November 12, 2025

आजमगढ़ में इनामी अपराधी का एनकाउंटर, यूपी एसटीएफ की बड़ी सफलता, मुठभेड़ में मार गिराया

आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में शुक्रवार की सुबह राज्य की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने मुठभेड़ में 50 हजार के इनामी अपराधी वाकिफ को मार गिराया। लंबे समय से फरार चल रहे वाकिफ पर गौ-तस्करी, लूट, चोरी और धोखाधड़ी जैसे गंभीर अपराधों के 44 से अधिक मामले दर्ज थे। एनकाउंटर आजमगढ़ के रौनापार थाना क्षेत्र के जोकहरा गांव में हुआ, जहां एसटीएफ, स्वाट और दो थानों की पुलिस की संयुक्त टीम ने वाकिफ और उसके साथियों को घेर लिया।
देर रात से चला था पुलिस का अभियान
सूत्रों के अनुसार, एसटीएफ को गुरुवार देर रात सूचना मिली थी कि वाकिफ अपने तीन साथियों के साथ रौनापार इलाके में छिपा हुआ है। इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने रात भर इलाके में घेराबंदी और चेकिंग अभियान शुरू किया। इस अभियान में स्वाट टीम, सिधारी थाना पुलिस और एसटीएफ की विशेष इकाई को शामिल किया गया। बताया जा रहा है कि वाकिफ और उसके साथी सिधारी इलाके में हुई हालिया छिनैती की वारदात में भी शामिल थे और पुलिस को उनकी लोकेशन रौनापार की ओर मिल रही थी।
जोकहरा पुल के पास हुई मुठभेड़
शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे जब एसटीएफ और पुलिस टीम जोकहरा पुल के पास पहुंची तो संदिग्ध चार लोगों को बाइक से आते देखा गया। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। इस मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि तीन अन्य अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। घायल बदमाश को पुलिस ने तत्काल सीएचसी हरैया भेजा, जहां उसकी हालत गंभीर बताई गई। डॉक्टरों ने उसे आगे उपचार के लिए आजमगढ़ सदर अस्पताल रेफर किया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। पहचान की प्रक्रिया के बाद मृत बदमाश की पहचान 50 हजार के इनामी वाकिफ के रूप में हुई।
शातिर अपराधी था वाकिफ, 44 मुकदमों में था वांछित
पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, वाकिफ आजमगढ़ जिले के फूलपुर क्षेत्र का रहने वाला था। वह पिछले कई वर्षों से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। उसके खिलाफ गौ-तस्करी, लूट, चोरी, धोखाधड़ी और अवैध हथियारों की तस्करी जैसे गंभीर मामलों में चार दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि वाकिफ का नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ था और वह अपराध की दुनिया में लंबे समय से सक्रिय था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहता था। उस पर आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी जिलों में भी कई मुकदमे दर्ज थे।
मौके से हथियार और कारतूस बरामद
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल से एक देसी पिस्टल, जिंदा कारतूस, कई खोखे और मोबाइल फोन बरामद किए हैं। साथ ही, एक मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है जिसे अपराधी इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस का कहना है कि बरामद किए गए मोबाइल और हथियारों की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी ताकि अन्य आपराधिक गतिविधियों की जानकारी मिल सके। एसटीएफ अधिकारी ने बताया कि वाकिफ कई बार पुलिस पर फायरिंग कर फरार हुआ था, लेकिन इस बार उसे भागने का मौका नहीं मिला। उसकी गिरफ्तारी के लिए पिछले छह महीने से लगातार दबिश दी जा रही थी।
फरार अपराधियों की तलाश में कॉम्बिंग ऑपरेशन
मुठभेड़ के बाद तीन अन्य अपराधी मौके से भाग निकले। पुलिस ने आसपास के पूरे इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है। रौनापार, सिधारी और हरैया थाना क्षेत्रों में पुलिस की कई टीमें तैनात हैं। ग्रामीण इलाकों में भी पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है ताकि फरार अपराधियों को जल्द पकड़ा जा सके। एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि भागे हुए अपराधियों की पहचान लगभग हो चुकी है और उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस को शक है कि वे आजमगढ़ या आसपास के किसी ग्रामीण इलाके में छिपे हो सकते हैं।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई से बढ़ा मनोबल
इस मुठभेड़ को लेकर आजमगढ़ पुलिस और एसटीएफ की कार्रवाई की सराहना की जा रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने कहा कि यह अभियान पूरी तरह कानूनी तरीके से संचालित किया गया था। उन्होंने बताया कि “पुलिस पर पहले गोली चलाने का प्रयास अपराधियों ने किया, जिसके जवाब में पुलिस ने भी आत्मरक्षा में फायरिंग की।” एसएसपी ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नीति के तहत अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस अपनाया जा रहा है।
इलाके में मुठभेड़ की चर्चा
घटना के बाद जोकहरा और आसपास के गांवों में मुठभेड़ की चर्चा फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। लोगों ने राहत की सांस ली कि लंबे समय से सक्रिय खतरनाक अपराधी का अंत हो गया है। कई ग्रामीणों ने कहा कि वाकिफ के गिरोह के लोग आए दिन इलाके में डर का माहौल बना रहे थे। आजमगढ़ में शुक्रवार को हुई यह मुठभेड़ पुलिस की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। 50 हजार के इनामी अपराधी वाकिफ के मारे जाने से एसटीएफ और पुलिस का मनोबल बढ़ा है। वहीं, इससे यह भी संदेश गया है कि कानून व्यवस्था को चुनौती देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। फरार तीन अपराधियों की तलाश अभी जारी है और पुलिस ने भरोसा जताया है कि जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा। इस एनकाउंटर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अपराध की दुनिया में चाहे अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, कानून का शिकंजा उससे ज्यादा मजबूत है।

You may have missed