November 12, 2025

राहुल गांधी का प्रधानमंत्री पर हमला, कहा- हरियाणा में होलसेल में चोरी हुए वोट, चोरी से पीएम बने मोदी

नई दिल्ली। देश की राजनीति एक बार फिर गरमाती दिख रही है। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और चुनाव आयोग पर बड़ा हमला बोला है। शुक्रवार को दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने दावा किया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव पूरी तरह से “होलसेल में वोट चोरी” का उदाहरण था। उन्होंने कहा कि लगभग 25 लाख फर्जी वोट डाले गए और इस पूरी प्रक्रिया में चुनाव आयोग की भूमिका संदिग्ध रही।
“यह चुनाव नहीं, वोट चोरी का खेल था”
राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि हरियाणा का चुनाव वास्तव में “चुनाव” नहीं बल्कि एक “संगठित वोट चोरी” थी। उन्होंने कहा, “मैंने जो सबूत प्रस्तुत किए, उन पर न प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब दिया, न ही चुनाव आयोग ने। लेकिन यह बात भी उतनी ही महत्वपूर्ण है कि किसी ने मेरे आरोपों का खंडन भी नहीं किया।” उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ हरियाणा तक सीमित नहीं है बल्कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात और अब बिहार में भी यही पैटर्न अपनाया जा रहा है। राहुल ने कहा, “संविधान में लिखा है – एक व्यक्ति, एक वोट। लेकिन हरियाणा में तो एक ही महिला की तस्वीर से 200 वोटर आईडी कार्ड बनाए गए। यहां तक कि एक वोटर कार्ड पर ब्राजील की महिला की फोटो लगी मिली। यह लोकतंत्र की खुली लूट है।”
“संविधान पर हमला हो रहा है”
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह और चुनाव आयोग तीनों मिलकर संविधान पर हमला कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “संविधान कहता है कि हर नागरिक को निष्पक्ष चुनाव का अधिकार है। लेकिन भाजपा और चुनाव आयोग ने इस अधिकार को कुचल दिया है। चुनाव आयोग अब एक निष्पक्ष संस्था नहीं रहा, यह सीधे सत्ता के इशारों पर काम कर रहा है।” उन्होंने कहा कि यह केवल एक राज्य का मामला नहीं है बल्कि लोकतंत्र के अस्तित्व का प्रश्न है। “अगर वोट ही चोरी होने लगे तो जनता की ताकत कहाँ बचेगी? यह लोकतंत्र के मूल सिद्धांत पर प्रहार है,” राहुल ने कहा।
“युवाओं को जागरूक करना जरूरी”
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी कहा कि कांग्रेस अब देश के युवाओं को जागरूक करेगी कि कैसे प्रधानमंत्री मोदी ने “चुनाव चोरी करके सत्ता हासिल की।” उन्होंने कहा, “हम जेन जेड और युवाओं को दिखाएंगे कि यह सरकार किस तरह से लोकतंत्र को नियंत्रित कर रही है। हम सोशल मीडिया, कैंपेन और सबूतों के जरिए इस सच को देश के हर कोने में पहुंचाएंगे।” उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के पास इस वोट चोरी से जुड़े कई दस्तावेज और सबूत हैं, जिन्हें वे आने वाले दिनों में जनता के सामने लाएंगे। राहुल ने कहा, “हमारे पास बहुत सारी चीजें हैं, और हम लगातार यह दिखाते रहेंगे कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया में कैसे गड़बड़ियां की जा रही हैं।”
“ब्राजील की महिला की फोटो कैसे आई?”
अपने दावों को दोहराते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा में एक वोटर आईडी कार्ड पर ब्राजील की महिला की तस्वीर मिली थी। “हमने इस पर सवाल उठाया लेकिन कोई जवाब नहीं आया। आयोग ने न जांच की, न ही कोई स्पष्टीकरण दिया। उस महिला का नाम भारतीय था, लेकिन तस्वीर किसी विदेशी महिला की थी। यह दिखाता है कि फर्जी वोटिंग किस स्तर पर हुई।”राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने पूरे सिस्टम को अपने नियंत्रण में ले लिया है और प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है। “जहां-जहां भाजपा की सरकार है, वहां चुनाव आयोग की भूमिका एक ‘सहयोगी संस्था’ की तरह होती है, न कि एक स्वतंत्र निकाय की तरह,” उन्होंने कहा।
“बिहार में भी बढ़ा मतदान, संदेह की स्थिति”
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में रिकॉर्ड मतदान प्रतिशत दर्ज होने पर राहुल गांधी ने भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “बिहार में अचानक वोटिंग प्रतिशत बढ़ जाना भी संदेह पैदा करता है। हमने पहले भी देखा है कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। हरियाणा की तरह बिहार में भी वोट चोरी की प्रक्रिया चल रही है।” उन्होंने कहा कि यह महज संयोग नहीं है कि जिन इलाकों में भाजपा को लाभ होता है, वहीं मतदान प्रतिशत असामान्य रूप से बढ़ जाता है। राहुल ने कहा कि कांग्रेस इस पर नजर रखे हुए है और इस पूरे मामले को जनता के बीच ले जाएगी।
“मोदी सरकार जवाब देने से भाग रही है”
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर यह भी आरोप लगाया कि वे जनता के सवालों का जवाब देने से लगातार बच रहे हैं। उन्होंने कहा, “जब मैं इन मुद्दों को सदन में उठाता हूं तो मुझे बोलने नहीं दिया जाता। जो सवाल देश का हर नागरिक पूछना चाहता है, उसका जवाब देने से मोदी सरकार डरती है।” उन्होंने कहा कि भाजपा की राजनीति अब “सत्ता और झूठ” पर आधारित है, और सच्चाई बोलने वालों को दबाने का काम किया जा रहा है। राहुल गांधी के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में नई हलचल मचा दी है। जहां कांग्रेस ने इस मुद्दे को लोकतंत्र की रक्षा के रूप में उठाया है, वहीं भाजपा ने इसे एक “राजनीतिक हताशा” बताया है। लेकिन राहुल गांधी का यह बयान साफ संकेत देता है कि कांग्रेस अब चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता को अपना प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बनाने जा रही है। देश में 2025 के इस चुनावी माहौल में राहुल गांधी की यह रणनीति विपक्ष को नई दिशा दे सकती है — खासकर तब जब जनता के बीच “लोकतांत्रिक अधिकारों की सुरक्षा” का सवाल फिर से केंद्र में आ गया है।

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