तेजस्वी का एनडीए पर हमला, कहा- परिवर्तन चाह रही जनता, भ्रष्टाचारी सरकार को हटाने के लिए है तैयार
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के माहौल में सियासी सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। महागठबंधन के नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को अपने दूसरे दिन के चुनावी प्रचार की शुरुआत करते हुए एनडीए सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने पटना से प्रचार यात्रा शुरू करते हुए कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव के मूड में है। जनता भ्रष्टाचार और वादाखिलाफी से तंग आ चुकी है तथा अब एक नई दिशा और नई सोच की तलाश में है।
जनता चाहती है परिवर्तन
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की जनता अब पूरी तरह परिवर्तन चाह रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग वर्षों से सत्ता में हैं, उन्होंने केवल बिहार को गरीब बनाए रखने का काम किया है। शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और रोजगार के क्षेत्र में राज्य को लगातार पीछे धकेला गया है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं बल्कि व्यवस्था परिवर्तन का चुनाव है। जनता अब यह तय कर चुकी है कि इस बार उन्हें झूठे वादों और भ्रष्टाचार में डूबी सरकार से मुक्ति चाहिए।
बिहार को मिला उपेक्षा का सामना
तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बिहार को लगातार अनदेखा किया गया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जितने उद्योग, इन्वेस्टमेंट मीट और बड़े प्रोजेक्ट गुजरात में लगाए गए हैं, उनका एक प्रतिशत भी बिहार को नहीं मिला। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने भाजपा को बार-बार मौका दिया, लेकिन बदले में उन्हें सिर्फ निराशा मिली। तेजस्वी के अनुसार, प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार ने बिहार से केवल वोट मांगा, लेकिन विकास का सारा ध्यान गुजरात पर केंद्रित किया।
उद्योग और रोजगार पर सरकार से सवाल
तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि आखिर बिहार में एक भी कारखाना क्यों नहीं खोला गया? उन्होंने कहा कि बेरोजगारी आज बिहार की सबसे बड़ी समस्या है, लेकिन सरकार ने इसके समाधान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। युवाओं को रोजगार देने की जगह उन्हें पलायन करने के लिए मजबूर किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर बिहार में उद्योग लगाए जाते तो यहां के लोग दूसरे राज्यों में मजदूरी करने नहीं जाते। उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन की सरकार बनने पर वे बिहार में रोजगार और उद्योग के क्षेत्र में नई नीति लेकर आएंगे।
नफरत की राजनीति पर हमला
तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर नफरत फैलाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आज राजनीति में सकारात्मक बातों की जगह विभाजन और वैमनस्य ने ले ली है। सरकार जनता को असली मुद्दों से भटकाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार को बदनाम करने की साजिश की जा रही है, जबकि यहां के लोग मेहनती और ईमानदार हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी बिहार को फिर से गर्व और सम्मान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुकेश साहनी को लेकर बयान
जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि मुकेश साहनी को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने के ऐलान पर विपक्षी दलों की प्रतिक्रिया क्या है, तो तेजस्वी यादव ने कहा कि अब उनका असली चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि एनडीए अति पिछड़ों के विरोध में है और यही कारण है कि मुकेश साहनी की उम्मीदवारी से उन्हें परेशानी हो रही है। तेजस्वी ने कहा कि उनकी बेचैनी यह साबित करती है कि वे सामाजिक न्याय की बात सिर्फ दिखावे के लिए करते हैं।
प्रधानमंत्री की बिहार यात्रा पर टिप्पणी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी बिहार यात्रा को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री आएंगे, भाषण देंगे, लेकिन जो वादे उन्होंने पहले किए थे, उन्हें अब तक पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि जनता अब समझ चुकी है कि केवल भाषणों से विकास नहीं होता, काम से होता है। तेजस्वी ने दावा किया कि इस बार जनता उनके झूठे वादों का जवाब वोट के जरिए देगी।
खगड़िया सभा रद्द होने पर प्रतिक्रिया
खगड़िया में उनकी सभा रद्द होने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने इसे तानाशाही करार दिया। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश होती है, तो यह लोकतंत्र के लिए खतरे की बात है। उन्होंने कहा कि जनता अब सब समझ चुकी है और इस बार अपनी ताकत से जवाब देगी। तेजस्वी यादव के बयानों से स्पष्ट है कि बिहार चुनाव में इस बार उनकी रणनीति सीधी है—जनता को यह बताना कि विकास का असली अधिकार बिहार का है, न कि किसी दूसरे राज्य का। उनका पूरा फोकस सरकार की नीतियों की विफलताओं पर है। तेजस्वी का कहना है कि बिहार के पास अब खोने के लिए कुछ नहीं बचा, बल्कि पाने के लिए बहुत कुछ है। इसलिए जनता को चाहिए कि इस बार बिहार के भविष्य के लिए सही निर्णय ले और भ्रष्टाचार, बेरोजगारी व उपेक्षा से मुक्ति दिलाने के लिए परिवर्तन का समर्थन करे।


