November 12, 2025

गया में वोटिंग के दौरान लोगों को धमकाने वाले तीन अपराधी गिरफ्तार, बाधा डालने पर पुलिस ने पकड़ा

गया। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान के दौरान गया जिले में एक बड़ी घटना सामने आई है। जिले के सिंधुगढ़ थाना क्षेत्र के बंदा गांव में कुछ असामाजिक तत्वों ने मतदाताओं को धमकाने और मतदान प्रक्रिया में बाधा डालने की कोशिश की। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें अजय कुमार, रोशन कुमार और आयुष कुमार शामिल हैं। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी या मतदाताओं को डराने-धमकाने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मतदान केंद्र पर हंगामा, पुलिस की तत्परता से टली बड़ी घटना
जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह मतदान शुरू होने के कुछ घंटे बाद बंदा गांव के मतदान केंद्र पर तीन युवकों ने लाइन में लगे मतदाताओं को अपने समर्थित दल को वोट देने के लिए दबाव डालना शुरू किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब कुछ मतदाताओं ने इसका विरोध किया तो इन युवकों ने उन्हें धमकाया और मत देने से रोकने का प्रयास किया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित किया और तत्काल तीनों युवकों को हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार युवकों से पूछताछ जारी है।
एसएसपी ने दी जानकारी, कहा– शांति भंग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई
गया के वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार ने बताया कि पुलिस प्रशासन को मतदान के दौरान किसी भी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए पहले से सख्त निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि, “हमारा लक्ष्य भयमुक्त, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराना है। बंदा गांव में जब सूचना मिली कि कुछ लोग मतदाताओं पर दबाव डाल रहे हैं, तो पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।” एसएसपी ने कहा कि चुनाव में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था फैलाने या मतदाताओं को प्रभावित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि जिले के सभी थानों को अतिरिक्त बल के साथ अलर्ट मोड पर रखा गया है।
गया में शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण मतदान
घटना के बावजूद गया जिले में मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होता रहा। सुबह 7 बजे से ही मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें लग गई थीं। महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं में मतदान को लेकर खासा उत्साह देखा गया। जिला प्रशासन के अनुसार, दोपहर तक सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों — बेलागंज, गया टाउन, बोधगया, टिकारी, शेरघाटी, बाराचट्टी (अनुसूचित जाति), अतरी, इमामगंज (अनुसूचित जाति), गुरुआ और वजीरगंज में मतदान शांतिपूर्ण रहा। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। केंद्रीय बलों के जवान और स्थानीय पुलिस मिलकर पूरे जिले में गश्त कर रहे थे ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
उम्मीदवारों ने भी किया मतदान, जनता से की अपील
गया शहर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी और राज्य के पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार साइकिल से मतदान करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए वे साइकिल से मतदान केंद्र पहुंचे हैं, ताकि एक अच्छा संदेश दिया जा सके। मतदान के बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि इस बार एनडीए को भारी बहुमत मिलने जा रहा है। उन्होंने कहा, “पहले चरण में एनडीए को 100 सीटें और दूसरे चरण में भी 100 से अधिक सीटें मिलेंगी। इस तरह कुल 200 से ज्यादा सीटों के साथ एनडीए की सरकार बनेगी। मैं आठ बार जनता की सेवा कर चुका हूं, नौवीं बार भी जनता आशीर्वाद देगी।”
जन सुराज और कांग्रेस प्रत्याशी भी मैदान में सक्रिय
गया शहर सीट पर भाजपा के प्रेम कुमार के खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार अखोरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव मैदान में हैं। वे 10 वर्षों तक गया नगर निगम के डिप्टी मेयर रह चुके हैं। कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि जनता बदलाव चाहती है और इस बार महागठबंधन को जनता का समर्थन मिलेगा। वहीं, जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार धीरेंद्र अग्रवाल ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने कहा, “पिछले 35 वर्षों से गया का विकास रुक गया था। जनता अब बदलाव का मन बना चुकी है। इस बार जनता खुद हमारे पक्ष में चुनाव लड़ रही है और हमें पूरा भरोसा है कि हम जीतेंगे।”
त्रिकोणीय मुकाबले ने रोचक बनाया गयाा शहर सीट का चुनाव
गया शहर सीट पर मुकाबला इस बार त्रिकोणीय हो गया है। भाजपा के प्रेम कुमार, कांग्रेस के मोहन श्रीवास्तव और जन सुराज के धीरेंद्र अग्रवाल के बीच मुकाबला दिलचस्प बन गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रेम कुमार अपने लंबे जनाधार और संगठन की मजबूती के कारण आगे हैं, लेकिन विपक्षी दल भी मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं।
सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी तंत्र मजबूत
गया जिले में प्रशासन ने मतदान के दौरान शांति बनाए रखने के लिए चौकसी बढ़ा दी थी। हर मतदान केंद्र पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी। ड्रोन कैमरों से भी निगरानी की जा रही थी। एसएसपी आनंद कुमार ने कहा कि जिले में किसी भी तरह की हिंसा या मतदान में बाधा डालने की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “गया में शांति और निष्पक्षता हमारी प्राथमिकता है। गिरफ्तार तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनके पीछे कौन लोग हैं।” गया में मतदान के दौरान तीन युवकों की गिरफ्तारी ने इस बात को साबित किया है कि प्रशासन चुनाव के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी को लेकर सजग है। जिले में मतदान का माहौल कुल मिलाकर शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण रहा। भाजपा, कांग्रेस और जन सुराज के बीच त्रिकोणीय मुकाबले ने गया शहर सीट को और रोचक बना दिया है। वहीं, मतदाताओं का भारी उत्साह यह दिखा रहा है कि बिहार की जनता अब लोकतंत्र में अपनी भूमिका को गंभीरता से निभा रही है। हालांकि, बंदा गांव की घटना प्रशासन के लिए चेतावनी है कि अब भी कुछ तत्व लोकतंत्र की प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस की तत्परता ने एक संभावित बड़ी गड़बड़ी को समय रहते रोक लिया, जिससे चुनावी प्रक्रिया पर जनता का भरोसा बरकरार रहा।

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