14 के बाद एनडीए सरकार के फिर सीएम बनेंगे नीतीश, केंद्र के सहयोग से बिहार में बढ़ेगा विकास: अशोक चौधरी
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार अभियान के समापन के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने दावा किया है कि 14 नवंबर के बाद एनडीए गठबंधन प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही एक बार फिर सत्ता की बागडोर संभालेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता विकास, सुशासन और डबल इंजन की सरकार पर भरोसा कर रही है।
चुनाव प्रचार में नीतीश मॉडल रहा केंद्र में
अशोक चौधरी, जो खुद एनडीए के स्टार प्रचारकों में शामिल हैं, ने बताया कि उन्होंने प्रदेश के कई जिलों में चुनावी सभाएं कीं और जनता का जो उत्साह देखा, उससे साफ है कि बिहार की जनता नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही राज्य का भविष्य देख रही है। उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान में ही यह स्पष्ट हो गया कि बिहार में फिर से नीतीश सरकार बनने जा रही है। उनका कहना है कि इस चुनाव का फोकस व्यक्ति नहीं, बल्कि विकास और स्थिरता पर रहा। लोग जात-पात से ऊपर उठकर एनडीए के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं। “लोगों के मन में यह भावना स्पष्ट है कि बिहार लगातार आगे बढ़ रहा है और इसे और आगे ले जाने की जिम्मेदारी एनडीए सरकार ही निभा सकती है।”
सुशासन और योजनाओं से बढ़ा नीतीश पर भरोसा
अशोक चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने सामाजिक और आर्थिक मोर्चे पर उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन की राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये करना उन बुजुर्गों के प्रति सम्मान का प्रतीक है जिन्हें उनके अपने भी कई बार अनदेखा कर देते हैं। इसके अलावा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ की शुरुआत की, जिसके तहत 10 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जा रही है ताकि महिलाएं अपनी पसंद का रोजगार शुरू कर सकें। “यह फ्रीबी नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम है।
ग्रामीण क्षेत्रों में दिखा विकास का असर
अशोक चौधरी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में लोगों का झुकाव एनडीए के पक्ष में ज्यादा है। सड़कों, पुलों और नालों के निर्माण से लेकर बिजली और पेयजल की सुविधा तक, हर क्षेत्र में विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने बताया कि बांका जिले में सिर्फ ग्रामीण सड़कों पर 450 करोड़ रुपये की योजनाएं चल रही हैं। यही वजह है कि ग्रामीण मतदाता सरकार की नीतियों से संतुष्ट दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अपनी योजनाओं के जरिये करीब 30 प्रतिशत लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने में सफलता पाई है,” उन्होंने कहा। साथ ही बताया कि आने वाले समय में राज्य सरकार एक करोड़ लोगों को रोजगार और नौकरी उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है।
विपक्ष पर साधा निशाना
अशोक चौधरी ने विपक्षी गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की न तो कोई स्पष्ट नीति है और न ही जनता के प्रति कोई जवाबदेही। “विपक्ष केवल वादे करता है लेकिन जनता जानती है कि इनकी बातों में कोई ठोस योजना नहीं है। आइएनडीआइए (महागठबंधन) के दावों पर अब कोई भरोसा नहीं करता। लोगों में इनकी चर्चा तक नहीं है। चौधरी ने बताया कि एनडीए के प्रति लोगों का विश्वास इसलिए भी कायम है क्योंकि नीतीश कुमार की सरकार ने हमेशा पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ काम किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने जिस तरह राज्य की बुनियादी जरूरतों — जैसे सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार — पर ध्यान केंद्रित किया है, उससे जनता में एक भरोसा पैदा हुआ है कि विकास की गाड़ी रुकनी नहीं चाहिए।
केंद्र और राज्य मिलकर देंगे विकास को रफ्तार
अशोक चौधरी ने कहा कि एनडीए की डबल इंजन सरकार बिहार के विकास को नई ऊंचाई पर ले जाएगी। केंद्र की मदद से राज्य में उद्योगों के विस्तार, नई ऊर्जा परियोजनाओं और कृषि सुधारों पर तेजी से काम होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी बिहार को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में सरकार सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाने जा रही है ताकि ग्रामीण इलाकों में बिजली की निर्भरता को कम किया जा सके। साथ ही 125 यूनिट मुफ्त बिजली की योजना को भी आगे और विस्तार देने की तैयारी है।
जनता का मूड एनडीए के पक्ष में
चौधरी ने स्पष्ट किया कि इस चुनाव में किसी भी तरह का “एंटी-इनकंबेंसी फैक्टर” नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ जगहों पर स्थानीय प्रत्याशियों के प्रति असंतोष जरूर देखने को मिला, लेकिन वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व से जुड़ा नहीं है। “लोगों का कहना है कि अगर कोई शिकायत है तो उम्मीदवार से, लेकिन नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाना तय है। अशोक चौधरी के बयानों से स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि एनडीए आत्मविश्वास से भरा हुआ है। उनके मुताबिक, 14 नवंबर के बाद बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी और नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि यह चुनाव बिहार की स्थिरता और विकास की दिशा तय करेगा, और जनता ने पहले ही मन बना लिया है कि राज्य को आगे बढ़ाने के लिए डबल इंजन की सरकार ही सबसे बेहतर विकल्प है।


