के मुख्यमंत्री आवास में बढ़ी गतिविधियों ने संकेत दे दिया है कि बिहार में एनडीए सरकार गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। नीतीश कुमार के नेतृत्व पर सभी सहयोगी दलों की सहमति ने इस प्रक्रिया को और आसान बना दिया है। अब पूरे राज्य की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि नई कैबिनेट में कौन-कौन शामिल होंगे और एनडीए अपनी नई पारी की शुरुआत किस दिशा में करेगा।


