January 1, 2026

पूर्णिया में गृहमंत्री का बड़ा ऐलान, बोले- सीमांचल जल्द घुसपैठियों से मुक्त होगा, 160 सीट जीतेगा एनडीए

पूर्णिया/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद अब सभी की नजरें दूसरे चरण पर टिकी हैं, जो 11 नवंबर को होना है। इसी बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को पूर्णिया जिले के बनमनखी में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस सभा में उन्होंने न केवल महागठबंधन पर तीखे हमले किए, बल्कि बिहार की सीमांचल राजनीति पर भी बड़ा बयान दिया। अमित शाह ने दावा किया कि इस बार एनडीए 160 से अधिक सीटों के साथ प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगा।
सीमांचल को घुसपैठियों से मुक्त कराने का संकल्प
अपने भाषण की शुरुआत में अमित शाह ने सीमांचल क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सीमांचल का इलाका घुसपैठियों के कारण असंतुलन का शिकार होता जा रहा है, जो न केवल स्थानीय संसाधनों बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार जल्द ही घुसपैठियों से पूरी तरह मुक्त होगा। गृहमंत्री ने कहा, “महागठबंधन के नेता घुसपैठियों के हित में आवाज उठा रहे हैं। वे सीमांचल को ‘घुसपैठियों का गढ़’ बनाना चाहते हैं। लेकिन मैं बिहार की जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि एनडीए सरकार सीमांचल की भूमि को पूरी तरह मुक्त कराएगी और जिन्होंने अतिक्रमण किया है, उन्हें जमींदोज किया जाएगा।”
विपक्ष पर तीखा हमला: ठगबंधन बनाम एनडीए
अमित शाह ने अपने भाषण में विपक्षी दलों को “बिखरा हुआ ठगबंधन” करार दिया। उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति में इस समय दो खेमे हैं — एक ओर ठगबंधन है जो केवल सत्ता के लिए एकजुट हुआ है, और दूसरी ओर “पांच पांडवों की तरह” एनडीए है जो विकास, स्थिरता और सुशासन का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “पहले चरण के मतदान में ही महागठबंधन का जनाधार हिल गया है। जनता ने बता दिया है कि अब बिहार में जंगलराज की वापसी नहीं होगी। एनडीए 160 से ज्यादा सीटों के साथ फिर से सरकार बना रहा है।”
लालू-राबड़ी शासन पर निशाना
अमित शाह ने अपने भाषण में लालू यादव और राबड़ी देवी के शासनकाल को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि उस दौर में अपराध, लूट, हत्या और अपहरण की घटनाएं आम थीं। “एमएलए तक सुरक्षित नहीं थे। लोगों को शाम के बाद घर से बाहर निकलने में डर लगता था। नीतीश कुमार की सरकार आने के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ और आज बिहार में भय का माहौल नहीं है,” शाह ने कहा। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि इस बार का चुनाव बिहार की स्थिरता और विकास के लिए बेहद अहम है। “आपका एक वोट इस बात का फैसला करेगा कि राज्य आगे बढ़ेगा या फिर पुराने दिनों की अराजकता में लौट जाएगा,” उन्होंने कहा।
सीमांचल यात्रा को बताया ‘घुसपैठिया बचाओ अभियान’
गृहमंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की हालिया सीमांचल यात्रा को लेकर तंज कसा। उन्होंने कहा कि यह यात्रा “घुसपैठिया बचाओ अभियान” जैसी थी, जिसमें दोनों नेता सीमांचल की जनता को भटकाने का प्रयास कर रहे थे। शाह ने कहा, “विपक्ष चाहता है कि सीमांचल में विदेशी घुसपैठिए बसें, ताकि वे उनकी वोट बैंक की राजनीति को आगे बढ़ा सकें। लेकिन मैं सीमांचल के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि केंद्र सरकार किसी भी कीमत पर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करेगी।”
सिवान के विवादास्पद उम्मीदवार पर टिप्पणी
अमित शाह ने अपने भाषण के दौरान राजद के एक उम्मीदवार का भी नाम लिए बिना जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राजद ने सिवान से एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है जिसके समर्थन में विवादास्पद नारे लगाए गए थे। उन्होंने कहा, “सिवान की भूमि शहीदों की भूमि है, वहां हिंसा और असंतोष को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” गृहमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता इतनी समझदार है कि वह ऐसे उम्मीदवारों को कभी स्वीकार नहीं करेगी, जिनकी राजनीति डर और विभाजन पर आधारित हो।
एनडीए के विकास एजेंडे पर भरोसा
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने पिछले कुछ वर्षों में विकास के नए आयाम हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार में सड़कों, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है। उन्होंने दावा किया कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार ने अब तक करोड़ों रुपये की योजनाएं दी हैं और आगे भी यह सहयोग जारी रहेगा। “हमारा उद्देश्य बिहार को एक विकसित राज्य बनाना है, जहां हर युवा को रोजगार मिले और हर परिवार को सम्मानपूर्वक जीवन जीने का अवसर मिले,” शाह ने कहा।
जनता से अपील: “जंगलराज की वापसी रोकिए
अमित शाह ने अपने भाषण के अंत में लोगों से मतदान के दौरान अनुशासित रहने और एनडीए के पक्ष में वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता का हर वोट निर्णायक भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा, “हर वोट यह तय करेगा कि बिहार विकास की राह पर आगे बढ़ेगा या फिर अंधकारमय दौर में लौट जाएगा। जंगलराज की वापसी रोकना आप सबकी जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का समय आ गया है।” पूर्णिया की यह सभा न केवल चुनावी रणनीति के लिहाज से महत्वपूर्ण रही, बल्कि इसने सीमांचल की राजनीतिक दिशा को भी प्रभावित किया। अमित शाह के भाषण ने यह स्पष्ट कर दिया कि एनडीए इस चुनाव में “विकास बनाम अराजकता” के एजेंडे पर जनता के बीच जा रहा है। घुसपैठ, सुरक्षा, रोजगार और सुशासन जैसे मुद्दों पर केंद्रित यह प्रचार अभियान एनडीए की चुनावी नीति का हिस्सा है। अब देखना यह है कि 11 नवंबर को होने वाले मतदान में जनता किसके पक्ष में फैसला सुनाती है — विकास की राजनीति या कथित जंगलराज की वापसी के बीच।

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