November 12, 2025

पटना में वोट देने के बाद बोले लालू, कहा- तवे पर रोटी पलटती रहनी चाहिए, बिहार के लिए तेजस्वी सरकार जरूरी

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में गुरुवार को मतदान की शुरुआत के साथ ही राज्य का राजनीतिक माहौल गरमा गया। राजधानी पटना समेत कई जिलों में सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लंबी कतारें दिखाई दीं। आम जनता के साथ-साथ राजनीतिक दलों के दिग्गज नेता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे। इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने भी अपने परिवार के साथ मतदान किया।
परिवार संग मतदान करने पहुंचे लालू यादव
लालू प्रसाद यादव गुरुवार सुबह करीब 9 बजे अपने आवास से निकले। उनके साथ पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पुत्र तेजस्वी यादव और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। सभी ने पटना के एक मतदान केंद्र पर पहुंचकर मतदान किया। मतदान के बाद लालू प्रसाद यादव ने मीडिया से बातचीत की और लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि “बिहार की जनता लोकतंत्र की असली ताकत है। आज का दिन सिर्फ वोट डालने का नहीं, बल्कि राज्य की दिशा तय करने का दिन है। मैं जनता से अपील करता हूं कि अधिक से अधिक संख्या में मतदान करें और बिहार को नई सोच वाली सरकार दें।”
सोशल मीडिया पर लालू का रूपक — “तवे पर रोटी पलटती रहनी चाहिए”
मतदान के बाद लालू प्रसाद यादव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से एक तस्वीर साझा की और एक प्रतीकात्मक टिप्पणी की, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी। उन्होंने लिखा — “तवे पर रोटी पलटती रहनी चाहिए नहीं तो जल जाएगी। 20 साल बहुत हुआ! अब युवा और नए बिहार के लिए तेजस्वी सरकार अति आवश्यक है।” लालू की इस टिप्पणी को राजनीतिक रूपक के रूप में देखा जा रहा है। “तवे पर रोटी पलटने” वाली बात का अर्थ यह निकाला जा रहा है कि सत्ता में बदलाव लोकतंत्र की सेहत के लिए जरूरी है। अगर एक ही पार्टी या गठबंधन लंबे समय तक सत्ता में रहता है तो ठहराव और निरुत्साह का माहौल बन जाता है। इसलिए समय-समय पर सत्ता परिवर्तन जरूरी है, ताकि राजनीतिक ऊर्जा और नीतिगत दिशा में नवीनता बनी रहे।
नई सोच और युवा नेतृत्व पर जोर
मीडिया से बातचीत के दौरान लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार को अब एक नई दिशा की जरूरत है और इसके लिए युवा नेतृत्व को मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, “अब बिहार को एक नई सोच और नई ऊर्जा वाली सरकार की जरूरत है। तेजस्वी यादव में वह क्षमता है जो राज्य को बेरोजगारी, पलायन और भ्रष्टाचार की जकड़ से मुक्त कर सकती है।” लालू ने कहा कि बीते दो दशकों में बिहार के लोगों ने बहुत संघर्ष किया है, लेकिन अब बदलाव का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी न केवल युवाओं की आवाज हैं, बल्कि वे किसानों, मजदूरों और गरीब तबके की उम्मीद भी हैं।
जनता से अपील — “अबकी बार बिहार को युवाओं के हाथ में सौंपें”
लालू प्रसाद यादव ने जनता से अपील की कि वे इस चुनाव में विकास और रोजगार के मुद्दे पर मतदान करें। उन्होंने कहा, “अबकी बार बिहार को युवाओं के हाथ में सौंपने का समय है। पुरानी सरकारों ने जनता को केवल वादे दिए, लेकिन बिहार की तस्वीर नहीं बदली। अब युवाओं को मौका दीजिए ताकि वे बिहार की नई कहानी लिख सकें।” उन्होंने कहा कि बिहार को अब जात-पात और धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर विकास की राजनीति करनी होगी।”मतदान के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव भी अपने पिता के साथ मतदान केंद्र पहुंचे। मतदान के बाद उन्होंने कहा कि वे जनता के फैसले पर पूरा भरोसा करते हैं। “हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति या पार्टी से नहीं, बल्कि उस सोच से है जिसने बिहार को पिछड़ा रखा। हम जनता के भरोसे बिहार को आगे बढ़ाने का संकल्प लेकर मैदान में हैं।” तेजस्वी ने यह भी कहा कि उनकी प्राथमिकता शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि “हमारा लक्ष्य सिर्फ चुनाव जीतना नहीं, बल्कि बिहार को एक समृद्ध और आत्मनिर्भर राज्य बनाना है।”
राजनीतिक गलियारों में लालू की टिप्पणी पर चर्चा
लालू प्रसाद यादव का “तवे पर रोटी पलटने” वाला बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। समर्थक इसे लोकतंत्र में सत्ता परिवर्तन का संदेश मान रहे हैं, जबकि विपक्षी दल इसे “चुनावी जुमला” बता रहे हैं। कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि लालू प्रसाद यादव की शैली हमेशा से आम जनता की भाषा में संवाद करने की रही है। वे कठिन राजनीतिक संदेशों को भी आसान और प्रतीकात्मक अंदाज में पेश करते हैं, जो सीधा लोगों के दिल तक पहुंचता है। राजनीतिक टिप्पणीकारों का मानना है कि लालू का यह बयान एक रणनीतिक चुनावी संदेश है — जहां वे न केवल मौजूदा सरकार की थकान को इंगित कर रहे हैं, बल्कि यह भी दिखाना चाहते हैं कि अब राज्य की सत्ता युवाओं के हाथ में आनी चाहिए।
शांतिपूर्ण मतदान और प्रशासन की सख्ती
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, पहले चरण में लगभग 55 प्रतिशत मतदान होने की उम्मीद है। प्रशासन ने सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। केंद्रीय बलों की तैनाती के साथ-साथ वेबकास्टिंग के जरिए मतदान की रियल-टाइम निगरानी की जा रही है। पटना समेत सभी जिलों में मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही। कहीं-कहीं पर तकनीकी कारणों से मतदान थोड़ी देर के लिए रुका, लेकिन जल्द ही बहाल कर दिया गया। लालू प्रसाद यादव का मतदान के बाद दिया गया बयान न केवल चुनावी जोश को बढ़ाने वाला साबित हुआ है, बल्कि उसने बिहार की राजनीतिक बहस को भी नई दिशा दी है। उनका “तवे पर रोटी पलटने” वाला संदेश लोकतंत्र में बदलाव की आवश्यकता पर जोर देता है। अब देखना यह होगा कि क्या बिहार की जनता इस “रोटी पलटने” वाले रूपक को चुनाव परिणाम में बदलती है या नहीं। लेकिन इतना तय है कि लालू का यह बयान चुनावी माहौल में नई गर्माहट लेकर आया है और एक बार फिर साबित कर गया कि वे अब भी बिहार की राजनीति के सबसे प्रभावशाली वक्ताओं में से एक हैं।

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