मुजफ्फरपुर में शॉर्ट सर्किट से भीषण आग, एक परिवार के पांच लोग जिंदा जले, पांच की हालत गंभीर
मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात हुए भीषण अग्निकांड ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। मोतीपुर बाजार के वार्ड संख्या 13 में स्थित एक मकान में अचानक लगी आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया। इस हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि पांच अन्य सदस्य गंभीर रूप से झुलस गए। यह हृदयविदारक घटना स्थानीय लोगों और प्रशासन दोनों के लिए एक गहरी चिंता का विषय बन गई है।
देर रात लगी आग ने बढ़ाई अफरा-तफरी
घटना की शुरुआत रात के उस समय हुई, जब अधिकांश लोग गहरी नींद में थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, अचानक जोरदार आवाज के साथ आग फैलनी शुरू हुई। ललन कुमार के घर से उठते धुएं और आग की लपटों को देखकर आसपास के लोग मौके पर दौड़े। आग इतनी तेज थी कि घर के भीतर सो रहे लोगों को बाहर निकालने का मौका ही नहीं मिला। कुछ ही मिनटों में आग पूरे घर में फैल गई और राहत प्रयास कठिन होते चले गए।
आग से हुए बड़े नुकसान
इस हादसे में घर के पांच सदस्यों की मौके पर ही जलकर मौत हो गई। मृतकों की पहचान की प्रक्रिया पुलिस द्वारा पूरी की जा रही है। वहीं परिवार के पांच अन्य लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं, जिन्हें तत्काल नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि घायलों की हालत बेहद नाजुक है और उनकी निरंतर निगरानी की जा रही है। परिजनों और स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा दुख और आक्रोश देखने को मिल रहा है।
राहत और बचाव कार्य में जुटे स्थानीय लोग
आग लगने की सूचना मिलते ही आसपास के लोग तत्क्षण सहायता के लिए जुट गए। हालांकि आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि लोग घर के भीतर फंसे लोगों तक आसानी से पहुंच नहीं सके। कुछ ने दरवाजे और खिड़कियां तोड़ने की कोशिश भी की, लेकिन धुएं और आग की लपटों के कारण राहत प्रयास बाधित होते रहे। इस बीच, सड़क पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोग लगातार बचाव का प्रयास करते रहे।
प्रशासन और पुलिस की तत्परता
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम तेजी से मौके पर पहुंची। अग्निशमन विभाग की कई गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेराबंदी कर लिया और आसपास के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी। दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग पर नियंत्रण पाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
शॉर्ट सर्किट की आशंका
हालांकि आग लगने के वास्तविक कारणों की पुष्टि अभी नहीं की गई है, लेकिन प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका व्यक्त की जा रही है। विशेषज्ञों की टीम घर के भीतर जले उपकरणों और वायरिंग की जांच कर रही है, ताकि आग के सही कारणों का पता लगाया जा सके। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
मोहल्ले में भय और शोक का माहौल
इस दर्दनाक घटना ने पूरे मोहल्ले में भय और शोक का माहौल पैदा कर दिया है। लोग इस बात से स्तब्ध हैं कि कुछ ही क्षणों में पूरा परिवार आग की चपेट में कैसे आ गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि जब तक उन्हें आग की जानकारी मिली, तब तक आग काफी फैल चुकी थी। कई लोग घटना के बाद से सदमे में हैं और पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
प्रशासन का आश्वासन
घटना के बाद प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता देने का भरोसा दिया है। अधिकारी लगातार अस्पताल और घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि घायलों के इलाज में किसी भी प्रकार की कमी नहीं छोड़ने का निर्देश अस्पताल को दिया गया है। साथ ही मृतकों के परिवार को आपदा राहत नियमों के अनुसार सहायता प्रदान की जाएगी। मोतीपुर की यह घटना न केवल एक परिवार के लिए, बल्कि पूरे इलाके के लिए गहरा सदमा है। इस हादसे ने फिर एक बार यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि घरों में सुरक्षा मानकों और बिजली व्यवस्था की नियमित जांच कितनी जरूरी है।


