मुजफ्फरपुर में राहुल गांधी का एनडीए पर हमला, कहा- बिहार ने पूरी दुनिया को रास्ता दिखाया, वे सरकार को बाहर करेगी
- राहुल बोले- बीजेपी ने नीतीश को रिमोट कंट्रोल बनाया, भयंकर पेपर लीक की समस्या, हम बेहतर सरकार बनाएंगे
मुजफ्फरपु/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक हलचल तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को मुजफ्फरपुर के सकरा में तेजस्वी यादव के साथ एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने अपने पूरे 25 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि बिहार के लोग अपने भविष्य के लिए सही फैसला लें और एक ऐसी सरकार बनाएं जो वास्तव में जनता के हितों के लिए काम करे।
बिहार ने हमेशा रास्ता दिखाया
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत बिहार की ऐतिहासिक भूमिका को याद करते हुए की। उन्होंने कहा कि बिहार ने देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को दिशा दिखाई है। चाहे वह महात्मा गांधी का चंपारण आंदोलन हो या जेपी आंदोलन, हर बार बिहार ने परिवर्तन की लहर उठाई है। राहुल गांधी ने कहा कि बिहार आज फिर से एक मोड़ पर खड़ा है और एक बार फिर उसे देश को नया रास्ता दिखाना होगा। उन्होंने जनता से सवाल पूछा – “आपका मूड कैसा है?” और कहा कि जब वे देश के किसी भी हिस्से में जाते हैं, चाहे वह दिल्ली हो, बेंगलुरु हो या गुजरात, वहां उन्हें मेहनती बिहार के युवा मिलते हैं। उन्होंने कहा कि बिहारियों ने देशभर में अपना पसीना बहाया, सड़कों, इमारतों और उद्योगों को खड़ा किया, लेकिन अपने ही राज्य में विकास क्यों नहीं हो पा रहा है, यह एक बड़ा सवाल है।
युवाओं के भविष्य पर चिंता
राहुल गांधी ने बिहार के युवाओं की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यहां के युवा चाहे जितनी मेहनत कर लें, फिर भी उन्हें अवसर नहीं मिलते। रोजगार की स्थिति लगातार खराब है, सरकारी नौकरियों के पेपर बार-बार लीक हो जाते हैं और शिक्षा तथा स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है। उन्होंने कहा कि जब किसी प्रदेश के युवा निराश हो जाएं, तो यह उस सरकार की असफलता का प्रमाण है। उन्होंने आगे कहा कि “बिहार के युवा दूसरे राज्यों में जाकर मेहनत करते हैं, पर वहीं बिहार में उनके लिए कोई अवसर नहीं है। यहां का नौजवान अपने ही राज्य में असहाय महसूस करता है। यह स्थिति बदलनी होगी और इसके लिए सत्ता परिवर्तन जरूरी है।”
नीतीश सरकार पर हमला
अपने भाषण में राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बीस साल से बिहार की सत्ता में हैं, लेकिन राज्य का चेहरा अब तक नहीं बदला। वे खुद को अति पिछड़ा बताते हैं, लेकिन उन्होंने पिछड़ों, युवाओं और किसानों के लिए कुछ नहीं किया। राहुल ने कहा कि “बीस साल हो गए, मगर बिहार आज भी रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में सबसे पीछे है। यह नीतीश जी की विफलता का नतीजा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अब खुद निर्णय नहीं लेते, बल्कि बीजेपी के रिमोट से चलते हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का चेहरा सिर्फ सत्ता बनाए रखने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि वास्तविक नियंत्रण बीजेपी के पास है। राहुल गांधी ने जनता से अपील की कि वे अब इस “रिमोट कंट्रोल सरकार” को बाहर का रास्ता दिखाएं।
मोदी सरकार पर भी निशाना
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मोदी जी जनता की भावनाओं का इस्तेमाल सिर्फ वोट पाने के लिए करते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि “आप मोदी से कहिए कि वोट के लिए स्टेज पर आकर नाचिए, तो वो डांस भी कर देंगे।” यह टिप्पणी जनता के बीच जोरदार तालियों के साथ गूंजी। राहुल गांधी ने कहा कि “नरेंद्र मोदी संविधान पर हमला कर रहे हैं और हम संविधान की रक्षा करेंगे। मोदी सरकार ने गरीबों, किसानों, युवाओं और मजदूरों की उम्मीदें तोड़ दी हैं। अब समय है कि जनता उन्हें जवाब दे।” उन्होंने यह भी कहा कि मोदी को छठ पूजा या बिहार की संस्कृति से कोई मतलब नहीं है, उन्हें केवल वोट की चिंता है। वे चुनाव आते ही धार्मिक प्रतीकों का उपयोग करते हैं ताकि लोगों की भावनाओं को भड़काया जा सके।
बिहार के लिए नई सोच की जरूरत
राहुल गांधी ने कहा कि बिहार एक ऐसा प्रदेश है, जिसमें अपार संभावनाएं हैं। यहां के लोग मेहनती, बुद्धिमान और जागरूक हैं। उन्होंने कहा कि “हमने पिछले 20 दिन बिहार के गांवों में घूमे और देखा कि लोगों में ऊर्जा है, आत्मविश्वास है। जरूरत सिर्फ एक सही दिशा और सही नेतृत्व की है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस और महागठबंधन बिहार को एक नया मॉडल देंगे — ऐसा मॉडल जिसमें शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और उद्योग को प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि वे ऐसा बिहार बनाना चाहते हैं, जिसमें न सिर्फ बिहारियों को रोजगार मिले बल्कि दूसरे प्रदेशों के लोग भी यहां काम करने आएं। मुजफ्फरपुर की यह सभा महागठबंधन के चुनावी अभियान को नई ऊर्जा देने वाली साबित हुई। राहुल गांधी ने अपने भाषण में जहां जनता के मुद्दों को केंद्र में रखा, वहीं एनडीए पर सीधा हमला बोलकर चुनावी जंग को और तीखा बना दिया। उन्होंने बिहार की जनता से अपील की कि अब वक्त है बदलाव का, ताकि बिहार एक बार फिर अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभा सके और पूरे देश को विकास का रास्ता दिखा सके। राहुल गांधी का यह भाषण स्पष्ट संकेत देता है कि महागठबंधन अब पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुका है और इस बार की जंग सिर्फ सत्ता की नहीं, बल्कि बिहार के भविष्य की है।


